Starship की टेस्टिंग सफल हुई तो एक शहर से दूसरे शहर की तरह जल्द ग्रहों की कर सकेंगे यात्रा, जानिए पूरा मामला

Starship launch: स्पेसएक्स ने सोमवार को स्टारशिप का पहला आर्बिटल टेस्ट स्थगित कर दिया। उड़ान के महज 39 सेकेंड पहले यह फैसला लिया गया। स्टारशिप दुनिया का सबसे शक्तिशाली रॉकेट है, जिसे अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा, मंगल या उससे आगे भेजने के लिए डिज़ाइन किया गया है। लॉन्च टलने के बाद एलन मस्क ने ट्वीट किया- ‘ऐसा लगता है कि एक प्रेशर वाल्व जम गया है इसलिए जब तक यह काम करना शुरू नहीं करता, लॉन्च नहीं किया जा सकता।’

अब SpaceX के लांच में कम से कम 48 घंटे की देरी

सोमवार शाम करीब 6 बजकर 50 मिनट पर स्टारशिप को लॉन्च होना था। लेकिन प्रेशर वाल्व में दिक्कत आने की वजह से लांच को रोक दिया गया। रॉकेट को रीसेट करने में कम से कम 48 घंटे लगेंगे। ​​​स्टेनलेस स्टील से बने स्टारशिप को दुनिया के दूसरे सबसे अमीर कारोबारी एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने बनाया है।

स्टारशिप में 164 फुट (50 मीटर) लंबा अंतरिक्ष यान होता है जिसे क्रू मेंबर्स और कार्गो को ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह 230 फीट लंबा फर्स्ट स्टेज सुपर हेवी बूस्टर रॉकेट पर फिट होता।

नासा ने Starship अंतरिक्ष यान को चुना

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने 2025 के अंत में चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रियों को फेरी लगाने के लिए स्टारशिप अंतरिक्ष यान को चुना है। यह मिशन आर्टेमिस III के रूप में जाना जाता है। 1972 में अपोलो कार्यक्रम समाप्त होने के बाद पहली बार यह अभियान जारी किया जाएगा। दरअसल, इस स्पेसशिप से इंसान एक ग्रह से दूसरे ग्रह पर यात्रा कर सकते हैं। इसके लांच का सफल होना स्पेस साइंस का क्रांतिकारी पड़ाव में प्रवेश करना है। इस स्पेसशिप की मदद से पहली बार कोई इंसान पृथ्वी के अलावा किसी दूसरे प्लेनेट पर कदम रखेगा। एलन मस्क साल 2029 तक इंसानों को मंगल ग्रह पर पहुंचाकर वहां कॉलोनी बसाना चाहते हैं। स्पेसशिप इंसानों को दुनिया के किसी भी कोने में एक घंटे से कम समय में पहुंचाने में भी सक्षम होगा।