October 11, 2024
अमेरिका में दहाड़े ईरान के 'राजकुमार', इजरायल Us को यूं नहीं मिलेगी सुरक्षा की गारंटी

अमेरिका में दहाड़े ईरान के ‘राजकुमार’, इजरायल-US को यूं नहीं मिलेगी सुरक्षा की गारंटी​

इजरायल और ईरान (Iran Israel War) के बीच युद्ध होने के पूरे आसार बन रखे हैं. इजरायल हमले के लिए पूरी तरह तैयार है. अमेरिका (US clears strike plan on Iran) की ओर से इस हमले को हरी झंडी दे दी गई है. ऐसे में ईरान के इस्लामिक शासन (Islamic Rule in Iran) का एक और दुश्मन ईरान के पूर्व शासक का परिवार भी अपने इरादों के साथ दुनिया के सामने आया है. ईरान के निर्वासित शासक के राजकुमार रेजा पहलवी (Crown Prince Reza Pahlavi) ने इजरायली अमेरिकी परिषद (Israel American Council) में एक संबोधन दिया. तमाम ईरानी लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ ईरान की निर्वासित राजकुमार की बातों का समर्थन भी किया. जहां पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था वहां सैकड़ों की संख्या में उनके समर्थक ईरानी झंडा लहराते देखे गए. कुछ लोग इजरायली झंडों को लेकर भी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे थे.

इजरायल और ईरान (Iran Israel War) के बीच युद्ध होने के पूरे आसार बन रखे हैं. इजरायल हमले के लिए पूरी तरह तैयार है. अमेरिका (US clears strike plan on Iran) की ओर से इस हमले को हरी झंडी दे दी गई है. ऐसे में ईरान के इस्लामिक शासन (Islamic Rule in Iran) का एक और दुश्मन ईरान के पूर्व शासक का परिवार भी अपने इरादों के साथ दुनिया के सामने आया है. ईरान के निर्वासित शासक के राजकुमार रेजा पहलवी (Crown Prince Reza Pahlavi) ने इजरायली अमेरिकी परिषद (Israel American Council) में एक संबोधन दिया. तमाम ईरानी लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ ईरान की निर्वासित राजकुमार की बातों का समर्थन भी किया. जहां पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था वहां सैकड़ों की संख्या में उनके समर्थक ईरानी झंडा लहराते देखे गए. कुछ लोग इजरायली झंडों को लेकर भी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे थे.

इजरायल और ईरान (Iran Israel War) के बीच युद्ध होने के पूरे आसार बन रखे हैं. इजरायल हमले के लिए पूरी तरह तैयार है. अमेरिका (US clears strike plan on Iran) की ओर से इस हमले को हरी झंडी दे दी गई है. ऐसे में ईरान के इस्लामिक शासन (Islamic Rule in Iran) का एक और दुश्मन ईरान के पूर्व शासक का परिवार भी अपने इरादों के साथ दुनिया के सामने आया है. ईरान के निर्वासित शासक के राजकुमार रेजा पहलवी (Crown Prince Reza Pahlavi) ने इजरायली अमेरिकी परिषद (Israel American Council) में एक संबोधन दिया. तमाम ईरानी लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ ईरान की निर्वासित राजकुमार की बातों का समर्थन भी किया. जहां पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था वहां सैकड़ों की संख्या में उनके समर्थक ईरानी झंडा लहराते देखे गए. कुछ लोग इजरायली झंडों को लेकर भी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे थे.

अमेरिका और इजरायल को शांति के लिए क्या करना चाहिए

येरुसेलमपोस्ट की खबर के अनुसार पहलवी ने कहा, केवल हमास या हिजबुल्लाह से लड़ने से इजरायल, अमेरिका को सुरक्षा नहीं मिलेगी. पहलवी ने कहा कि आप (इजरायल और अमेरिका) बस प्रतिक्रिया कर रहे होंगे, और आपके लोगों को कभी शांति नहीं मिलेगी. इन प्रतिक्रियावादियों पर प्रतिक्रिया करने का समय समाप्त होना चाहिए.”

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यहूदी विरोधी भावना से हिंसा

इजरायल के समर्थन में अपनी बात रखते हुए पहलवी ने कहा कि केवल यहूदी विरोधी भावना के चलते कई लोगों की जान जा रही है. इस विचारधारा को एक ऐसे शासन का समर्थन प्राप्त है जो इसे हिंसा के जरिए लागू करना चाहता है. यह खतरनाक है. इसलिए यह सब बहुत है. इसको समझने का समय आ गया है. पहलवी ने कहा कि अब लाल रेखा खींचने का समय आ गया है, लेकिन दुख की बात है कि यह लाल रेखा निर्दोष नागरिकों के खून से खींचनी पड़ी है.”

Photo Credit: Image credit : AFP

एक्शन लेने का समय आ गया

पहलवी ने कहा, पिछले सालों में ईरानी और इजरायली एकजुटता के साथ खड़े हुए हैं. लेकिन एकजुटता अब पर्याप्त नहीं है. अब साथ-साथ खड़े होने से ज्यादा कुछ करने का समय है. अब हाथ में हाथ डालकर कार्य करने का समय है. पहलवी ने कहा, ईरान के लोगों ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है और बाहरी दुनिया के समर्थन के बिना हर दिन इस शासन के खिलाफ लड़ रहे हैं. पहलवी ने कहा कि ईरान के लोगों ने मुझे एक संदेश के साथ यहां भेजा है. वे न केवल खुद को आजाद कराने के लिए बल्कि मध्य पूर्व और दुनिया को इस दुष्ट शासन की तलवार से मुक्त कराने के लिए लड़ रहे हैं.

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ईरान के धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र बनाना

पहलवी की मांग है कि हमें इस्लामिक गणराज्य पर अधिकतम दबाव डालने की जरूरत है. हमें ईरान के लोगों को अधिकतम समर्थन देने की ज़रूरत है ताकि हम इस आपराधिक तानाशाही से शांतिपूर्वक धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र में बदल सकें जिसके लिए ईरानी लोग लड़ रहे हैं.”

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