रूस ने UN में कहा- Zaporizhzhya न्यूक्लियर पॉवर प्लांट पर हमले की खबर झूठी हैं…

न्यूयार्क। यूनाइटेड नेशन्स में रूस के प्रतिनिधि ने यूरोप के सबसे बड़े ज़ापोरिज्जिया परमाणु उर्जा संयंत्र पर हमले को झूठा और दुष्प्रचार करने वाला बताया है। रूसी प्रतिनिधि ने साफ तौर पर बताया कि रूसी सेना परमाणु संयंत्र की सुरक्षा और हिफाजत में लगी है।

सुरक्षा एक समझौते के तहत हो रहा

संयुक्त राष्ट्र संघ में रूसी प्रतिनिधि ने कहा कि Enerhodar शहर, Zaporizhzhya NPP और आस-पास के क्षेत्रों को रूसी सेना ने 28 फरवरी को अपने नियंत्रण में ले लिया था। बिजली संयंत्र प्रबंधन के साथ बातचीत के परिणामस्वरूप, इसे रूसी सेना के गार्ड के तहत रखने के लिए एक समझौता किया गया था। समझौते के तहत रूसी सेना हिफाजत में लगी है लेकिन दुष्प्रचार किया जा रहा है कि परमाणु संयंत्र में आग लगाई जा चुकी है।

रूस ने कहा कि यूक्रेनी राष्ट्रवादियों और अन्य आतंकवादी ताकतों को परमाणु सक्षमों को उकसाना ही उद्देश्य है। ये लोग मौजूदा स्थिति का लाभ उठाने से रोकना चाहते है। जबकि हमारा लक्ष्य स्टेशन की सुरक्षा सुनिश्चित करना और यूक्रेन और यूरोपीय उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति में रुकावट को रोकना भी है।

निश्चिंत रहें रूसी सैनिक आसपास सुरक्षा में…

रूस ने यूएन में जानकारी दी कि वर्तमान में, Zaporizhzhya NPP और आस-पास के क्षेत्र में रूसी सैनिकों द्वारा पहरा दिया जा रहा है … 4 मार्च की रात को, Zaporizhzhya NPP के निकटवर्ती क्षेत्र में एक यूक्रेनी तोड़फोड़ समूह द्वारा एक रूसी मोबाइल गश्ती पर हमला किया गया था … रूसी गश्ती दल ने आग पर काबू पा लिया।

फेक न्यूज रोकने के लिए संसद में कानून

रूसी अधिकारियों का आरोप है कि रूस के दुश्मनों, संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके पश्चिमी यूरोपीय सहयोगियों द्वारा रूसी लोगों के बीच कलह बोने के प्रयास में झूठी सूचना फैलाई जा रही है।
रूसी सांसदों ने फेक न्यूज रोकने के लिए, ऐसे साजिशकर्ताओं को सजा दिलाने का प्राविधान करने के लिए संसद में कानून पास किया। नए कानून के तहत फेक न्यूज फैलाने पर जुर्माना या जेल की सजा हो सकती है।