डॉक्टरों के पैनल ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद ये निष्कर्ष निकला है कि दोनों लड़कियों की मौत दम घुटने से हुई है और इससे दोनों के आत्महत्या करने का संकेत मिलता है.
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के कायमगंज कोतवाली क्षेत्र में मंगलवार को एक बगीचे में दो लड़कियों के पेड़ से लटके शव मिले थे. पुलिस ने इस मामले में अब बड़ा खुलासा किया है. पुलिस का कहना है कि इन लड़कियों ने खुदकुशी की है और उनके शरीर पर कोई भी चोट के निशान नहीं पाए गए हैं. जांच में दो लड़कों का भी नाम सामने आया है, जिनसे ये दोनों लड़कियां बात करती थीं और उसी के दबाव बनाने से परेशान होकर उन्होंने आत्महत्या की है.
पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपी लड़के दीपक और पवन लड़कियों के परिचित और दूर के रिश्तेदार हैं. दोनों सहेलियों की खुदकुशी के कारणों की जांच में प्रेम प्रसंग का मामला भी सामने आया है. पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि युवती के पिता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाने) के तहत दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस की जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी मेल खाती है. अब पुलिस उन कारणों का पता लगा रही है जिनके चलते इन लड़कियों ने ऐसा कड़ा कदम उठाया. दोनों लड़कियां पक्की सहेली थीं और पड़ोस में रहती थीं.
डॉक्टरों के पैनल ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद ये निष्कर्ष निकला है कि दोनों लड़कियों की मौत दम घुटने से हुई है और इससे दोनों के आत्महत्या करने का संकेत मिलता है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अवनेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने वीडियोग्राफी के साथ, डॉक्टर के पैनल से शवों का पोस्टमार्टम कराया. उन्होंने कहा कि इन लड़कियों की मौत फांसी लगाने से हुई है और उनके शरीर पर कोई भी चोट का निशान नहीं पाया गया. उन्होंने कहा कि दुष्कर्म की आशंका को देखते हुए, स्लाइड बनाई गई है जिसे जांच के लिए भेजा गया है
इस बीच, एक मृतक लड़की के पिता ने आरोप लगाया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सामने आए तथ्य झूठे हैं और यह रिपोर्ट फर्जी है. उनका कहना है कि हत्या करने के बाद शवों को लटका दिया गया है. सूत्रों ने बताया कि मृतका के पास से मोबाइल फोन और सिम भी मिला.
दरअसल 15 और 18 साल की दो सहेलियां जन्माष्टमी के पर्व पर मंदिर के लिए घर से निकलीं थी, लेकिन जिंदा वापस नहीं आ पाईं. दोनों के शव दो दुपट्टे जोड़कर बनाए गए फंदे से लटके थे.
दोनों लड़कियां सोमवार रात लगभग 10 बजे घर से कुछ ही दूरी पर स्थित मंदिर के लिए निकली थीं, जहां जन्माष्टमी का आयोजन किया गया था. काफी देर के बाद जब दोनों वापस नहीं आयीं तो परिजनों को आशंका हुई और दोनों की तलाश शुरू की गयी, लेकिन उनका कोई पता नहीं चला.
मंगलवार सुबह दोनों के शव गांव के ही निकट बाग में आम के पेड़ से लटके पाए गए. ग्रामीणों ने जब शव लटके देखे तो परिजनों को सूचना दी. सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और दोनों के शवों को फंदे से उतरवाया.
इधर लड़कियों के परिजनों ने हत्या किए जाने का आरोप लगाया और शवों का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया. बाद में जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक घटनास्थल मौके पर पहुंचे और परिजनों को इस मामले की त्वरित जांच का आश्वासन दिया. इसके बाद परिजन अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार हुए.
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