विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि संसदीय व्यवस्था में संवाद और सकारात्मक चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से लोकतंत्र मजबूत होता है. उन्होंने सभी दलों के नेताओं से अनुरोध किया कि वे अपना-अपना पक्ष सदन में शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के तहत रखकर प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस करें.
उत्तर प्रदेश विधानसभा (Uttar Pradesh Assembly) में संभल हिंसा को लेकर भारी हंगामा देखने को मिला. विपक्षी सदस्यों ने सरकार पर हिंसा की घटनाओं को लेकर निशाना साधा. विपक्षी सदस्य सदन में संभल के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहे थे. समाजवादी पार्टी के विधायकों और एमएलसी ने सत्र शुरू होने से पहले संभल हिंसा को लेकर विधानसभा परिसर के बाहर भी विरोध-प्रदर्शन किया. संभल के मुद्दे को लेकर योगी सरकार के मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि विपक्ष के पास नारेबाजी के अलावा कुछ नहीं है. न कोई रचनात्मक विचार, न कोई रचनात्मक कार्य, बस हंगामा और शोर मचाना इनका काम बन गया है. इसके अलावा इनके पास कुछ कहने के लिए नहीं है। सरकार पूरी तरह से तैयार है और हम पूरी जिम्मेदारी के साथ सदन में जवाब देंगे.
संभल हिंसा और बहराइच पर यूपी विधानसभा में हंगामा#Sambhal | #Bahraich pic.twitter.com/oU26YTnmwz
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सदन में विपक्ष का जोरदार हंगामा
सदन में विपक्षी सदस्य हंगामा करते हुए अध्यक्ष के आसन के सामने आ गए. विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों से शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के तहत रखकर प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस करने का आग्रह किया.
सदन में कैसे हुई हंगामे की शुरुआत?
सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद विपक्ष के नेता माता प्रसाद पांडे ने विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह किया कि मैंने 311 के तहत एक सूचना दी थी जो कि संभल और बहराइच के संबंध में था. उन्होंने कहा कि मैं आपसे आग्रह करता हूं कि इसे प्राथमिकता के साथ इस पर चर्चा करवाए. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि नेता विपक्ष ने 311 के तहत जिस बात पर चर्चा की बात कही है वो 311 में कैसे आता है उसे बताए. अगर यह 311 के तहत नहीं आती है तो फिर इसे 356 के तहत भी नहीं सुना जाएगा. विपक्ष के नेता और विधानसभा अध्यक्ष के बीच इस मुद्दे पर बहस के बाद सदन में हंगामे की शुरुआत हो गयी.
यूपी विधानसभा में क्या-क्या हुआ?
यूपी विधानसभा में संभल पर हंगामा. समाजवादी पार्टी के विधायक कर रहे चर्चा की मांग.#Sambhal pic.twitter.com/vhZB9wr6Lt
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मुख्यमंत्री योगी ने शीतकालीन सत्र से पहले कहा कि सदन में स्वस्थ चर्चा से प्रदेश का विकास और जनता की समस्याओं का समाधान होता है. हम सभी जनप्रतिनिधि हैं, हमें जनता के मुद्दों, उनकी समस्याओं को लेकर सदन में सुचारू रूप से चर्चा करनी चाहिए. मुख्यमंत्री व विधानसभा ने सदन के कुशल संचालन के लिए सभी दलों का सहयोग मांगा.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास में योगदान देने के लिए सभी दलों के नेताओं को भी प्रयास करने चाहिए. विधानमंडल का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से शुरू हो रहा है। सरकार वित्त वर्ष 2024-25 का दूसरा अनुपूरक बजट पेश करेगी. विधानसभा के पहले दिन यानी 16 दिसंबर को औपचारिक काम के साथ अध्यादेशों, अधिसूचनाओं, नियमों आदि को पटल पर रखे जाने के साथ विधायी कार्य होंगे. इसके साथ ही 17, 18, 19 व 20 दिसंबर को सत्र चलेगा.
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