पटना। बिहार (Bihar) में बीजेपी-जदयू गठबंधन टूटने के बाद सात दलों के साथ महागठबंधन बन चुका है। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व में राजद नेता तेजस्वी यादव, कांग्रेस सहित सभी अन्य आ चुके हैं। मंगलवार को सात दलों के विधायकों ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्यपाल से मिलकर दावा पेश करने के बाद नीतिश कुमार (Nitish Kumar) और राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने एनडीए (NDA) पर हमला बोला है।
तेजस्वी ने कहा कि लोकतंत्र बचाने के लिए यह गठबंधन हुआ है। बिहार लोकतंत्र की जननी है और यहां आकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने लोकतंत्र को खत्म करने का अपना एजेंडा जाहिर कर दिया था। भाजपा अपने सभी सहयोगियों के साथ विश्वासघात करती है और दूसरों को धमकाती है।
बीजेपी के साथ जिसने गठबंधन किया, उसका अस्तित्व वह खत्म देती
पत्रकारों के पूछने पर तेजस्वी यादव ने सीधे तौर पर नीतीश कुमार को पीएम पद का विपक्ष का चेहरा तो नहीं बताया लेकिन यह जरूर कहा कि देश के सबसे अनुभवी मुख्यमंत्री और मजबूत नेता नीतीश कुमार हैं। राजद नेता ने कहा कि हिंदी भाषी क्षेत्र में भाजपा का कोई गठबंधन सहयोगी नहीं है। “इतिहास बताता है कि भाजपा उन पार्टियों को नष्ट कर देती है जिनके साथ वह गठबंधन करती है। हमने देखा कि पंजाब और महाराष्ट्र में ऐसा हो रहा है।
बिहार में बीजेपी पड़ी अलग-थलग, सभी दल आए साथ
राज्यपाल से मुलाकात के बाद तेजस्वी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुमार ने कहा, ‘मैं यहां राज्यपाल से मिलने आया था और अपना इस्तीफा दे दिया था। महागठबंधन में निर्दलीय समेत 164 विधायकों समेत सात दल हैं।’ बिहार के विकास के लिए अब सात दल एक साथ आए हैं। राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सात दलों व एक निर्दलीय का महागठबंधन मिलकर काम करेगा। उन्होंने कहा कि छह साल में दूसरी बार भाजपा से अलग होने का फैसला आज सुबह उनकी पार्टी के विधायकों के साथ बातचीत में मिली प्रतिक्रिया पर आधारित था। हम चुपचाप एनडीए के साथ थे लेकिन वह खत्म करने की साजिश रच रहे थे।
जदयू का निर्णय है एनडीए हम छोड़ दें: नीतीश कुमार
मंगलवार को जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू) सुप्रीमो ने एनडीए सरकार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। शाम को तेजस्वी यादव के साथ फिर राजभवन जाकर राज्यपाल को 160 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा। इस्तीफा देने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कुमार ने कहा कि राजग छोड़ने का फैसला जद (यू) ले रहा है। सभी सांसद और विधायक इस बात पर सहमत हुए कि हमें एनडीए छोड़ देना चाहिए। इसके तुरंत बाद, मैंने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
राज्यपाल से मिलने के पहले नीतीश कुमार को चुना गया नेता
इससे पहले, नीतीश कुमार को बिहार में नई सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए ‘महागठबंधन’ का नेता चुना गया था। नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव से अपने आवास पर कहा कि 2017 में जो कुछ भी हुआ उसे भूलकर एक नया अध्याय शुरू करें। बुधवार को नीतीश कुमार आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ पूरा कैबिनेट शपथ लेगा। माना जा रहा है कि तेजस्वी यादव को उप मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।