हिंडनबर्ग की भ्रामक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए बीजेपी सांसद ने कहा कि 22 जुलाई से 9 अगस्त के बीच संसद का मानसून सत्र हुआ और 10 अगस्त को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आ गयी. यह सब रिपोर्ट संसद के कामकाज को प्रभावित करने के लिए लायी जाती है.
राज्यसभा में बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी (Sudhanshu Trivedi) ने विदेशी ताकतों और रिपोर्ट के द्वारा भारत की छवि को खराब करने के मुद्दे को गुरुवार को उठाया. उन्होंने कहा कि पिछले 3 साल में संसद का सत्र शुरू होते ही भारत के सामरिक, आर्थिक और सामाजिक हित के खिलाफ रिपोर्ट जारी की जाती रही है. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि एक फ्रेंच पब्लिकेशन ने ऑर्गेनाइज्ड क्राईम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) को लेकर एक रिपोर्ट जारी किया है. इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस संगठन को फॉरन फंडिंग मिलते रहे हैं. इसका संबंध जॉर्ज सोरोस के साथ भी है.
क्या ये रिपोर्टें बस संयोग हैं? BJP सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने संसद में भारत विरोधी विदेशी ताकतों का खोला कच्चा चिट्ठा#SudhanshuTrivedi pic.twitter.com/3yxMwzMB9Z
— NDTV India (@ndtvindia) December 5, 2024
हिंडनबर्ग की भ्रामक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए बीजेपी सांसद ने कहा कि 22 जुलाई से 9 अगस्त के बीच संसद का मानसून सत्र हुआ और 10 अगस्त को हिडनबर्ग की रिपोर्ट आई. 25 नवंबर से वर्तमान सत्र शुरू हुआ और 20 नवंबर को एक अमेरिकी कोर्ट में अटॉर्नी की रिपोर्ट जारी हुई. क्या यह एक महज संयोग है? बीजेपी सांसद ने कहा कि 20 जुलाई 2023 को संसद का सत्र की शुरुआत होने वाली थी और 19 जुलाई को मणिपुर का वीडियो सामने आया. क्या यह सब महज एक संयोग ही था. बीजेपी सांसद ने एक के बाद कई रिपोर्ट का जिक्र कर भारत को अस्थिर करने की साजिश का जिक्र किया.
यह संयोग है या प्रयोग?
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