इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कई एक्टर-एक्ट्रेस हैं, जिन्होंने अपना अच्छा खासा करियर छोड़कर दूसरा रास्ता अपनाया. आज हम एक ऐसी ही एक्ट्रेस के बारे में आपको बताने जा रहे हैं.
इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कई एक्टर-एक्ट्रेस हैं, जिन्होंने अपना अच्छा खासा करियर छोड़कर दूसरा रास्ता अपनाया. आज हम एक ऐसी ही एक्ट्रेस के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, जो इंडस्ट्री में खुद को साबित कर चुकी थीं और बचपन से लेकर बड़े होने तक उन्होंने कई सारे टीवी शोज और फिल्मों में काम किया. लेकिन जब वो अपने करियर के पीक पर थीं, तो उन्होंने एक्टिंग को छोड़कर मुश्किल रास्ता अपनाया और यूपीएससी एग्जाम क्रैक करके आईएएस ऑफिसर बन गईं. आइए आज आपको बताते हैं उन्हीं एक्ट्रेस के बारे में.
एक्टिंग को छोड़कर आईएएस ऑफिसर बनीं ये अभिनेत्री
कर्नाटक के तुमकुर जिले के होसकेरे गांव में जन्मी साउथ एक्ट्रेस एचएस कीर्तना ने 4 साल की उम्र में अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत कर दी थीं. उन्होंने कर्पूरदा गोम्बे’, ‘गंगा-यमुना’, ‘मुदिना आलिया’, ‘उपेंद्र’, ‘ए’, ‘कनूर हेग्गादती’, ‘सर्कल इंस्पेक्टर’, ‘ओ मल्लिगे’, ‘लेडी कमिश्नर’, ‘हब्बा’, ‘डोर’, ‘सिम्हाद्री’, ‘जननी’, ‘चिगुरू’ और ‘पुटानी एजेंट’ जैसी कई फिल्मों और टीवी शोज में काम किया, जिसमें 32 फिल्में, 48 टीवी शोज का नाम शामिल है. वहीं इस लिस्ट में सुपरहिट मूवीज भी हैं. हालांकि जब वह अपने करियर के पीक पर थीं, तो उन्होंने एक्टिंग को छोड़कर सिविल सर्विसेज करने का मन बनाया और एक नई जर्नी शुरू की.
छठवें अटेम्प्ट में पास किया यूपीएससी एग्जाम
एचएस कीर्तना ने साल 2011 में कर्नाटक प्रशासनिक सेवा की परीक्षा पास की और 2 साल तक केएएस अधिकारी के रूप में भी काम किया. इसके बाद उन्होंने यूपीएससी का एग्जाम दिया, लेकिन लगातार पांच बार वह इस परीक्षा में फेल हुई, पर उन्होंने हार नहीं मानी और अपने छठवें प्रयास में उन्होंने 167 वीं ऑल इंडिया रैंक के साथ ही परीक्षा पास की. आईएएस ऑफिसर बनने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग कर्नाटक के मांड्या जिले में सहायक आयुक्त के रूप में हुईं. एचएस कीर्तना की सक्सेस स्टोरी हर उस लड़की के लिए इंस्पिरेशनल हैं, जो चैलेंज लेना पसंद करती हैं और जीवन में सफलता हासिल करना चाहती हैं.
NDTV India – Latest
More Stories
कभी जेब खर्च के लिए मिस इंडिया गर्लफ्रेंड से पैसे उधार लेता था ये एक्टर, आ चुका है 200 से ज्यादा फिल्मों में नजर
Sant Kabir ke Dohe: पोथी पढ़ि-पढ़ि जग मुवा, पंडित भया न कोइ… कबिर की ये कविताएं हर बच्चों को याद होनी चाहिए
क्या है Adult ADHD जिससे पीड़ित लोग नहीं कर पाते किसी भी काम पर फोकस, जानें लक्षण