November 22, 2024
डेमोक्रेसी फर्स्ट, ह्यूमैनिटी फर्स्ट : Pm मोदी ने गयाना की संसद में बताया भारत कैसे बना 'विश्वबंधु'

डेमोक्रेसी फर्स्ट, ह्यूमैनिटी फर्स्ट : PM मोदी ने गयाना की संसद में बताया भारत कैसे बना ‘विश्वबंधु’​

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण अमेरिकी देश गयाना की संसद को संबोधित किया. इस दौरान PM मोदी ने एक बार फिर से विश्व शांति की अपील की. उन्होंने कहा, "दुनिया के लिए यह समय संघर्ष का नहीं है. यह समय संघर्ष पैदा करने वाली परिस्थितियों को पहचानने और उनको दूर करने का है."

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण अमेरिकी देश गयाना की संसद को संबोधित किया. इस दौरान PM मोदी ने एक बार फिर से विश्व शांति की अपील की. उन्होंने कहा, “दुनिया के लिए यह समय संघर्ष का नहीं है. यह समय संघर्ष पैदा करने वाली परिस्थितियों को पहचानने और उनको दूर करने का है.”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) दक्षिण अमेरिकी देश गयाना ( PM Modi Guyana visit) के 2 दिनों के दौरे पर हैं. गुरुवार को उन्होंने गयाना की संसद में संबोधित किया. अपने संबोधन में PM मोदी ने लोकतंत्र को लेकर मजबूत मैसेज दिया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज भारत हर तरह से ग्लोबल डेवलपमेंट के पक्ष में खड़ा है. हम शांति के पक्ष में खड़े हैं. इसी भावना के साथ भारत ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना हुआ है.” उन्होंने कहा, “डेमोक्रेसी हमारे DNA, विजन और हमारे आचार-व्यवहार में है. आज विश्व के सामने आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है- डेमोक्रेसी फर्स्ट, ह्यूमैनिटी फर्स्ट.”

गयाना की संसद में PM मोदी के संबोधन की खास बातें:-

PM मोदी ने कहा, “हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े. हम संसाधनों पर कब्जे की और उसे हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं.”उन्होंने कहा, “आज भारत हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है, शांति के पक्ष में खड़ा है. इसी भावना के साथ आज भारत ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है.”PM ने कहा, “दुनिया के लिए यह समय संघर्ष का नहीं है. यह समय संघर्ष पैदा करने वाली परिस्थितियों को पहचानने और उनको दूर करने का है.”प्रधानमंत्री ने कहा, “आज टेररिज्म, ड्रग्स, साइबर क्राइम… ऐसी कितनी भी चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे.”उन्होंने कहा, “आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है. दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर (Fisrt Responder) बनकर वहां पहुंचे.”मोदी ने कहा, “एक इंक्लूसिव सोसाइटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं. डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है. ये हमारे आचार-व्यवहार में है.”PM ने कहा, “जब विश्व को एकजुट करने की बात आई. तब भारत ने अपने G20 प्रेसिडेंसी के दौरान ‘वन अर्थ, वन फैमिली और वन फ्यूचर’ का मंत्र दिया. आज विश्व के सामने आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है- ‘डेमोक्रेसी फर्स्ट, ह्यूमैनिटी फर्स्ट.”उन्होंने कहा, “डेमोक्रेसी फर्स्ट की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो. सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो.”PM मोदी ने कहा, “ह्यूमैनिटी फर्स्ट की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है. जब ह्यूमैनिटी फर्स्ट को निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता के हित करने वाले ही होते हैं.” PM मोदी को गयाना में कैरिबियाई देश डोमिनिका ने ‘द डोमिनिका अवॉर्ड ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया है. डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने PM मोदी को अपने देश के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा. कोविड-19 महामारी के दौरान डोमिनिका को वैक्सीन पहुंचाने के लिए PM मोदी को यह अवॉर्ड दिया गया है. गयाना ने भी मोदी को अपने सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ एक्सिलेंस’ और बारबाडोस ने ऑनररी ऑर्डर ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस से सम्मानित किया.

NDTV India – Latest

Copyright © asianownews.com | Newsever by AF themes.