November 24, 2024
वरिष्ठ पत्रकार उमेश उपाध्याय का असामयिक निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक

वरिष्ठ पत्रकार उमेश उपाध्याय का असामयिक निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक​

उमेश उपाध्याय (Umesh Upadhyay) ने टेलीविजन और डिजिटल मीडिया दोनों ही क्षेत्रों में व्यापक योगदान दिया. वो पिछले 4 दशक से अधिक समय से मीडिया में सक्रिय थे.

उमेश उपाध्याय (Umesh Upadhyay) ने टेलीविजन और डिजिटल मीडिया दोनों ही क्षेत्रों में व्यापक योगदान दिया. वो पिछले 4 दशक से अधिक समय से मीडिया में सक्रिय थे.

वरिष्ठ पत्रकार उमेश उपाध्याय (Umesh Upadhyay) का रविवार को निधन हो गया. उनकी मौत की खबर से पूरे पत्रकारिता जगत में शोक की लहर है. जानकारी के अनुसार घर पर चल रहे निर्माण कार्य के दौरान हुई छोटी सी दुर्घटना में वो गंभीर रूप से घायल हो गए थे. अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उपाध्याय ने टेलीविजन और डिजिटल मीडिया दोनों ही क्षेत्रों में व्यापक योगदान दिया. टेलीविजन, प्रिंट, रेडियो और डिजिटल मीडिया में चार दशकों से अधिक समय से वो सक्रिय थे. इसके अलावा उन्होंने प्रमुख मीडिया संगठनों में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं.

मीडिया उद्योग की बारीकियों की उनमें गहरी समझ थी. पत्रकारिता के प्रति समर्पण और इंडस्ट्री में हो रहे बदलाव की भी उनमें काफी अच्छी समझ थी. उन्होंने हाल ही में एक पुस्तक लिखी थी जिसका शीर्षक था “वेस्टर्न मीडिया नरेटिव्स ऑन इंडिया: फ्रॉम गांधी टू मोदी”.

प्रधानमंत्री मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उमेश उपाध्याय के निधन पर दुख जताया है. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि डिजिटल मीडिया से लेकर टेलीविजन के क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान देने वाले वरिष्ठ पत्रकार और लेखक उमेश उपाध्याय जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है. उनका जाना पत्रकारिता जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है. शोक की इस घड़ी में उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. ओम शांति!

यह हमारे सामाजिक जीवन का एक दुखद पहलू है कि, कुछ मामलों में, साधन-सम्पन्न लोग अपराध करने के बाद भी निर्भीक और स्वच्छंद घूमते रहते हैं। जो लोग उनके अपराधों से पीड़ित होते हैं, वे डरे-सहमे रहते हैं, मानो उन्हीं बेचारों ने कोई अपराध कर दिया हो।

— President of India (@rashtrapatibhvn) September 1, 2024

मथुरा में हुआ था जन्म
1959 में मथुरा में जन्मे उपाध्याय ने 1980 के दशक की शुरुआत में अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत की थी. अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, वह तेजी से प्रसिद्धि की ओर बढ़े और देश के सबसे सम्मानित पत्रकारों में से एक के रूप में उन्हें ख्याति अर्जित हुई. उनका करियर भारत में टेलीविजन पत्रकारिता के प्रारंभिक वर्षों के दौरान आगे बढ़ा, जहां उन्होंने कई प्रमुख नेटवर्कों के लिए समाचार कवरेज और प्रोग्रामिंग रणनीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

जी न्यूज में उनके कार्यों के लिए उन्हें लंबे समय तक याद किया जाता रहेगा. उन्होंने चैनल के संपादकीय निर्देशन में महत्वपूर्ण योगदान दिया था. अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने ज़ी न्यूज़ को देश के सबसे भरोसेमंद समाचार चैनल के तौर पर स्थापित किया था.

उनके नेतृत्व में, ज़ी न्यूज़ का व्यापक प्रचार प्रसार हुआ था.उनके कुशल मीडिया प्रबंधन और दूरदर्शी दृष्टिकोण के कारण पूरे पत्रकारिता जगत में उनका बेहद सम्मान था. अपने पूरे करियर के दौरान, उमेश उपाध्याय को जिम्मेदार पत्रकारिता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए याद किया जाता है. पत्रकारों की अगली पीढ़ी को मार्गदर्शन देने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उपाध्याय के निधन से मीडिया उद्योग में शोक की लहर दौड़ गई है, पत्रकार और लेखक उनके महत्वपूर्ण योगदान को याद कर रहे हैं. देश भर में लोग उनके निधन से मर्माहत हैं.

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