प्रधानमंत्री नेतन्याहू के कार्यालय के मुताबिक रिहाई रोकने का फैसला हमास के बार-बार युद्धविराम के उल्लंघन के कारण किया गया है.
इजरायल ने 620 फिलिस्नीतीनी कैदियों की रिहाई को फिलहाल अनिश्चित काल तक के लिए टाल दिया है. दरअसल, इन कैदियों को चरमपंथी समूह हमास के साथ बंधक रिहाई समझौते के तहत शनिवार को रिहा किया जाना था. प्रधानमंत्री नेतन्याहू के कार्यालय के मुताबिक रिहाई रोकने का फैसला हमास के बार-बार युद्धविराम के उल्लंघन के कारण किया गया है. इसके बाद अब उम्मीद है कि फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई बंधकों की अगले दौर की वापसी के साथ हो सकती है.
नेतन्याहू के कार्यालय ने रविवार को एक बयान में कहा, “हमार के बार-बार उल्लंघनों के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है. हमास हमारे बंधकों का अपमान करने वाले समारोह कर रहा है और इसलिए नियोजित आतंकवादियों की रिहाई को तब तक के लिए स्थगित कर दिया गया है, जब तक कि अपमानजनक समारोहों के बिना अगले बंधकों की रिहाई सुनिश्चित नहीं हो जाती.”
वॉशिंगटन से अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने चेतावनी दी कि यदि हमास ने शेष सभी बंधकों को रिहा नहीं किया तो हमास “नष्ट” हो जाएगा. छह इजरायली नागरिकों को घर वापस भेजे जाने के बदले में इजरायल के कब्जे वाले पश्चिमी तट और गाजा पट्टी में, फिलिस्तीनी परिवारों ने शनिवार को घंटों तक अपने प्रियजनों की रिहाई के लिए इंतजार किया.
शिरीन अल-हमामरेह, जिनके भाई की रिहाई होनी थी, ने कहा, “इंतजार करना बहुत मुश्किल है.” उन्होंने पश्चिमी तट के शहर रामल्लाह में एएफपी से कहा, “हमने धैर्य बनाया हुआ है और अगर ईश्वर चाहेगा तो हम कब्जा करने वाले से अधिक मजबूत बने रहेंगे.”
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