मराठा आरक्षण को लेकर लंबे समय तक आंदोलन करने वाले मनोज जरांगे पाटिल ने ऐलान किया है कि महायुति को सत्ता में नहीं आने देंगे.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) में पर्चा वापस लेने की आखिरी तारीख सोमवार को है लेकिन उससे पहले आज मनोज जरांगे पाटिल पर सभी की नजर टिकी हुई है. आज पाटिल ऐलान करेंगे की कितने उम्मीदवारों को चुनाव में वह अपना समर्थन देने वाले हैं. आज दिन भर मनोज जरंगे पाटिल के आवास पर उम्मीदवारों का समर्थन मांगने के लिए ताता लग रहा. सूत्रों के मुताबिक आठ जिलों में जो उम्मीदवारों समर्थन देने पर मनोज जरंगे पाटिल ने हामी भर दी है.
जिन सीटों पर समर्थन की घोषणा हो गयी है उनमें प्रमुख है. जालना जिले की परतुर विधानसभा. धार शिव जिले की भुमपराडा. हिंगोली जिले की वसमत. छत्रपति संभाजी नगर की फूलनबारी विधानसभा. बीड़ जिले की केज विधानसभा सीट शामिल है.
मनोज जरांगे क्या करेंगे बड़ा खेल?
मराठा आरक्षण को लेकर लंबे समय तक आंदोलन करने वाले मनोज जरांगे पाटिल ने ऐलान किया है कि महायुति को सत्ता में नहीं आने देंगे. उन्होंने कहा है कि कुनबी प्रमाणपत्र के लिए हमने बार-बार अनशन किया और आंदोलन भी किया लेकिन सरकार ने हमारी मांगों को नहीं माना. जरांगे अब एक बड़े गठजोड़ बनाने की तैयारी में काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा है कि अब मुद्दा सिर्फ मराठों का नहीं है अब मुसलमानों, दलितों और किसानों को भी हम एकजुट करके महायुती सरकार को उखाड़ फेकेंगे.
जरांगे हो सकते हैं बड़ा फैक्टर?
मराठा आरक्षण की मांग को लेकर किए गए बड़े आंदोलन के कारण जरांगे की मराठा के क्षेत्र में अच्छी पकड़ मानी जा रही है. खासकर युवाओं के बीच उनकी अच्छी लोकप्रियता है. मराठावाड़ की सीटों पर वो इस चुनाव में असर कर सकते हैं. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने मराठावाड़ की सभी सीटों पर जीत हासिल की थी. वहीं हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को इस क्षेत्र में हार का सामना करना पड़ा. बीजेपी के कई दिग्गज नेता भी इस क्षेत्र में चुनाव हार गए.
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