November 2, 2024
नकारात्मकता, निराशा और नाकामी... योगी के बंटेंगे तो कटेंगे नारे पर बोले अखिलेश, मायावती ने भी तोड़ी चुप्पी

नकारात्मकता, निराशा और नाकामी… योगी के बंटेंगे तो कटेंगे नारे पर बोले अखिलेश, मायावती ने भी तोड़ी चुप्पी​

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, "देश और समाज के हित में योगी आदित्यनाथ को अपनी नकारात्मक नज़र और नज़रिये के साथ अपने सलाहकार भी बदल लेने चाहिए. ये उनके लिए भी हितकर साबित होगा."

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, “देश और समाज के हित में योगी आदित्यनाथ को अपनी नकारात्मक नज़र और नज़रिये के साथ अपने सलाहकार भी बदल लेने चाहिए. ये उनके लिए भी हितकर साबित होगा.”

उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासत गर्माई हुई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे को लेकर विपक्ष हमलावर है. समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व CM अखिलेश यादव ने इस बयान को लेकर शनिवार को योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यह नारा उनकी नकारात्मकता, निराशा और नाकामी का प्रतीक है. वहीं, इस बयान को लेकर पहली बार मायावती ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.

अखिलेश यादव ने शनिवार को को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “योगी का नकारात्मक-नारा उनकी निराशा और नाकामी का प्रतीक है. इस नारे ने साबित कर दिया है कि उनके जो गिनती के 10 फीसदी मतदाता बचे हैं, अब वो भी खिसकने के कगार पर हैं. इसलिए ये उनको डराकर एक करने की कोशिश में जुटे हैं, लेकिन ऐसा होने वाला नहीं है.”

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उनका ‘नकारात्मक-नारा’ उनकी निराशा-नाकामी का प्रतीक है।

इस नारे ने साबित कर दिया है कि उनके जो गिनती के 10% मतदाता बचे हैं अब वो भी खिसकने के कगार पर हैं, इसीलिए ये उनको डराकर एक करने की कोशिश में जुटे हैं लेकिन ऐसा कुछ होनेवाला नहीं।

‘नकारात्मक-नारे’ का असर भी होता है, दरअसल…

— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 2, 2024

अखिलेश यादव ने कहा कि ‘नकारात्मक-नारे’ का असर भी होता है. इस ‘निराश-नारे’ के आने के बाद, उनके बचे-खुचे समर्थक ये सोचकर और भी निराश हैं कि जिन्हें हम ताक़तवर समझ रहे थे, वो तो सत्ता में रहकर भी कमज़ोरी की ही बातें कर रहे हैं. अखिलेश यादव ने कहा, “जिस ‘आदर्श राज्य’ की कल्पना हमारे देश में की जाती है, उसके आधार में ‘अभय’ होता है; ‘भय’ नहीं. ये सच है कि ‘भयभीत’ ही ‘भय’ बेचता है, क्योंकि जिसके पास जो होगा, वो वही तो बेचेगा.”

अखिलेश ने दी योगी को नसीहत
सपा मुखिया ने कहा, “देश और समाज के हित में योगी आदित्यनाथ को अपनी नकारात्मक नज़र और नज़रिये के साथ अपने सलाहकार भी बदल लेने चाहिए. ये उनके लिए भी हितकर साबित होगा.”

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योगी आदित्यनाथ का क्या था पूरा बयान?
योगी आदित्यनाथ ने आगरा में एक कार्यक्रम में कहा था कि आप देख रहे हैं बांग्लादेश में क्या हो रहा है? वे गलतियां यहां नहीं होनी चाहिए. ‘बटेंगे तो कटेंगे’. एक रहेंगे तो नेक रहेंगे, सुरक्षित रहेंगे और समृद्धि की पराकाष्ठा पर पहुंचेंगे. इसके बाद यह नारा काफी मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है.

अखिलेश यादव के जन्मदिन से हुई थी पोस्टर वॉर की शुरुआत
सबसे पहले अखिलेश यादव के जन्मदिन से पोस्टर वॉर की शुरुआत हुई थी. बीते दिनों मुंबई के कई इलाकों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर और ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ संदेश वाले पोस्टर लगाए गए हैं. इन पोस्टर में ‘बंटेंगे तो कटेंगे और एक रहेंगे, तो नेक रहेंगे’, सुरक्षित रहेंगे के संदेश लिखे हैं. जिसके जवाब में समाजवादी पार्टी के ‘जुड़ेंगे तो जीतेंगे’ का नारा दिया था. लेकिन अब मायावती ने इन दोनों ही पार्टियों पर पलटवार किया है.

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मायावती ने क्या कहा?
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने कहा, “जबसे उत्तर प्रदेश में 9 सीटों के लिए उप-चुनाव की घोषणा हुई है, तबसे BJP और सपा गठबंधन की नींद उड़ी हुई है. BSP इन सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही है. BSP ने यहां काफी समय से अधिकांश उप-चुनाव नहीं लड़े हैं. चुनाव में जनता का ध्यान बांटने के लिए BJP ‘बटेंगे तो कटेंगे’ और सपा के लोग ‘जुड़ेंगे तो जीतेंगे’ जैसे नारों को प्रचारित करने में लगे हैं. वास्तव में यह होना चाहिए कि ‘BSP से जुडेंगे तो आगे बढ़ेंगे और आगे सुरक्षित भी रहेंगे’.”

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