सपा नेता अबु आजमी के लिए कितनी बड़ी चुनौती हैं नवाब मलिक, मानखुर्द शिवाजी नगर में कैसा होगा मुकाबला​

 मुंबई की मानखुर्द शिवाजीनगर सीट उन दो सीटों में जिन पर सपा ने 2019 में जीत दर्ज की थी. वहां से अबु आसिम आजमी जीते थे. सपा ने वहां इस बार भी उन्हें उम्मीदवार बनाया है. इसी सीट पर एनसीपी के अजित पवार गुट के नेता नवाब मलिक ने चुनाव लड़ने की घोषणा की है.

एनसीपी (अजित पवार) के नेता नवाब मलिक ने घोषणा की है कि वो मंगलवार को  मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल करेंगे.मानखुर्द शिवाजी नगर सीट सपा के प्रदेश अध्यक्ष अबु आसिम आजमी की है. वो वहां से तीन बार से चुनाव जीत रहे हैं.मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा क्षेत्र उत्तर पूर्व मुंबई लोकसभा क्षेत्र में आता है. इस साल हुए लोकसभा चुनाव में यह सीट शरद पवार की एनसीपी के संजय पाटील ने जीती है. यह इलाका समाजवादी पार्टी का गढ़ है. नवाब मलिक की घोषणा पर आजमी ने कहा है उन्हें बीजेपी यहां भेज रही है. 

मानखुर्द शिवाजी नगर में एमवीए

लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी-शिवसेना-एनसीपी (अजित पवार) के गठबंधन यानी महायुति ने मिहिर कोटेचा को उम्मीदवार बनाया था. लेकिन उन्हें महाविकास आघाडी के उमीदवार संजय पाटील के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. पाटील शरद पवार की एनसीपी के उम्मीदवार थे. पाटील की जीत में बड़ा योगदान मानखुर्द शिवाजी नगर का ही था. संजय दीना पाटील को मानखुर्द शिवाजी नगर से 116072 वोट मिले थे. वहीं बीजेपी उम्मीदवार मिहिर कोटेचा को केवल 28 हजार 101 वोट ही मिले थे.यही वजह है कि मानखुर्द शिवाजी नगर से तीन बार विधायक रह चुके अबु आसिम आजमी अपनी जीत के लिए आश्वस्त हैं.

आजमी जब ये पूछा गया कि तीन बार विधायक रहने से एन्टी इनकम्बेंसी नहीं होगी? इस सवाल पर आजमी ने कहा नहीं, यहां हर बार मेरे वोट बढ़े हैं.मानखुर्द शिवाजी नगर मुस्लिम बहुल क्षेत्र है.इसलिए आजमी भले आश्वस्त हैं लेकिन अगर एनसीपी के नवाब मलिक यहां से निर्दलीय उमीदवार के तौर पर पर्चा भरते हैं तो वे आजमी के लिए मुसीबत खड़ी कर सकते हैं. नवाब मलिक महाराष्ट्र की राजनीति का बड़ा चेहरा हैं. ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी के विरोध के चलते ही एनसीपी से उनका टिकट कट गया. इससे मुस्लिमों में उनके प्रति सहानुभूति है.

अबु आसिम आजमी के आरोप क्या हैं

अबु आसिम आजमी का कहना है कि नवाब मलिक आ नहीं रहे बल्कि बीजेपी उन्हें भेज रही है.उन्होंने कहा कि बीजेपी जानती है कि उसे मुसलमानों के वोट नहीं मिलते, इसलिए मुस्लिम वोटों को बांटने के लिए बीजेपी जानबूझकर नवाब मलिक के विरोध का नाटक कर रही है. आखिर उनकी बेटी तो महायुति से ही लड़ रही है.

प्रवर्तन निदेशालय ने फरवरी 2023 में नवाब मलिक को धन शोधन के एक मामले में गिरफ्तार किया था. सुप्रीम कोर्ट ने इस साल जुलाई में उन्हें जमानत दी है.

उल्लेखनीय है कि नवाब मलिक की बेटी सना मलिक को एनसीपी (अजित पवार) ने मुंबई की अणुशक्तिनगर सीट से उम्मीदवार बनाया है. सना ने सोमवार को अपने पिता के साथ रोड शो करते हुए अणुशक्तिनगर सीट से अपना पर्चा दाखिल किया. इस सीट पर सना का मुकाबला शरद पवार की एनसीपी के फहाद अहमद से होगा. फहाद फिल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर के पति हैं. 

नवाब मलिक किस मामले में गिरफ्तार हुए हैं

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नवाब मलिक को फरवरी 2022 में माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों से जुड़े मनी लॉड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था. स्वास्थ्य आधार पर सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश बेला एम त्रिवेदी और न्यायमूर्ति सतीश चंद्र शर्मा के पीठ ने उन्हें इस साल जुलाई में जमानत दे दी थी. 

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का मतदान एक चरण में 20 नवंबर को कराया जाएगा. मतगणना 23 नवंबर को कराई जाएगी.

ये भी पढ़ें: कौन हैं फहाद अहमद, जो नवाब मलिक की बेटी सना को अणुशक्तिनगर में देंगे चुनौती

 NDTV India – Latest