March 12, 2025
अमेरिकी बाजार में हाहाकार: मंदी की आशंका से 4% तक गिरा नेसडेक, निवेशकों के करीब 350 लाख करोड़ रुपए डूबे

अमेरिकी बाजार में हाहाकार: मंदी की आशंका से 4% तक गिरा नेसडेक, निवेशकों के करीब 350 लाख करोड़ रुपए डूबे​

US Market Crash: अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट ने वैश्विक निवेशकों को चिंता में डाल दिया है. ट्रंप की मंदी की चेतावनी और टैरिफ पॉलिसी से बाजार में अनिश्चितता बढ़ गई है. अब निवेशकों की नजर भारतीय बाजार और अमेरिकी महंगाई आंकड़ों पर रहेगी.

US Market Crash: अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट ने वैश्विक निवेशकों को चिंता में डाल दिया है. ट्रंप की मंदी की चेतावनी और टैरिफ पॉलिसी से बाजार में अनिश्चितता बढ़ गई है. अब निवेशकों की नजर भारतीय बाजार और अमेरिकी महंगाई आंकड़ों पर रहेगी.

अमेरिकी शेयर बाजार (US Stock Market) में सोमवार को बड़ी गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों में घबराहट बढ़ गई. टेक इंडेक्स नेसडेक (Nasdaq) में 4% तक की गिरावट देखने को मिली, जो 2020 के बाद की सबसे बड़ी एक दिन की गिरावट है. इस भारी बिकवाली के पीछे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की मंदी (Recession) को लेकर की गई टिप्पणी बताई जा रही है.

अमेरिकी शेयर बाजार में बड़ी गिरावट, डॉव 890 अंक लुढ़का

अमेरिका के तीनों प्रमुख इंडेक्स डॉव जोन्स (Dow Jones), एसएंडपी 500 (S&P 500) और नेसडेक (Nasdaq), सोमवार को लाल निशान में खुले और दिनभर गिरावट में ही बने रहे.कारेबार के अंत में डॉव जोन्स 890 अंक लुढ़ककर बंद हुआ, जबकि एसएंडपी 500 में 2.7% की गिरावट आई. टेक कंपनियों पर ज्यादा असर पड़ा, जिससे नेसडेक 4% तक टूट गया. यह नेसडेक की सितंबर 2022 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट रही.

टेक शेयरों को भारी नुकसान

इस बिकवाली में टेक शेयरों (Tech Stocks) को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ. दिग्गज कंपनियों जैसे गूगल, अमेज़न, एप्पल, मेटा, माइक्रोसॉफ्ट, एनविडिया और टेस्ला के शेयरों में गिरावट आई. टेस्ला के शेयर (Tesla Stock Price) 15.4% तक गिर गए, जबकि एनविडिया के शेयर (Nvidia Stock Price) में 5% की गिरावट देखी गई.

एक्सपर्ट्स का मानना है कि बाजार में गिरावट की मुख्य वजह निवेशकों की चिंता है, जो ट्रंप के टैरिफ पॉलिसी (Tariff Policy) और मंदी की संभावनाओं को लेकर असमंजस में हैं.

ट्रंप की मंदी की चेतावनी से बाजार में घबराहट

बता दें कि रविवार को एक इंटरव्यू में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से जब मंदी की संभावना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसे नकारने के बजाय इसे एक संक्रमण काल यानी Period of Transition बताया. उन्होंने कहा, “मैं इसकी भविष्यवाणी नहीं करना चाहता, लेकिन हम एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं.” उनकी इस टिप्पणी ने निवेशकों के बीच डर पैदा कर दिया और शेयर बाजार में भारी बिकवाली देखी गई.

अमेरिकी बाजार में गिरावट से निवेशकों को 4 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान

अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट से निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की टैरिफ नीति (Tariff Policy) के कारण बाजार में डर का माहौल बन गया है, जिससे बीते महीने अपने शिखर पर पहुंचे एसएंडपी 500 (S&P 500) ने अब तक 4 ट्रिलियन डॉलर (करीब 350 लाख करोड़ रुपए) की वैल्यू खो हो दी है. पहले जहां वॉल स्ट्रीट (Wall Street) ट्रंप की आर्थिक नीतियों का स्वागत कर रही थी, अब वही उनकी टैरिफ नीति के कारण मंदी की आशंका से घिरी हुई है, जिससे निवेशकों में घबराहट बढ़ गई है और शेयर बाजार में लगातार बिकवाली (Stock Market Sell-Off) जारी है.

अमेरिकी बाजार में गिरावट का बिटकॉइन पर भी असर

अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट का असर क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) पर भी पड़ा. बिटकॉइन की कीमत (Bitcoin Price) सोमवार को 78,000 डॉलर तक गिर गई, जो नवंबर के बाद का सबसे निचला स्तर है. गिरावट के दौर में निवेशक इस जोखिम भरी संपत्तियों से पैसा निकाल रहे हैं, जिससे क्रिप्टो बाजार में भी दबाव बना हुआ है.

ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी से बाजार में उथल-पुथल

ट्रंप प्रशासन द्वारा टैरिफ को लेकर लिए गए नए फैसलों से भी निवेशक परेशान हैं. ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको से आयात पर नए शुल्क लगाने की चेतावनी दी है. उन्होंने चीन से आयात होने वाले सामानों पर टैरिफ को 10% से बढ़ाकर 20% कर दिया है. इसके अलावा, स्टील और एल्युमीनियम (Steel & Aluminium) पर 25% टैरिफ 12 मार्च से लागू होने वाला है.

भारतीय बाजार पर रहेगी नजर

अमेरिकी बाजार में आई इस बड़ी गिरावट का असर आज भारतीय बाजार (Indian Stock Market) पर भी देखने को मिल सकता है. निवेशकों की नजर इस बात पर होगी कि घरेलू बाजार इस वैश्विक कमजोरी को कैसे झेलता है. अगर विदेशी निवेशकों (Foreign Investors) की बिकवाली बढ़ती है, तो भारतीय बाजार में भी कमजोरी देखने को मिल सकती है.

एक्सपर्ट्स के अनुसार, इस हफ्ते निवेशकों की नजर अमेरिकी महंगाई आंकड़ों (US Inflation Data) पर रहेगी, जो बुधवार और गुरुवार को जारी किए जाएंगे. यदि महंगाई उम्मीद से ज्यादा रहती है, तो बाजार में और कमजोरी देखने को मिल सकती है. अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट ने वैश्विक निवेशकों को चिंता में डाल दिया है. ट्रंप की मंदी की चेतावनी और टैरिफ पॉलिसी से बाजार में अनिश्चितता बढ़ गई है. अब निवेशकों की नजर भारतीय बाजार और अमेरिकी महंगाई आंकड़ों पर रहेगी.

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