RCS-UDAN पहल ने गुजरात में हवाई यातायात को उल्लेखनीय रूप से बढ़ावा दिया है. GUJSIAL के आंकड़ों के अनुसार अब तक (2017 से नवंबर 2024 तक) 7.93 लाख से अधिक यात्रियों ने क्षेत्रीय हवाई अड्डों से हवाई यात्रा का आनंद लिया है. इन हवाई मार्गों में प्रमुख मार्गों जैसे मुंबई-कांडला, अहमदाबाद-मुंद्रा, अहमदाबाद-दीव, और सूरत-दीव पर हवाई उड़ानें शामिल हैं.
प्रधानमंत्री मोदी के महत्वाकांक्षी पहल उड़े देश का आम नागरिक यानी UDAN योजना से देश के नागरिकों को काफी फायदा मिल रहा है. गुजरात ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पिछले 8 सालों में इस योजना के तहत राज्य में 6 क्षेत्रीय हवाई अड्डों- पोरबंदर, कांडला, केशोद, जामनगर सिविल एन्क्लेव, भावनगर और मुंद्रा का सफलतापूर्वक संचालन शुरू किया है.
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा वर्ष 2016 में क्षेत्रीय संपर्क योजना (RCS) – UDAN को आम नागरिकों के लिए किफायती हवाई यात्रा और शहरों के बीच सुगम संपर्क को बढ़ावा देने की दिशा में शुरू किया गया था. गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने इस योजना को लागू करने में विशेष ध्यान दिया है.
RCS-UDAN पहल ने गुजरात में हवाई यातायात को उल्लेखनीय रूप से बढ़ावा दिया है. GUJSIAL के आंकड़ों के अनुसार अब तक (2017 से नवंबर 2024 तक) 7.93 लाख से अधिक यात्रियों ने क्षेत्रीय हवाई अड्डों से हवाई यात्रा का आनंद लिया है. इन हवाई मार्गों में प्रमुख मार्गों जैसे मुंबई-कांडला, अहमदाबाद-मुंद्रा, अहमदाबाद-दीव, और सूरत-दीव पर हवाई उड़ानें शामिल हैं. हाल ही में इस नेटवर्क में अहमदाबाद-केशोद, अहमदाबाद-जलगांव और अहमदाबाद-नांदेड़ जैसे मार्ग भी जोड़े गए हैं, जिससे गुजरात की क्षेत्रीय हवाई संपर्क और बेहतर हो गई है.
गुजरात में RCS-UDAN योजना पर जानकारी देते हुए डॉ. धवल पटेल, IAS, आयुक्त, नागरिक उड्डयन, गुजरात सरकार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में RCS-UDAN पहल के तहत गुजरात में विमानन अवसंरचना और हवाई संपर्क में सुधार के लिए राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है. मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में राज्य सरकार क्षेत्रीय हवाई अड्डे के लिए विभिन्न सुविधाओं और प्रोत्साहनों के साथ-साथ MRO (Maintenance, Repair, and Overhaul) और फ्लाइंग ट्रेनिंग क्षेत्रों की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए भी निरंतर प्रयासरत है.
गुजरात सरकार ने RCS-UDAN के तहत बने 6 क्षेत्रीय हवाई अड्डों पर 2017 से नवंबर 2024 तक 20% वायबिलिटी गैप फंडिंग (VGF) और अग्नि व सुरक्षा सेवाओं के लिए लगभग ₹184 करोड़ खर्च किए हैं. उल्लेखनीय है कि क्षेत्रीय हवाई अड्डों का इन्फ्रास्ट्रक्टरल कॉस्ट केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जाता है. साथ ही, राज्य सरकार की ओर से जारी VGF यानी वायाबिलिटी गैप फंड और अन्य आकर्षक आर्थिक प्रोत्साहनों से राज्य में क्षेत्रीय हवाई यात्राओं के संचालन में काफी मदद हो रही है.
क्षेत्रीय हवाई यात्रा के तहत संचालित हवाई मार्गों के लिए राज्य सरकार की VGF पहल के अंतर्गत विशेष आर्थिक छूट का प्रावधान दिया जाता है, जिस वजह से छोटे एयरलाइन्स इन मार्गों में हवाई यात्राएं शुरू करने के लिए प्रोत्साहित हो रहे हैं. वर्तमान में सूरत-अहमदाबाद, सूरत-राजकोट और सूरत-अमरेली सहित 5 मार्गों पर चल रही उड़ानों के लिए राज्य सरकार की ओर से VGF यानी वायाबिलिटी गैप फंड की सुविधा दी जा रही है. VGF की वजह से इन मार्गों में अब तक 1.06 लाख से अधिक यात्रियों ने किफायती किराए पर हवाई यात्रा का आनंद लिया है.
RCS-UDAN योजना के तहत गुजरात सरकार स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और साबरमती रिवरफ्रंट पर अपने महत्वाकांक्षी वॉटर एयरोड्रोम परियोजनाओं पर हवाई संपर्क सेवाओं को पुन शुरू करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. इसके अलावा, RCS और राज्य VGF योजना दोनों के तहत अतिरिक्त मार्ग लॉन्च करने की योजनाएं भी प्रगति पर हैं, जिसके तहत वडोदरा, राजकोट, अंबाजी और पालीताणा जैसे शहरों को जोड़ा जाएगा. RCS-UDAN योजना के तहत जारी इन प्रयासों से गुजरात का संपूर्ण विमानन पारिस्थितिकी तंत्र आने वाले समय में और बेहतर होगा और साथ ही, ये परियोजनाएं राज्य के पर्यटन व आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देंगी.
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