HDFC and HDFC bank merger: एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के विलय से दुनिया का सबसे मूल्यवान बैंक का निर्माण होने जा रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस विलय के बाद जो बैंक अस्तित्व में आएगा वह बैंक यूनिट दुनिया में इक्विटी मार्केट कैपिटलाइजेशन में दुनिया में चौथे स्थान पर होगा। 172 अरब डॉलर के मूल्य का यह बैंक, अब विश्व के टॉप बैंकिंग यूनिट जेपी मॉर्गन चेज़, इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना और बैंक ऑफ अमेरिका के बाद दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बैंक होगा। एचडीएफसी-एचडीएफसी बैंक का विलय 1 जुलाई से प्रभावी होगा। शुक्रवार को इस विलय की मंजूरी देने के लिए एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के बोर्ड ने मीटिंग की।
HDFC Bank में लगभग 120 मिलियन कस्टमर्स
भारत के कॉर्पोरेट इतिहास में सबसे बड़ी डील बीते साल 4 अप्रैल को हुई। इस डील में एचडीएफसी बैंक ने लगभग 40 बिलियन अमेरिकी डॉलर में सबसे बड़े घरेलू बंधक ऋणदाता एचडीएफसी का अधिग्रहण करने पर सहमति व्यक्त की। इस डील के बाद दोनों का कंबाइन्ड असेट बेस 18 लाख करोड़ रुपये आंका गया। अधिग्रहण के बाद अस्तित्व में आए नए बैंक में लगभग 120 मिलियन कस्टमर्स होंगे। यह संख्या जर्मनी की जनसंख्या से भी अधिक है। यही नहीं बैंक के ब्रांच नेटवर्क 8,300 से अधिक तक बढ़ जाएगा तो कर्मचारियों की संख्या 1,77,000 से अधिक पहुंच जाएगी।
100 % पब्लिक शेयरधारकों के पास बैंक का स्वामित्व
इस विलय के बाद एचडीएफसी बैंक का शत-प्रतिशत स्वामित्व सार्वजनिक शेयरधारकों के पास होगा। एचडीएफसी के मौजूदा शेयरधारकों के पास बैंक का 41 प्रतिशत स्वामित्व होगा। प्रत्येक एचडीएफसी शेयरधारक को उनके प्रत्येक 25 शेयरों के लिए एचडीएफसी बैंक के 42 शेयर मिलेंगे। यानी अगर आपके पास HDFC लिमिटेड के 10 शेयर हैं तो मर्जर के तहत आपको 17 शेयर मिलेंगे।
एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने कहा था कि यह बराबरी का विलय है। हमारा मानना है कि RERA के लागू होने, हाउसिंग सेक्टर को इंफ्रास्ट्रक्चर का दर्जा मिलने, अफोर्डेबल हाउसिंग को लेकर सरकार की पहल जैसे तमाम दूसरी चीजों के कारण हाउसिंग फाइनेंस बिजनेस में बड़ी तेजी आएगी।