जम्मू-कश्मीर में हमले से पहले मजदूरों के कैंप में घुसते हुए दिखे दो आतंकवादी, CCTV फुटेज आया सामने​

 जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार को गांदरबल जिले में रविवार को मजदूरों के शिविर पर हुए आतंकवादी हमले में शामिल दो विदेशी आतंकवादियों की तस्वीरें जारी कीं. इस हमले में सात लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हो गए थे. यह तस्वीरें गांदरबल के गगनगीर इलाके में शिविर के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से ली गई हैं.

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार को गांदरबल जिले में रविवार को मजदूरों के शिविर पर हुए आतंकवादी हमले में शामिल दो विदेशी आतंकवादियों की तस्वीरें जारी कीं. इस हमले में सात लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हो गए थे. यह तस्वीरें गांदरबल के गगनगीर इलाके में शिविर के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से ली गई हैं. 

पुलिस ने पहले कहा था कि शाम को दो विदेशी आतंकवादी मजदूरों के शिविर में घुसे और नागरिकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की. हमले में छह गैर-स्थानीय मजदूरों और एक स्थानीय डॉक्टर समेत सात लोगों की मौत हो गई थी और चार अन्य घायल हो गए थे.

जांच कर रही टीम पहले ही आतंकी हमले के सिलसिले में 40 से ज़्यादा लोगों से पूछताछ कर चुके है. एक वरिष्ठ अधिकारी की अगुआई में एनआईए की एक टीम ने भी आतंकी हमले वाली जगह का दौरा किया और कथित तौर पर उस जगह से कुछ अहम सुराग जुटाए हैं.

यह मजदूर एपीसीओ इंफ्रास्ट्रक्चर के कर्मचारी थे. यह कंपनी श्रीनगर-सोनमर्ग सड़क को हर मौसम में खुली रखने के लिए जेड-मोड़ से सोनमर्ग पर्यटक स्थल तक सुरंग बना रही है. सुरंग के चालू हो जाने के बाद, सोनमर्ग हर मौसम में खुले रहने वाला पर्यटक स्थल बन जाएगा. इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मदद मिलेगी और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार भी पैदा होंगे.

जम्मू-कश्मीर में नई सरकार बनने के कुछ ही समय बाद हुए इस हमले की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पूर्व मुख्यमंत्रियों फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और गुलाम नबी आजाद ने व्यापक रूप से निंदा की. 

उपराज्यपाल ने गगनगीर के पीड़ित परिवारों को अनुग्रह राशि मंजूर की, जबकि एपीसीओ इंफ्रास्ट्रक्चर ने पीड़ितों के परिवारों के लिए तत्काल राहत के रूप में 25 लाख रुपये जारी किए.

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