अयोध्या: बेड पर दुल्हन का शव और फंदे से लटक रहा था दूल्हा… अब क्या बता रही पोस्टमार्टम रिपोर्ट​

 जब दूल्‍हा-दुल्‍हन का दरवाजा नहीं खुला तो परिजनों को शक हुआ. घरवालों ने दरवाजा खटखटाया. हालांकि कोई जवाब नहीं मिला. परिजनों ने दरवाजा तोड़ दिया और कमरे में उन्‍होंने जो देखा उससे उनके होश उड़ गए. कमरे में दुल्हन बिस्तर पर मृत पड़ी थी तो दूल्हा छत के हुक से लटका हुआ था.

सात जन्मों का बंधन सिर्फ सात घंटे में ही टूट गया. जिस घर में कल तक बधाई गीतों की धुन गूंज जा रही थी, आज वही घर मातम में बदल गया है. ढोलक की ताल पर नाचती महिलाएं अब रोती-बिलखती हुई अपना दुख साझा कर रही हैं. एक दिन पहले की खुशियों का घर आज सन्नाटे से भर गया है. उत्तर प्रदेश के अयोध्या में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां सुहागरात पर ही दूल्हा-दुल्हन की मौत हो गई.

यह घटना 8 मार्च की रात को हुई, जब दुल्हन अपने ससुराल आई थी. शादी 7 मार्च को हुई थी और आज प्रीतिभोज का आयोजन होना था. लेकिन दूल्हा-दुल्हन की मौत की खबर से परिवार में मातम छा गया है. अब इस मामले में नया मोड़ आया है और पुलिस ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या खुलासा हुआ?

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, दूल्हे ने दुल्हन की गला दबाकर हत्या की और उसके आधे घंटे बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. यह घटना थाना कैंट के सहादतगंज मुरावन टोला में हुई, जहां दूल्हा-दुल्हन की शादी 7 मार्च को हुई थी. रात लगभग 12 बजे के बाद दूल्हे ने दुल्हन की हत्या की और उसके बाद आत्महत्या कर ली. दोनों की मौत की वजह अभी भी रहस्य बनी हुई है.

उस दिन क्या हुआ था?

यह घटना अयोध्‍या के थाना कैंट के सहादतगंज मुरावन टोला की है. यहां के एक घर में हर कोई शादी की खुशियां मना रहा था. खुशी के मौके पर पूरे घर को शानदार ढंग से सजाया गया था. परिवार के लोग शादी के बाद प्रीतिभोज की तैयारी कर रहे थे. हालांकि सुबह सात बजे तक जब दूल्‍हा-दुल्‍हन का दरवाजा नहीं खुला तो परिजनों को शक हुआ. घरवालों ने दरवाजा खटखटाया. हालांकि कोई जवाब नहीं मिला. परिजनों ने दरवाजा तोड़ दिया और कमरे में उन्‍होंने जो देखा उससे उनके होश उड़ गए. कमरे में दुल्हन बिस्तर पर मृत पड़ी थी तो दूल्हा छत के हुक से लटका हुआ था.

दूल्‍हे के भाई दीपक ने क्या बताया?

दूल्‍हे के भाई दीपक ने बताया कि हम लोग सब्‍जी लेने के लिए मंडी चले गए थे. मंडी में ही घर से फोन आया कि जल्‍दी आओ. यहां आए तो देखा कि प्रदीप फांसी पर लटका है. उन्‍होंने बताया कि परिवार में किसी भी तरह की कोई नाराजगी नहीं थी.

पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव को सबसे पहले सहादतगंज ले जाया गया और फिर वहां से घाट ले जाया गया, जहां एक ही चिता पर दंपती का अंतिम संस्कार किया गया.

मृतक शिवानी के पिता मंतूराम ने बताया कि उनके परिवार में दो बेटियां और एक बेटा है, जिसमें शिवानी सबसे बड़ी थी. मंतूराम सिलाई का काम करते हैं. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और मृतक का मोबाइल फोन भी कब्जे में ले लिया है. एसएसपी राजकरन नय्यर ने बताया कि मामले की जांच चल रही है और फारेंसिक टीम भी साक्ष्य संकलन में जुटी हुई है.

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