पवन दुग्गल बोले कि चीन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को रेगुलेट करने के लिए नया कानून बनाया है. अभी भारत में जो कानून है, वो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को सही तरीके से रेगुलेट करने के लिए पर्याप्त नहीं है.
इंटरनेट और सोशल मीडिया पर ट्रैडिशनल मीडिया को “फेयर कम्पेन्सेशन” सुनिश्चित करने को लेकर सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव के महत्वपूर्ण बयान पर आईटी विशेषज्ञ पवन दुग्गल ने एनडीटीवी से कहा कि सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अहम सवाल उठाया है. ट्रैडिशनल मीडिया को “फेयर कम्पेन्सेशन” सुनिश्चित करने के लिए देश में नए कानूनी प्रावधान बनाना बेहद ज़रूरी हो गया है. इसके लिए भारत को नए रूल्स और रेगुलेशंस भी बनाने होंगे.
पवन दुग्गल ने कहा कि डिजिटल मीडिया को “फ्री लंच” लंबे समय तक नहीं दे सकते. ट्रैडिशनल मीडिया न्यूज़ इकठ्ठा करने पर काफी संसाधन और पैसे खर्च करता है, उसे उसका सही “कम्पेन्सेशन” मुहैया कराना बेहद महत्वपूर्ण होगा.
ट्रैडिशनल मीडिया” को “फेयर कम्पेन्सेशन” सुनिश्चित करने के लिए ऑस्ट्रेलिया में नए कानूनी प्रावधान बनाये गए हैं, जो वहां की सरकार को अधिकार देते हैं जिससे फेयर प्ले सुनिश्चत हो सके.
आईटी विशेषज्ञ ने कहा कि केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव को इस चुनौती को एड्रेस करने के लिए स्टेकहोल्डर्स के साथ मीटिंग बुलानी चाहिए, जिससे भारत में नए कानूनी प्रावधान तैयार किए जा सकें. इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI के इस्तेमाल को रेगुलेट करने का भी सवाल जुड़ा है.
पवन दुग्गल बोले कि चीन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को रेगुलेट करने के लिए नया कानून बनाया है. अभी भारत में जो कानून है, वो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को सही तरीके से रेगुलेट करने के लिए पर्याप्त नहीं है. भारत सरकार को इस दिशा में भी आगे गंभीरता से पहल करना होगा.
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