अगर तौलिये को लंबे समय तक बिना धोए इस्तेमाल किया जाए, तो उसमें बैक्टीरिया और फंगस (Bacteria And Fungus) पनपने लगते हैं, जो बीमारियों का कारण बन सकते हैं.
How you should wash your towel properly:तौलिया एक ऐसी चीज है जिसका इस्तेमाल हम रोजाना ही करते हैं. मगर, क्या आप जानते हैं कि गंदा तौलिया (Dirty Towel) आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है? कुछ घरों में सभी लोग एक ही तौलिया इस्तेमाल करते हैं, जिससे इंफेक्शन (Infection) फैलने का खतरा और बढ़ जाता है. अगर तौलिये को लंबे समय तक बिना धोए इस्तेमाल किया जाए, तो उसमें बैक्टीरिया और फंगस (Bacteria And Fungus) पनपने लगते हैं, जो बीमारियों का कारण बन सकते हैं. तौलिए में नमी होने की वजह से ये समस्या और गंभीर हो जाती है. गंदे तौलिये से स्किन इंफेक्शन, पिंपल्स, रैशेज, और यहां तक कि फंगल इंफेक्शन जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
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तौलिए में बैक्टीरिया और फंगस का खतरा
तौलिये का यह गुण, जो उसे नमी सोखने में सक्षम बनाता है, बीमारियों का कारण भी बन सकता है. जब हम नहाने के बाद तौलिये से शरीर पोंछते हैं, तो उसमें नमी और गंदगी जमा हो जाती है. इस नमी की वजह से बैक्टीरिया और फंगस तेजी से पनपते हैं. 2014 में अमेरिका में की गई एक स्टडी में पाया गया कि तौलिये में 89% कॉलिफोर्म बैक्टीरिया और 25.6% ई-कोलाई बैक्टीरिया होते हैं. ये बैक्टीरिया पेट से जुड़ी बीमारियों, फ्लू और घाव से जुड़े इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं. ई-कोलाई बैक्टीरिया निमोनिया, सांस की समस्याएं और यूरिन इंफेक्शन का भी कारण बन सकता है.
स्किन से जुड़ी बीमारियां
तौलिये से होने वाली बीमारियों में स्किन इंफेक्शन सबसे आम है. गंदा तौलिया बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन का कारण बन सकता है. इसके अलावा, स्किन से जुड़ी बीमारियां जैसे एक्जिमा और सोरायसिस भी तौलिये के कारण बढ़ सकती हैं. एक्जिमा और सोरायसिस में स्किन की बाहरी सतह खराब हो जाती है और पपड़ीदार दिखने लगती है. इस स्थिति में तौलिये को एंटीसेप्टिक लिक्विड में डालकर धोना चाहिए और इसे रोज धूप में सुखाना चाहिए ताकि बैक्टीरिया मर सकें.
तौलिए से इंफेक्शन
तौलिए से संक्रमण बहुत तेजी से फैलता है. अगर किसी को पिंपल्स हैं और उसमें पस है, तो उसके तौलिये से दूसरे लोगों को भी यह समस्या हो सकती है. इसके अलावा, ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (HPV) जैसे इंफेक्शन भी तौलिए से फैल सकते हैं. यह वायरस मस्सों का कारण बनता है. अगर किसी को शरीर में कट या घाव है और वह संक्रमित व्यक्ति का तौलिया इस्तेमाल कर ले, तो मस्से निकलने का खतरा रहता है. गर्दन, ठुड्डी, और अंडर आर्म्स जैसे हिस्सों में मस्से उभरने की संभावना सबसे ज्यादा होती है.
होटल, जिम और स्पा में तौलिये का इस्तेमाल करते समय बरतें सावधानी
अगर आप होटल, जिम या स्पा में तौलिये का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है. यहां आमतौर पर कई लोग एक ही तौलिये का इस्तेमाल करते हैं, जिससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे स्थानों पर शेयर किए गए तौलिए भले ही धोए गए हों, फिर भी उनमें बैक्टीरिया और फंगस के पनपने की संभावना रहती है. इसलिए सबसे अच्छा उपाय यह है कि इन जगहों पर अपना तौलिया साथ लेकर जाएं. इससे संक्रमण फैलने का खतरा कम होगा और आप अधिक सुरक्षित रहेंगे.
तौलिया कितने दिन में धोना चाहिए?
अगर आपको किसी तरह की बीमारी या स्किन इंफेक्शन नहीं है तो तौलिए को हर तीन से चार दिन में धोना चाहिए. और अगर किसी इंफेक्शन से जूझ रहे हों तो इसे रोज धोना और धूप में सुखाना सबसे अच्छा उपाय है. धूप में सूखने से बैक्टीरिया और फंगस मर जाते हैं, जिससे तौलिया सुरक्षित हो जाता है. यह भी सुनिश्चित करें कि आपका तौलिया पूरी तरह से सूखा हो और नमी से दूर रहे, ताकि बैक्टीरिया को पनपने का मौका न मिले.
तौलिये की साफ-सफाई बेहद जरूरी है, चाहे आप घर पर हों या बाहर. नियमित रूप से तौलिया धोने और इसे धूप में सुखाने से बैक्टीरिया और फंगस से बचाव किया जा सकता है. खासकर सार्वजनिक स्थानों जैसे होटल, जिम और स्पा में तौलिए का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें और अपना तौलिया साथ ले जाना सबसे सुरक्षित विकल्प है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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