इजरायल ने बेरूत में किए हमले, हिज्बुल्लाह के टॉप कमांडर समेत 8 को मार गिराया​

 इज़राइल ने बेरुत शहर के दक्षिणी हिस्से में जो बड़ा हवाई हमला किया है उस हमले में उनसे हिज़्बुल्लाह के टॉप मिलिटरी कमांडर फ़ौद शुक्र जिसे कि अल हाज़ी मोहसीन के नाम से भी जाना जाता है, उसे ढेर करने का दावा किया है. हालांकि अभी हिज़्बुल्लाह या लेबनान की तरफ़ से इस पर कुछ नहीं कहा गया है.

लेबनान की राजधानी बेरूत में हिज़्बुल्लाह के गढ़ पर शुक्रवार को हुए हमले में 8 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हो गए, आंदोलन से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि एक शीर्ष सैन्य नेता की मौत हो गई.

इज़रायली सेना ने कहा कि उसने “टार्गेटेड अटैक” किया था, जबकि लेबनानी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि हमले में आठ लोग मारे गए और 59 अन्य घायल हो गए.संवेदनशील मामलों पर चर्चा करने के लिए नाम न छापने का अनुरोध करते हुए, हिजबुल्लाह के करीबी सूत्र ने कहा कि दक्षिण बेरूत में आतंकवादी समूह के गढ़ पर हमले में इसकी विशिष्ट राडवान इकाई के प्रमुख इब्राहिम अकील की मौत हो गई थी.

7 अक्टूबर को इज़राइल-हमास युद्ध की शुरुआत के बाद से बेरूत के दक्षिणी उपनगरों पर हवाई हमला तीसरा हवाई हमला है, इस सप्ताह हिंसा का ध्यान नाटकीय रूप से गाजा से लेबनान की ओर स्थानांतरित हो गया है.

इज़राइल ने बेरुत शहर के दक्षिणी हिस्से में जो बड़ा हवाई हमला किया है उस हमले में उनसे हिज़्बुल्लाह के टॉप मिलिटरी कमांडर फ़ौद शुक्र जिसे कि अल हाज़ी मोहसीन के नाम से भी जाना जाता है, उसे ढेर करने का दावा किया है. हालांकि अभी हिज़्बुल्लाह या लेबनान की तरफ़ से इस पर कुछ नहीं कहा गया है. शुरुआती कंफ्यूज़न के बाद आईडीएफ़ ने फ़ौद की मौत की पुष्टि अपनी तरफ़ से की है. इस हमले में एक महिला और दो बच्चों के मारे जाने की भी ख़बर है. 70 से अधिक लोग घायल हुए हैं.

इस हमले के बाद हिज़्बुल्लाह की तरफ़ से जवाबी हमले की आशंका के मद्देनज़र इज़राइल ने अपने एयर स्पेस का कुछ हिस्सा बंद करने का फ़ैसला किया है. इज़राइल की सेना स्टेट ऑफ़ अलर्ट जारी किया है और ख़ासतौर पर लेबनान की सीमा के नज़दीक रहने वालों के लिए सावधान रहने और बम शेल्टर्स में ही रहने की सलाह दी.

बेरुत पर हुए इस हमले को इज़राइल की तरफ़ से हुआ अब तक सबसे बड़ा हमला माना जा सकता है क्योंकि इसमें हिज्बुल्लाह के टॉप सैन्य कमांडर की जान गई है. फ़ौद शुक्र हिज़्बुल्लाह प्र मुख हसन नसरुल्लाह का वरिष्ठ सलाहकार भी था और हिज्बुल्लाह के तमाम सैन्य ऑपरेशन का इंचार्ज भी. उसे 1983 में बेरुत में अमेरिकी मेरीन कैंप पर हमले का भी ज़िम्मेदार माना गया जिसमें 241 अमेरिकी सर्विसमेन की जान गई थी. एफ़बीआई ने उस पर 5 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित कर रखा था.

इज़राइल ने फ़ौद को शनिवार को गोलान हाइट्स इलाक़े में हुए हमले का ज़िम्मेदार बताया है जिसमें फुटबॉल ग्राउंड में खेल रहे 12 बच्चों की जान गई और 30 से अधिक घायल हुए. ये अरबी भाषी द्रुज  समुदाय की बस्ती पर हुआ हमला था और इज़राइल ने कहा था कि हिज्बुल्लाह को इसकी बड़ी क़ीमत चुकानी पड़ेगी. उस समय इज़राइल के पीएम नेतन्याहू अमेरिकी दौरे पर थे. वे अपना दौरा समय से पहले ख़त्म कर लौटे. लौटते हुए उन्होंने ने भी हिज़्बुलाह को बड़ी क़ीमत चुकाने की धमकी दी थी. धुर दक्षिण पंथी नेता और इज़राइल के वित्त मंत्री स्मोत्रित ने तो सीधे हिज्बुल्लाह प्रमुख हसन नसरुल्लाह के सिर से इसकी क़ीमत चुकाने की बात की थी. तब विदेश मंत्रालय ने कहा था कि हिज़्बुल्लाह ने तमाम रेड लाइन क्रास कर दिया है और अब रक्षा मंत्री गैलेंट ने भी वही दोहराया है. नेशनल सेक्यूरिटी मिनिस्टर बेन ग्वीर ने एक्स पोस्ट पर लिखा है कि every dog shall have a day.

इज़राइल के तेवर से साफ़ है कि वो हिज्बुल्लाह को और अधिक निशाना बनाएगा. इससे पूर्ण युद्ध का एक और मोर्चा खुलने की आशंका बढ़ गई है जो कि अमेरिका जैसा देश नहीं चाहता.

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