संत रविदास की 644वीं जयंती (Sant Ravidas Jayanti) पर जन्मथल पर धार्मिक कार्यक्रम के साथ उत्तर प्रदेश की राजनीति में खलबली भी मच सकती है।
वजह कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मंदिर में दर्शन के लिए वाराणसी आ रहे हैं।
प्रियंका अखिलेश की मंदिर में मुलाकात!
अखिलेश और प्रियंका एक ही समय पर मंदिर पहुंचेंगे। अनुमान है कि मंदिर में अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी वाड्रा की मुलाकात हो सकती है।
प्रोटोकॉल के मुताबिक सुबह करीब 10 बजे प्रियंका गांधी वाराणसी एयरपोर्ट पहुचेंगी। एयरपोर्ट पर कांग्रेस कार्यकर्ता उनका स्वागत करेंगे। उसके बाद करीब 11 बजे वह सीरगोवर्धन स्थित संत रविदास की जन्मस्थली पर बने मंदिर में पहुंच दर्शन पूजन करेंगी। (Sant Ravidas Jayanti)
अखिलेश भी 11 बजे पहुंचेंगे मंदिर
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव भी मिर्जापुर से चलकर 11 बजे सीरगोवर्धन पहुचेंगे। दोनों नेताओं के एक साथ मंदिर पहुंच दर्शन करने के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं।
मंदिर में अखिलेश-प्रियंका के एक साथ पहुंचने और उनके मुलाकात को लेकर सियासी अटकलें भी लगाई जा रही हैं। हालांकि, काफी लोग इसे महज इत्तेफाक ही मान रहे।
गठबंधन की ओर इशारा है यह संयोग
संत रविदास की शरण में दोनों पार्टियों के आने की मूल वजह दलित मतों को अपनी ओर खींचना है। बसपा के सबसे बड़े वोट बैंक में सेंधमारी के अलावा दो बड़े नेताओं की मुलाकात उत्तर प्रदेश में 2022 में गठबंधन की राजनीति को भी हवा दे रहा। दोनों पार्टी के नेताओं का मिलना इस बात की ओर भी इशारा कर रही हैं कि कहीं 2017 के विधानसभा चुनाव की तरह 2022 में ‘साइकिल’ को ‘हाथ’ का साथ तो नहीं मिलेगा।
धर्मेंद्र प्रधान और चंद्रशेखर भी पहुंचे
अखिलेश और प्रियंका के अलावा संत रविदास की जयंती पर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर भी मंदिर पहुंच संत रविदास के दर पर मत्था टेकेंगे। धर्मेंद्र प्रधान और चंद्रशेखर शुक्रवार को ही वाराणसी पहुंच चुके हैं।