एक रिपोर्ट से पता चला है कि कॉक्स मीडिया ग्रुप (CMG) “एक्टिव लिसनिंग” सॉफ्टवेयर को बढ़ावा दे रहा है, जो डिवाइस माइक्रोफोन द्वारा कैप्चर की गई बातचीत के आधार पर विज्ञापनों को टार्गेट करता है। यह खबर लोगों के उस शक को यकीन में बदल देता है कि हमारे स्मार्टफोन, टैबलेट या लैपटॉप जैसे डिवाइस हमारी बातों को दिन-रात सुन रहे हैं। CMG के साझेदारों में Facebook, Google और Amazon शामिल होने की बात कही गई है।
एक रिपोर्ट से पता चला है कि कॉक्स मीडिया ग्रुप (CMG) "एक्टिव लिसनिंग" सॉफ्टवेयर को बढ़ावा दे रहा है, जो डिवाइस माइक्रोफोन द्वारा कैप्चर की गई बातचीत के आधार पर विज्ञापनों को टार्गेट करता है। यह खबर लोगों के उस शक को यकीन में बदल देता है कि हमारे स्मार्टफोन, टैबलेट या लैपटॉप जैसे डिवाइस हमारी बातों को दिन-रात सुन रहे हैं। CMG के साझेदारों में Facebook, Google और Amazon शामिल होने की बात कही गई है।
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