नई दिल्ली। साल 2018 में पीएम मोदी ने असम (Assam) के डिब्रूगढ़ शहर (Dibrugarh) के पास जिस बोगीबील पुल (Bogibeel bridge) का उद्घाटन किया था। आज उसी पुल के आस-पास का इलाका इको टूरिज्म के क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। डिब्रूगढ़ ब्रह्मपुत्र नदी (Brahmaputra river) पर तैरता रेस्टोरेंट (floating restaurant) आज आसपास के राज्यों के साथ दूसरे राज्यों के पर्यटकों को भी आकर्षित कर रहा है।
फ्लोटिंग रेस्टोरेंट पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र
एक पुल किसी क्षेत्र की तस्वीर कैसे बदल सकता है इसका उदाहरण हैं डिब्रूगढ़ और धेमाजी को जोड़ने वाला पुल। बोगीबील पुल (bogibeel bridge)। 2018 में पीएम मोदी ने इस पुल को देश को समर्पित किया था। उस समय पीएम ने इको-टूरिज्म (Eco-tourism) के लिए पहल करने की सलाह दी थी। अब डिब्रूगढ़ इस दिशा की ओर बढ़ रहा। यहां एक फ्लोटिंग रेस्टोरेंट (Floating Restaurant) की शुरुआत हुई है। रेलवे ने इसके लिए जमीन उपलब्ध करवाई है। ब्रह्मपुत्र नदी में तैरते रेस्टोरेंट में आने वाले पर्यटकों की संख्या बताती है कि लोग कितना पसंद करते हैं।
स्थानीय लोगों को मिल रहा रोजगार
रेलवे भी बोगीबील पुल के आसपास टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए तेजी के साथ काम कर रहा है। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल रहा है। इस बारे में स्थानीय नागरिक कहते हैं कि इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता को आधुनिकीकरण के साथ इस पुल ने जोड़ा है। यह सेतु क्षेत्रीय विकास व रोजगार का सबसे बड़ा वाहक बना है।
इको-टूरिज्म की अपार संभावनाएं
ब्रह्मपुत्र नदी की सैर के साथ नौका के ऊपर खाना खाने का मजा यात्रियों की यात्रा को रोमांच से भर देता है और यही वजह है कि दूसरे राज्यों से भी आने वाले लोगों की तादाद बढ़ती जा रही है। ब्रह्मपुत्र नदी (Brahmaputra river) यहां के लोगों की जीवन रेखा है। अब यह जीवनरेखा इको-टूरिज्म (eco tourism) की अपार संभावनाएं लेकर आयी है। यह ऐसा क्षेत्र है जहां कम समय और कम लागत में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन कर सकते हैं। साथ ही डिब्रूगढ़ की आर्थिक उन्नति भी हो रही है।