कनाडा में चरमपंथी ताकतों को मिल रही राजनीतिक पनाह : हिंदू मंदिर पर हमले की घटना पर भड़के एस जयशंकर​

 कनाडा के ब्रैम्पटन में प्रदर्शनकारी खालिस्तानी झंडे लेकर रविवार को हिंदू सभा मंदिर में लोगों से भिड़ गए और मंदिर अधिकारियों तथा भारतीय वाणिज्य दूतावास द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में व्यावधान पैदा कर दिया. वहां मौजूद लोगों को लाठी-डंडों से पीटा.

कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर पर हुए हमले की घटना पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कड़ी आपत्ति जताई. ट्रूडो सरकार पर सवाल उठाते हुए भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि यह एक तरह से कनाडा में चरमपंथियों को दी जा रही राजनीतिक पनाह की ओर इशारा करता है. इसे लेकर हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चिंता व्‍यक्‍त की है.  

घटना हमारे लिए गंभीर मुद्दा

एस. जयशंकर ने कनाडा में हुए हिंदू मंदिर पर हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा, ‘कनाडा में हिंदू मंदिर में जो कुछ हुआ, वह बेहद चिंता का विषय है. इस घटना को लेकर हमारे आधिकारिक प्रवक्ता का बयान आपने देखा होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस विषय को बेहद गंभीर बताया है. इस तरह हमने कनाडा को ये जाहिर कर दिया है कि ये घटना हमारे लिए कितना गंभीर मुद्दा है.’ विदेश मंत्री 3 से 7 नवंबर तक ऑस्ट्रेलिया की आधिकारिक यात्रा पर हैं.

जयशंकर का कनाडा पर ट्रिपल अटैक

कैनबरा में ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वॉन्ग के साथ ज्‍वॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया ने एस. जयशंकर से कनाडा की घटना पर प्रतिक्रिया मांगी थी. इस पर भारतीय विदेश मंत्री ने कहा, ‘मैं तीन बातें कहना चाहूंगा, एक- कनाडा ने बिना कोई खास जानकारी साझा किये आरोप लगाने का एक पैटर्न डेवलेप कर लिया है. दूसरी बात- कनाडा हमारे राजनयिकों को निगरानी में रख रहा है जो अस्वीकार्य है. तीसरी बात- यह घटना बताती है कि वहां (कनाडा) चरमपंथी ताकतों को राजनीतिक पनाह दी जा रही है.’ 

पीएम मोदी ने क्‍या कहा…

यह घटनाक्रम तब हुआ है, जब भारत-कनाडा संबंधों में खालिस्तानी अलगाववादियों को उत्तरी अमेरिकी देश के कथित समर्थन और भारत द्वारा आतंकवादी घोषित किए गए कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निज्जर के मारे जाने में भारत की संलिप्तता के आरोप को लेकर गहरा तनाव बना हुआ है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा था, ‘मैं कनाडा में हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं. हमारे राजनयिकों को डराने-धमकाने की कायरतापूर्ण कोशिशें भी उतनी ही भयावह हैं. हिंसा की ऐसी हरकतें भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं कर पाएंगी.’ उन्होंने कहा, ‘हम कनाडा सरकार से उम्मीद करते हैं कि वह न्याय सुनिश्चित करेगी और कानून का शासन कायम रखेगी.’

इससे पहले, विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा था कि उसे उम्मीद है कि हिंसा में शामिल लोगों को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा. इसने कनाडा सरकार से यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि सभी पूजा स्थलों को इस तरह के हमलों से बचाया जाए. बयान में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल के हवाले से कहा गया, ‘हम कल (रविवार) ब्रैम्पटन, ओंटारियो में हिंदू सभा मंदिर में चरमपंथियों और अलगाववादियों द्वारा की गई हिंसा की निंदा करते हैं. हम कनाडा सरकार से यह सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं कि सभी पूजा स्थलों को ऐसे हमलों से बचाया जाए.’

बता दें कि कनाडा के ब्रैम्पटन में प्रदर्शनकारी खालिस्तानी झंडे लेकर रविवार को हिंदू सभा मंदिर में लोगों से भिड़ गए और मंदिर अधिकारियों तथा भारतीय वाणिज्य दूतावास द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में व्यावधान पैदा कर दिया.

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