घी और नारियल तेल के न्यूट्रिशनल फायदे अलग-अलग हैं, लेकिन दोनों के बीच सही चुनाव करना कई बार मुश्किल हो जाता है. फिटनेस कोच राल्स्टन डिसूजा ने इस सवाल का जवाब दिया है और बताया है कि किस स्थिति में कौन सा विकल्प बेहतर है. आइए जानते हैं.
Ghee or coconut oil: घी और नारियल तेल भारतीय रसोई का अहम हिस्सा हैं और दोनों का अपना-अपना महत्व है. जहां उत्तर भारत में घी का अधिक इस्तेमाल होता है, वहीं दक्षिण भारत में नारियल तेल का चलन ज्यादा है. दोनों का उपयोग सब्जी, करी, रोटी और अन्य व्यंजन बनाने में होता है. लेकिन यह सवाल अक्सर उठता है कि खाना पकाने के लिए कौन सा तेल ज्यादा हेल्दी है? घी और नारियल तेल के न्यूट्रिशनल फायदे अलग-अलग हैं, लेकिन दोनों के बीच सही चुनाव करना कई बार मुश्किल हो जाता है. फिटनेस कोच राल्स्टन डिसूजा ने इस सवाल का जवाब दिया है और बताया है कि किस स्थिति में कौन सा विकल्प बेहतर है. आइए जानते हैं.
घी के फायदे : घी को हमारे खाने में शामिल करना कई वजहों से फायदेमंद है. यह ब्यूटिरिक एसिड (butyric acid) से भरपूर होता है, जो पाचन सुधारने, इम्यूनिटी बढ़ाने और कोलेस्ट्रॉल लेवल को हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है. इसके अलावा, घी में एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन A, E और K होते हैं, जो त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद माने जाते हैं.
नारियल तेल के फायदे : नारियल तेल को वजन घटाने के लिए सबसे बेहतरीन तेलों में से एक माना जाता है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, नारियल तेल मोटापे से ग्रस्त लोगों के मेटाबॉलिज्म को सुधारने में मदद करता है. इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण त्वचा को अंदर से पोषण देते हैं और इसे हेल्दी ग्लो देते हैं. इसके अलावा, नारियल तेल में मौजूद कुछ पोषक तत्व बालों की ग्रोथ को भी बढ़ावा देते हैं.
घी बनाम नारियल तेल: खाना बनाने के लिए कौन बेहतर? (Ghee vs Coconut Oil: Which is Better for Cooking?)
फिटनेस कोच राल्स्टन डिसूजा के अनुसार, खाना बनाने के लिए नारियल तेल घी से बेहतर विकल्प है. उनका कहना है कि घी में कोलेस्ट्रॉल होता है, जो हाई फ्लेम पर पकाने पर ऑक्सीडाइज हो सकता है और ऑक्सिस्टेरॉल्स (oxysterols) बना सकता है. पारंपरिक भारतीय खाना अक्सर हाई फ्लेम पर पकाया जाता है, इसलिए घी का इस्तेमाल खाना पकाने के लिए सही नहीं है.
डिसूजा ने यह भी बताया कि घी में मौजूद कोलेस्ट्रॉल दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है. हालांकि, घी का स्मोक पॉइंट नारियल तेल से ज्यादा होता है, लेकिन असली समस्या इसके कोलेस्ट्रॉल से जुड़ी है.
राल्स्टन डिसूजा का सुझाव है कि खाना पकाने के लिए कोलेस्ट्रॉल-फ्री और प्लांट-बेस्ड तेलों का इस्तेमाल करें, जो एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर हों. हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि घी को पूरी तरह से छोड़ देना चाहिए. घी को टॉपिंग के रूप में इस्तेमाल करना बेहतर है, क्योंकि इसमें विटामिन और ब्यूटिरिक एसिड होता है, जो गट हेल्थ और सूजन को कम करने में मदद करता है.
खाना पकाने के लिए नारियल तेल का इस्तेमाल करें और घी को सीमित मात्रा में टॉपिंग के लिए रखें, ताकि दोनों का फायदा लिया जा सके. इससे न केवल आपके खाने का स्वाद बेहतर होगा, बल्कि आपकी सेहत भी बनी रहेगी.
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