अहंकार छोड़कर कांग्रेस ममता बनर्जी को INDIA गठबंधन का नेता स्वीकार करे : TMC सांसद​

 कल्याण बनर्जी ने कहा कि ममता बनर्जी को पूरे भारत में एक योद्धा के रूप में जाना जाता है. उनका नेतृत्व और जनता से जुड़ने की क्षमता उन्हें ‘इंडिया’ गठबंधन का आदर्श चेहरा बनाती है.

पश्चिम बंगाल विधानसभा उपचुनावों में तृणमूल कांग्रेस की स्पष्ट जीत से उत्साहित पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद कल्याण बनर्जी ने कांग्रेस से कहा है कि वो अपना अहंकार त्याग दे और ममता बनर्जी को ‘इंडिया’ गठबंधन का नेता मान ले. उन्होंने महाराष्ट्र में चुनावी हार के लिए कांग्रेस की भी आलोचना की.

कल्याण बनर्जी ने एनडीटीवी से कहा, “पिछले तीन या चार सालों में कांग्रेस ने क्या किया? इंडिया गठबंधन में नेता कौन है? किसी को भी विपक्ष के चेहरे के रूप में नेता के तौर पर नहीं चुना गया है. अब ये करना होगा. कांग्रेस अब तक विफल रही है. कांग्रेस नेताओं ने हरियाणा में भी कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे. ऐसा नहीं है कि सिर्फ कांग्रेस ही हारी है, बल्कि हम सब, जिन्होंने कांग्रेस में अपना विश्वास जताया था, हार गए. हमारी बात को समझने की कोशिश करें.”

विपक्ष में विभाजन नहीं, लेकिन सभी को साथ लेना होगा- कल्याण बनर्जी

उन्होंने कहा, “विपक्ष में कोई विभाजन नहीं है, लेकिन आपको सभी को एक साथ लेना होगा. महाराष्ट्र में, क्या कांग्रेस ने हमें बुलाया? हरियाणा में, क्या कांग्रेस ने हमें बुलाया. क्यों? क्या कारण है? हमारा उद्देश्य भाजपा के खिलाफ, नरेंद्र मोदी के खिलाफ लड़ना है. विचार करना चाहिए, जो लोग हरियाणा, महाराष्ट्र में जिम्मेदार थे, उन्हें पुनरावलोकन करना चाहिए. वे लोगों को अपनी तरफ लाने की स्थिति में नहीं हैं.”

तृणमूल सांसद ने इस बात पर जोर दिया कि ममता बनर्जी का सिद्ध नेतृत्व और जमीनी स्तर पर जुड़ाव उन्हें विपक्षी दलों के गठबंधन का सबसे उपयुक्त नेता बनाता है.

उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को हाल के चुनावों में अपनी विफलताओं को स्वीकार करना चाहिए और व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा पर एकता को प्राथमिकता देनी चाहिए. उन्हें अपना अहंकार अलग रखना चाहिए और ममता बनर्जी को ‘इंडिया’ गठबंधन के नेता के रूप में स्वीकार करना चाहिए.”

ममता बनर्जी को पूरे भारत में एक योद्धा के रूप में जाना जाता है- टीएमसी सांसद

ममता बनर्जी को सिद्ध नेता और भाजपा के खिलाफ लड़ाई का शानदार रिकॉर्ड रखने वाली नेता बताते हुए तृणमूल सांसद ने कहा, ‘‘उन्हें पूरे भारत में एक योद्धा के रूप में जाना जाता है. उनका नेतृत्व और जनता से जुड़ने की क्षमता उन्हें ‘इंडिया’ गठबंधन का आदर्श चेहरा बनाती है. एकीकृत और व्यावहारिक दृष्टिकोण के बिना विपक्ष के प्रयास डगमगाते रहेंगे.”

कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई ने तृणमूल सांसद के बयान पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, जबकि भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के नेता ने उनका मजाक उड़ाते हुए कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन के नेतृत्व में बदलाव से इसका चुनावी भाग्य नहीं बदलेगा.

भाजपा प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘चाहे कांग्रेस हो या तृणमूल या फिर कोई अन्य पार्टी, इसका ‘इंडिया’ गठबंधन के चुनावी भाग्य पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि इस देश के लोगों ने इन पार्टियों को नकार दिया है.”

हाल के उपचुनावों में तृणमूल कांग्रेस के प्रभावशाली प्रदर्शन से उत्साहित कल्याण बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चुनौती देने के लिए एकीकृत और निर्णायक नेतृत्व की आवश्यकता पर बल दिया. पार्टी ने पश्चिम बंगाल में हुए उपचुनाव में पांच विधानसभा सीट को बरकरार रखा और भाजपा से मदारीहाट सीट छीन ली.

वहीं भाजपा ने शनिवार को महाराष्ट्र में शानदार प्रदर्शन करते हुए रिकॉर्ड संख्या में सीट जीतीं और पार्टी नीत सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन को भारी जीत दिलाई, जबकि झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की शानदार जीत के दम पर ‘इंडिया’ गठबंधन ने सत्ता में वापसी की.

भाजपा नीत महायुति गठबंधन ने शनिवार को महाराष्ट्र में सत्ता बरकरार रखी और 288 विधानसभा सीट में से 230 पर कब्जा कर लिया, जबकि कांग्रेस नीत महा विकास आघाडी का सत्ता हासिल करने का सपना टूट गया और विपक्षी दलों का गठबंधन सिर्फ 46 सीट ही हासिल कर सका.

हेमंत सोरेन के झामुमो नीत गठबंधन ने शनिवार को झारखंड में शानदार वापसी करते हुए 81 सदस्यीय विधानसभा में 56 सीट जीतकर लगातार दूसरी बार सत्ता हासिल कर ली, जबकि भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को महज 24 सीट ही मिल सकीं.

 NDTV India – Latest 

Related Post