नई दिल्ली। यूक्रेन-रूस वार्ता (Ukraine-Russia talks) का तीसरा दौर बेलारूस (Belarus) में सोमवार को हुआ। हालांकि, बातचीत शुरू होने के कुछ घंटे बाद ही ह्यूमन कॉरिडोर (Human Corridor) की योजना विफल हो गई। रूस ने यूक्रेन के शहर कीव (Kyiv), मारियुपोल (Mariupol), खार्किव (Kharkiv) और सुमी (Sumy) के लिए मानवीय गलियारे को बनाने का प्रस्ताव दिया था। लेकिन यूक्रेन ने इस योजना को अनैतिक स्टंट करार देते हुए रद्द कर दिया।
युद्ध में फंसे लोगों को निकालने के लिए ह्यूमन कॉरिडोर
रूस ने अपनी बमबारी के तहत फंसे यूक्रेनियन को रूस और सहयोगी बेलारूस तक पहुंचाने के लिए मानवीय गलियारों की घोषणा की थी। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन (French President Emmanuel Macron) के व्यक्तिगत अनुरोध पर स्थापित कॉरिडोर – यूक्रेनी राजधानी कीव और पूर्वी शहरों खार्किव और सुमी के साथ-साथ मारियुपोल से सुबह 10 बजे मास्को समय (12.30 बजे IST) खोले जाने थे।
आरआईए समाचार एजेंसी द्वारा प्रकाशित मानचित्रों के अनुसार, कीव से गलियारा बेलारूस की ओर जा रहा था, जबकि खार्किव के नागरिकों को केवल रूस जाने की अनुमति थी। रूस ने यह भी कहा कि वह यूक्रेनियन को कीव से रूस ले जाने के लिए एयरलिफ्ट शुरू करेगा।
ह्यूमन कॉरिडोर को अंजाम तक पहुंचाने के लिए रूस ने सोमवार दोपहर 12.30 बजे से कीव, खार्किव, मारियुपोल और सूमी में संघर्ष विराम की घोषणा की थी लेकिन अब प्रस्ताव रद्द होने के बाद यह निष्प्रभावी हो गया है।
दूसरे दौर की वार्ता में ह्यूमन कॉरिडोर पर बनी थी सहमति
रूस और यूक्रेन के बीच दूसरे दौर की वार्ता (Russia-Ukraine 2nd round meet) में मानवीय आधार पर कुछ राहत भरी सहमति बनी थी। तेज हो चले आक्रमण के बीच रूस ने यूक्रेन के साथ मिलकर मानवीय आधार पर लोगों को निकालने के लिए एक कॉरिडोर (Human Corridor) बनाने पर हामी भरी थी। इस मानवीय कॉरिडोर के माध्यम से यूक्रेन में फंसे लोगों को युद्ध क्षेत्र से सुरक्षित बाहर निकालने की योजना थी। तय हुआ था कि इस कॉरिडोर पर रूस किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि मास्को ने इसके लिए एडवांस प्लान कर लिया है और जल्द ही इसे शेड्यूल किया जाएगा।
लोगों को खाना और दवाईयां पहुंचाने पर भी सहमति
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के एक सलाहकार के अनुसार, मास्को और कीव के बीच दूसरे दौर की वार्ता में लोगों की सुरक्षा पर सहमति बनी। एक रूसी वार्ताकार, राष्ट्रवादी सांसद लियोनिद स्लटस्की ने इस पहल की पुष्टि की और कहा कि इसे जल्द ही लागू किया जाएगा। बताया गया कि दोनों देश इस बात पर सहमत थे कि मानवता के आधार पर प्रभावित लोगों तक खाना और दवाइयां पहुंचाईं जाएं। इसके अलावा फंसे हुए लोगों निकालने के लिए ह्यूमन कॉरिडोर बनाया जाए।