March 16, 2025
इंस्टाग्राम पर फेक आईडी, गूगल ट्रांसलेट कर चैटिंग... अपहरण का आरोपी निकला अनपढ़ टेक एक्सपर्ट

इंस्टाग्राम पर फेक आईडी, गूगल ट्रांसलेट कर चैटिंग… अपहरण का आरोपी निकला अनपढ़ टेक एक्सपर्ट​

Delhi Kidnapping Case: गिरफ्तार तीनों आरोपी सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते थे और इंस्टाग्राम पर नए दोस्त बनाने के लिए फर्जी प्रोफाइल का इस्तेमाल करते थे.

Delhi Kidnapping Case: गिरफ्तार तीनों आरोपी सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते थे और इंस्टाग्राम पर नए दोस्त बनाने के लिए फर्जी प्रोफाइल का इस्तेमाल करते थे.

Delhi Kidnapping Case: दिल्ली के महरौली थाना पुलिस ने फिरौती के लिए किए गए अपहरण के मामले को सुलझाते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल की गई एक स्कूटी और एक मोबाइल फोन बरामद किया है, जिससे इंस्टाग्राम पर फर्जी लड़की की प्रोफाइल बनाई गई थी.

कब हुआ था अपहरण

12 मार्च 2025 को सुबह 5:45 बजे महरौली थाने में एक पीसीआर कॉल आई, जिसमें किडनैपिंग की सूचना दी गई. सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची. संगम विहार के रहने वाले शिकायतकर्ता ने बताया कि उसका 17 साल चचेरा भाई एक दोस्त के साथ साकेत मेट्रो स्टेशन गया था. वह वहां एक लड़की से मिलने गया था, जिससे उसकी पहचान इंस्टाग्राम के जरिए हुई थी.

जब वह साकेत मेट्रो स्टेशन के पास खड़ा था, तभी तीन अज्ञात लोग उसे जबरदस्ती स्कूटी पर बैठाकर ले गए. कुछ देर बाद पीड़ित के परिवार को 50,000 रुपये की फिरौती के लिए व्हाट्सएप कॉल आई. मामले की गंभीरता को देखते हुए महरौली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जांच शुरू की.

फिरौती के लिए भेजा व्हाट्सएप स्कैनर

जांच के दौरान पुलिस ने साकेत मेट्रो स्टेशन के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और शिकायतकर्ता से पूछताछ की. साथ ही, इंस्टाग्राम आईडी की जानकारी निकाली, जिससे पीड़ित को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी गई थी. फिरौती के लिए भेजे गए व्हाट्सएप स्कैनर से जुड़े बैंक खाते का डिटेल भी खंगाला गया, जो आंध्र प्रदेश के एक बैंक से जुड़ा हुआ था. मोबाइल लोकेशन ट्रैक करने पर पीड़ित की आखिरी लोकेशन संगम विहार मिली.

तकनीकी निगरानी के जरिए पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर ली, लेकिन वे बार-बार अपनी लोकेशन बदल रहे थे. आखिरकार, संगम विहार इलाके में उनकी लोकेशन ट्रेस हुई. जब पुलिस टीम उन्हें पकड़ने पहुंची, तो आरोपी कर्णी सिंह शूटिंग रेंज, तुगलकाबाद के जंगलों की ओर भागने लगे. पुलिस ने पीछा कर तीनों आरोपियों को जंगल में घेरकर गिरफ्तार कर लिया और पीड़ित को सुरक्षित बचा लिया.

स्कूटी खरीदने के लिए किया अपहरण

मुख्य आरोपी ने बताया कि उसने हाल ही में 18,000 रुपये डाउन पेमेंट देकर एक नई स्कूटी खरीदी थी. बाकी पैसे चुकाने के लिए उसने इंस्टाग्राम पर एक लड़की के नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाई और किसी को फंसाकर किडनैपिंग करने की योजना बनाई.

दिलचस्प बात यह है कि मुख्य आरोपी पढ़-लिख नहीं सकता, इसलिए उसने गूगल ट्रांसलेट का इस्तेमाल कर चैटिंग की. इस वारदात को अंजाम देने के लिए उसने अपने दो दोस्तों को भी शामिल कर लिया. घटना के दिन, उसने पीड़ित को बुलाया और उसके ही फोन से उसके परिवार को फिरौती के लिए कॉल की.

गिरफ्तार तीनों आरोपी सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते थे और इंस्टाग्राम पर नए दोस्त बनाने के लिए फर्जी प्रोफाइल का इस्तेमाल करते थे. मुख्य आरोपी ने स्कूटी खरीदकर रैपिडो या ज़ेप्टो के लिए काम करने की योजना बनाई थी. अन्य आरोपी फ्रीलांस वेटर के रूप में काम करते थे.

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