November 24, 2024
अमेरिकी राषट्रपति चुनाव में ट्रंप बनाम हैरिस : क्या कह रहा मतदाता

अमेरिकी राषट्रपति चुनाव में ट्रंप बनाम हैरिस : क्या कह रहा मतदाता​

अमेरिका में पुरुषों में ट्रंप की पॉपुलेरिटी बढ़ती जा रही है जबकि महिलाओं में कमला हैरिस पॉपुलर हो रही हैं. हिस्पैनिक लोगों में भी ट्रंप की लोकप्रियता काफी है. रायटर और इपसोस ने 14000 लोगों में एक पोल करवाया. इस पोल का परिणाम हुआ उसे रायटर ने साझा किया है. रायटर ने यह पोल अक्तूबर के महीने में करवाया है. गौरतलब यह है कि इसी प्रकार को पोल इसी संस्था ने 2020 में भी इसी महीने में करवाया था. यह पोल काफी हद तक तब भी सटीक था और ऐसा ही माना जा रहा है कि इस बार भी कुछ ऐसा ही परिणाम देखने को मिलेगा.

अमेरिका में पुरुषों में ट्रंप की पॉपुलेरिटी बढ़ती जा रही है जबकि महिलाओं में कमला हैरिस पॉपुलर हो रही हैं. हिस्पैनिक लोगों में भी ट्रंप की लोकप्रियता काफी है. रायटर और इपसोस ने 14000 लोगों में एक पोल करवाया. इस पोल का परिणाम हुआ उसे रायटर ने साझा किया है. रायटर ने यह पोल अक्तूबर के महीने में करवाया है. गौरतलब यह है कि इसी प्रकार को पोल इसी संस्था ने 2020 में भी इसी महीने में करवाया था. यह पोल काफी हद तक तब भी सटीक था और ऐसा ही माना जा रहा है कि इस बार भी कुछ ऐसा ही परिणाम देखने को मिलेगा.

Donald Trump Vs Kamala Harris in US Presidential election: कहीं चुनाव होता है मतदाता की राय अलग अलग होती है और राय के अनुरूप मतदाता अपने अपने मत का प्रयोग करते हैं. उनकी राय बनाने में सरकार की नीतियां विफलताएं जिम्मेदार होती हैं. साथ ही चुनाव प्रचार में नेता अपने भाषणों से लोगों तक अपनी भावी रणनीति पहुंचाते हैं लोगों पर अपने समर्थन की बात करते हैं. इन सब का असर यह होता है कि मतदाता में विभाजन होता है. मतों का विभाजन होता है. ऐसा ही अमेरिका में भी देखने को मिल रहा है. अमेरिकी चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रैट उम्मीदवार वर्तमान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के प्रयासों के बाद ऐसा ही देखने को मिल रहा है. अमेरिका में महिला और पुरुषओं से लेकर गोरे कालों में और शिक्षा के स्तर के हिसाब से भी मतों का विभाजन हो रहा है.

पुरुषों में पॉपुलर ट्रंप

कहा जा रहा है कि अमेरिका में पुरुषों में ट्रंप की पॉपुलेरिटी बढ़ती जा रही है जबकि महिलाओं में कमला हैरिस पॉपुलर हो रही हैं. हिस्पैनिक लोगों में भी ट्रंप की लोकप्रियता काफी है. रायटर और इपसोस ने 14000 लोगों में एक पोल करवाया. इस पोल का परिणाम हुआ उसे रायटर ने साझा किया है. रायटर ने यह पोल अक्तूबर के महीने में करवाया है. गौरतलब यह है कि इसी प्रकार को पोल इसी संस्था ने 2020 में भी इसी महीने में करवाया था. यह पोल काफी हद तक तब भी सटीक था और ऐसा ही माना जा रहा है कि इस बार भी कुछ ऐसा ही परिणाम देखने को मिलेगा.

महिलाओं में हैरिस आगे

पोल के अनुसार कमला हैरिस अपने प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप से महिलाओं में 12 प्रतिशत प्वाइंट्स से आगे हैं. पोल में 50 फीसदी महिलाओं ने कमला हैरिस का समर्थन किया जबकि 38 फीसदी ने ट्रंप का. वहीं, 2020 में बाइडेन ने ट्रंप से 5 प्रतिशत अंक ज्यादा हासिल किए थे. कुछ लोगों का कहना था कि वे अभी तक तय नहीं कर पाए हैं कि किसे वोट करना है. या तो वे किसी तीसरे दल के प्रत्याशी को वोट करेंगे या फिर वोट ही नहीं करेंगे.

गोरी महिलाओं में कमला लोकप्रिय

महिला प्रत्याशी होने के नाते कमला हैरिस को महिलाओं में काफी फायदा मिल रहा है. गोरी महिलाओं में भी कमला हैरिस का खासा समर्थन मिल रहा है. श्वेत महिलाओं में हैरिस ट्रंप से पीछे हैं लेकिन यह ज्यादा अंतर नहीं है. केवल दो प्रतिशत का अंतर है. लेकिन 4 साल पहले के पोल में ट्रंप ने बाइडेन पर करीब 16 अंकों की बढ़त हासिल की थी. इससे साफ है कि इस बार श्वेत महिलाओं का रुझान कमला हैरिस के प्रति बढ़ा है.

पोल के आंकड़े बता रहे हैं कि ट्रंप पुरुषों में ज्यादा लोकप्रिय हैं. पुरुषों में किए गए पोल के अनुसार डोनाल्ड ट्रंप का कमला हैरिस की तुलना में 7 प्रतिशत अंकों से पलड़ा भारी है .ट्रंप को 48 फीसदी और कमला हैरिस को 41 फीसदी पुरुषों का समर्थन हासिल होता दिख रहा है. वहीं 2020 में ट्रंप ने बाइडेन पर केवल एक प्रतिशत अंक की बढ़त ली थी. इस पोल में तब ट्रंप को 45 प्रतिशत और जो बाइडेन को 44 फीसदी पुरुषों का समर्थन मिला था.

हिस्पैनिक पुरुषों में ट्रंप आगे

पुरुष मतदाताओं के बीच ट्रंप की बेहतर स्थिति हिस्पैनिक पुरुषों के बीच उनकी बढ़त के कारण दिख रही है. हिस्पैनिक पुरुषों के बीच ट्रंप, हैरिस से केवल 2 प्रतिशत अंकों से पीछे दिख रहे हैं. यह आंकड़ा 46% से 44% है. वहीं, जो बाइडेन के साथ ट्रंप की 2020 की तुलना देखें तो 16 अंकों की कमी – 53% से 37% थी.

गौर करने की बात इस चुनाव में यह कही जा रही है कि हिस्पैनिक मतदाता, अमेरिकी मतदाताओं का सबसे तेजी से बढ़ने वाला वर्ग है. खास बात यह है कि 1970 के दशक के बाद से अधिकांश राष्ट्रपति चुनावों में हिस्पैनिक मतदाताओं में डेमोक्रेटिक की ओर भारी झुकाव रहा है, लेकिन ट्रंप ने इस बार इसे बदला है. ऐसा इस पोल में दिख रहा है कि ट्रंप ने हिस्पैनिक मतदाताओं में अपनी पैठ बनाई है.

2020 की से तुलना की जाए तो रिपब्लिकन ने 4 फीसदी का इजाफा किया है. ट्रंप को पंजीकृत हिस्पैनिक मतदाताओं में से 38% का समर्थन प्राप्त होता दिख रहा है जबकि हिस्पैनिक मतदाताओं में हैरिस की हिस्सेदारी 50% रही है. वहीं अक्टूबर 2020 में बाइडेन की 54% हिस्सेदारी थी .

अश्वेत लोगों को कौन आगे

अश्वेत मतदाताओं में इस बार पिछले चुनाव की अपेक्षा उदासीन रवैया दिख रहा है. पिछले चुनाव में जहां केवल 3 प्रतिशत अश्वेत मतदाताओं ने वोट न करने की बात कही थी, वहीं इस बार 7 प्रतिशत यानी 4 प्रतिशत ज्यादा अश्वेत मतदाताओं ने ऐसा करने की बात कही है. जहां तक कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप को अश्वेत मतदाताओं के समर्थन की बात है तो कमला हैरिस काफी आगे हैं, लेकिन पेंच यह है कि इन मतदाताओं की संख्या इस बार कम है. यानी अश्वेत मतदाताओं में भी ट्रंप की लोकप्रियता कुछ बढ़ी है और वे पिछले चुनाव की तुलना में इस बार एक प्रतिशत ज्यादा मत लेते दिखाई दे रहे हैं.

कुल मिलाकर अश्वेत मतदाताओं में, 68% ने कहा है कि वे हैरिस को वोट देंगे, जबकि अक्टूबर 2020 में 74% ने कहा था कि वे बाइडेन को वोट देंगे. ट्रंप को केवल मामूली लाभ हुआ – उन्हें इस महीने 12% अश्वेत मतदाताओं ने प्राथमिकता दी है, जबकि चार साल पहले उन्हें 11% ने चुना था.

यह कहने वाले अश्वेत पुरुषों की हिस्सेदारी – 63% – 2020 के चुनाव से पहले बाइडेन के 71% से 8 प्रतिशत अंक कम रही है. हैरिस को चुनने वाली अश्वेत महिलाओं की हिस्सेदारी 77% से 4 अंक कम होकर 73% हो गई, जिन्होंने अक्टूबर 2020 में कहा था कि वे बाइडेन को वोट देंगे. यहां भी देखा जाए तो हैरिस का कुछ कम अश्वेत पुरुषों का समर्थन मिलता दिख रहा है.

लगभग 19% अश्वेत पुरुषों और 7% अश्वेत महिलाओं ने अक्टूबर में कहा था कि वे ट्रंप को वोट देंगे, जो अक्टूबर 2020 में 17% और 5% से अधिक है, जिन्होंने ऐसा ही कहा था. यहां पर ट्रंप ने दो प्रतिशत ज्यादा लोगों तक अपनी पकड़ मजबूत की है.

हिस्पैनिक महिलाओं में भी कमला हैरिस को 2020 के बाइडेन के मुकाबले कम मत प्रतिशत मिल रहा है. अक्टूबर 2020 में हिस्पैनिक महिलाओं के बीच हैरिस की 21 अंकों की बढ़त – 53% से 32% – हिस्पैनिक महिलाओं के बीच बाइडेन की 31 अंकों की बढ़त – 56% से 25% – से अधिक थी.

श्वेत मतदाताओं में कौन है पसंद

अब बात करते हैं श्वेत मतदाताओं की. यहां पर ऐसा माना जाता है कि डोनाल्ड ट्रंप काफी पसंद किए जाते हैं. लेकिन 2020 के मुकालबे यानी ट्रंप बनाम ट्रंप दो प्रतिशत अंक से पिछड़ रहे हैं. यानी श्वेत मतदाताओं में ट्रंप की लोकप्रियता कुछ घटी है. डोनाल्ड ट्रंप को कुल मिलाकर 50% श्वेत मतदाताओं ने पसंदीदा उम्मीदवार बताया है जबकि अक्टूबर 2020 में 53% श्वेत मतदाताओं ने पहली पसंद रखा था.

वहीं, लगभग 40% श्वेत मतदाताओं ने हैरिस को चुना है. वहीं 2020 में बाइडेन के लिए 35% ने कहा था कि वे वोट देंगे . यहां भी कमला हैरिस को जो ज्यादा मत मिल रहे हैं उसमें श्वेत महिलाओं की अहम भूमिका है. इनके बीच कमला हैरिस की लोकप्रियता बढ़ी है. हालांकि वह श्वेत पुरुषों के बीच भी थोड़ी और लोकप्रिय हुई हैं. श्वेत पुरुषों के बीच ट्रंप की हैरिस पर 18 अंकों की बढ़त – 54% से 36% – चार साल पहले की उनकी 20 अंकों की बढ़त से कम है.

बिना डिग्री वालों की पसंद

कॉलेज की डिग्री के बिना मतदाताओं के बीच, ट्रंप अक्टूबर में हैरिस से 10 अंकों से आगे हैं. यह आंकड़ा कुछ इस प्रकार है. ट्रंप बनाम हैरिस 49% बनाम 39% प्रतिशत . वहीं – चार साल पहले ट्रंप बाइडेन से 2 अंक आगे थे. तब मत प्रतिशत कुछ इस प्रकार था. 44% और 42% प्रतिशत.

डिग्रीधारक किसे कर रहे पसंद

कॉलेज से स्नातक मतदाताओं में हैरिस काफी लोकप्रिय हैं. इन मतदाताओं की संख्या अमेरिका में कम है लेकिन मतदान करने में आगे रहते हैं. यहां पर डेमोक्रैट्स को खासा समर्थन मिलता दिख रहा है. हैरिस ने ट्रंप को 21प्रतिशत अंकों से पीछे कर दिया है. यह प्रतिशत 55% के मुकाबले 34% है. अक्टूबर 2020 में बाइडेन केवल 9-पॉइंट से ट्रंप से आगे थे.

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