घर पर उबालने हैं मार्केट स्टाइल सिंघाड़े तो नोट कर लें ये टिप्स, सेहत के लिए होते हैं बेहद फायदेमंद​

 How to Boil Singhara: आपको भी उबले सिंघाड़े पसंद हैं लेकिन घर पर ये सही से नहीं उबल पाते हैं तो आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे ट्रिक्स जिससे आप घर पर ही बिल्कुल मार्केट स्टाइल सिंघाड़े उबाल सकते हैं.

How to Boil Singhara: सर्दियों की शुरूआत हो चुकी है. इस मौसम में कई ऐसे मौसमी फल और सब्जियां आती हैं, जो हमारी सेहत के लिए भी बेहद गुणकारी मानी जाती हैं, और उन्हीं में से एक है सिंघाड़ा. सिंघाड़ा (Health Benefits Of Singhara) एक ऐसा फल है जिसे ज्यादातर लोग व्रत के दौरान इस्तेमाल करते हैं. सिंघाड़े में विटामिन-ए, सी, मैंगनीज, थायमाइन, कर्बोहाईड्रेट, टैनिन, सिट्रिक एसिड, रीबोफ्लेविन, एमिलोज, फास्फोराइलेज, एमिलोपैक्तीं, बीटा-एमिलेज, प्रोटीन, फैट और निकोटेनिक एसिड जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को कई लाभ पहुंचाने में मदद कर सकते हैं. कई लोग इसका सेवन कच्चा करते हैं तो कुछ लोग इसे उबालकर खाना पसंद करते हैं. लेकिन कई बार लोग इसे घर पर उस तरह से नहीं उबाल पाते हैं जैसे बाजार में मिलते हैं. ऐसे में अगर आप भी घर में मार्केट स्टाइल सिंघाड़ा उबालना चाहते हैं तो हम आपको बताएंगे कुछ खास ट्रिक्स. आइए जानते हैं वो सिंपल रेसिपी है जिससे आप घर पर बाजार जैसे सिंघाड़े बना सकते हैं:

क्या आप जानते हैं लहसुन को देसी घी में फ्राई करके खाने से क्या होता है, फायदे जानकर आज से ही खाना शुरू कर देंगे आप

सामग्री:

500 ग्राम ताजे सिंघाड़े1.5 लीटर पानी1-2 चम्मच नमक1 चम्मच काला नमक (स्वाद अनुसार)1 चुटकी हल्दी (रंग के लिए, ऑप्शनल)1/2 चम्मच चाट मसाला (ऑप्शनल)

कैसे उबालें:

सिंघाड़ों को अच्छी तरह धोकर साफ कर लें ताकि उन पर से मिट्टी और गंदगी हट जाए. एक बड़े बर्तन में पानी डालें और उसमें नमक, काला नमक और हल्दी डालें. हल्दी से सिंघाड़ों को हल्का रंग मिलेगा, जिससे वो बाजार जैसे दिखेंगे. अब सिंघाड़ों को पानी में डालें और बर्तन को ढककर 20-25 मिनट तक मीडियम आंच पर उबालें. बीच-बीच में चम्मच से चलाते रहें जिससे सिंघाड़े समान रूप से पकें. 20 मिनट के बाद सिंघाड़ों को चेक करें कि वे मुलायम हो गए हैं या नहीं. अगर नहीं, तो 5-10 मिनट और उबालें. सिंघाड़े पक जाने के बाद पानी छान लें और उन्हें एक प्लेट में निकाल लें. हल्का ठंडा होने पर इन पर चाट मसाला छिड़क दें और अच्छी तरह मिला लें. आपके सिंघाड़े उबलकर तैयार हैं. इसे हरी चटनी के साथ खाएं.

History Of Laddu: मिठाई नहीं दवाई के तौर पर खाया जाता था लड्डू, जानिए लड्डू का इतिहास|Swaad Ka Safar

 NDTV India – Latest