अल्लू अर्जुन (Allu Arjun) के घर पर हमले की तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी (Revanth Reddy) ने निंदा की है. वहीं भाजपा के आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने इसे लेकर तेलंगाना की कांग्रेस सरकार पर सवाल उठाए हैं.
साउथ सुपरस्टार अल्लू अर्जुन (Allu Arjun) के हैदराबाद स्थित आवास पर रविवार को हुए हमले पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी (Revanth Reddy) की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने एक्टर के घर हुए हमले की निंदा की और पुलिस अधिकारियों को कार्रवाई का आदेश दिया.
ये भी पढ़ें : अल्लू अर्जुन के घर के बाहर तोड़फोड़, भगदड़ से मौत का विरोध कर रहे लोगों ने फेंके टमाटर; बढ़ाई गई सुरक्षा
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “मैं फिल्म सेलिब्रिटी के घरों पर हुए हमले की निंदा करता हूं.राज्य के डीजीपी और शहर पुलिस आयुक्त को कानून-व्यवस्था के संबंध में सख्त कार्रवाई का आदेश देता हूं. इस संबंध में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. वरिष्ठ अधिकारियों को संध्या थिएटर घटना में शामिल न होने वाले पुलिसकर्मियों को प्रतिक्रिया देने से रोकने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए.”
तेलंगाना की कांग्रेस सरकार पर सवाल
भाजपा के आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने अल्लू अर्जुन के घर हुए हमले को लेकर तेलंगाना की कांग्रेस सरकार पर सवाल उठाए. उन्होंने घटना का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता अल्लू अर्जुन के घर पर पत्थरबाजी की गई. यह राज्य प्रायोजित आतंकवाद है. कांग्रेस अल्लू अर्जुन को इसलिए निशाना बना रही है, क्योंकि उन्होंने उनके लिए प्रचार करने से इनकार कर दिया था. उन्हें पहले जल्दबाजी में उस अपराध के लिए गिरफ्तार किया गया था, जो उन्होंने किया ही नहीं था.”
उन्होंने आगे लिखा, “मोहब्बत की दुकान में नफरत का सामान बिक रहा है.”
अल्लू अर्जुन के आवास पर फेंके टमाटर
बताया जा रहा है कि उस्मानिया यूनिवर्सिटी के प्रदर्शनकारियों से जुड़े एक समूह ने अल्लू अर्जुन के आवास पर टमाटर फेंके और गमलों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया.
घटना की जानकारी मिलने के बाद सुरक्षाकर्मियों ने स्थिति को संभाला और उपद्रवियों को मौके से खदेड़ दिया. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
हैदराबाद स्थित संध्या थिएटर भगदड़ मामले में अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार किया गया था. अभिनेता को तेलंगाना हाई कोर्ट द्वारा अंतरिम जमानत दी गई थी, जबकि एक निचली अदालत ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत पर भेज दिया था.
NDTV India – Latest