अतुल सुभाष आत्महत्या मामले (Atul Subhash Suicide Case) में अतुल सुभाष की सास निशा सिंघानिया ने कहा कि हमें उसकी मौत का अफसोस है, लेकिन हम दोषी नहीं हैं.
बेंगलुरु के AI इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या ने देशभर में एक नई बहस छेड़ दी है. उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया ने अपने पति पर गंभीर आरोप लगाए थे और कई धाराओं में मामले दर्ज कराए थे. इसके बाद पत्नी और ससुराल वालों पर हैरेसमेंट का आरोप लगाते हुए अतुल ने करीब डेढ घंटे का सुसाइड वीडियो और 40 पेज का सुसाइड नोट छोड़कर आत्महत्या कर ली. हालांकि अब इस मामले में उनकी पत्नी के परिवार से बयान सामने आए हैं और उन्होंने आरोपों को निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि हमें उनकी मौत का अफसोस है, लेकिन हम दोषी नहीं हैं.
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अतुल सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया की मां निशा सिंघानिया ने कहा, “अतुल ने निराधार आरोप लगाए हैं. उसने अपना फ्रस्टेशन निकाला है. मेरी बेटी ने कभी किसी को खुदकुशी के लिए नहीं उकसाया.” इस बीच अतुल सुभाष का परिवार गुरुवार को पटना पहुंचा. मीडिया ने जब अतुल की सुसाइड को लेकर उनकी मां से सवाल किया गया, तो वो बेसुध हो गईं. होश में आने पर उन्होंने बिलखते हुए कहा, “मेरा बच्चा बहुत टॉर्चर हुआ है. लीगल सिस्टम से हमें कोई उम्मीद नहीं है.”
निशा सिंघानिया ने कहा, “हमें उसकी मौत का अफसोस है. लेकिन हम दोषी नहीं हैं. जो भी हुआ उसमें मेरी बेटी और मेरा परिवार जिम्मेदार नहीं है. हम बहुत जल्द सबूतों के साथ आपके (मीडिया) सामने आएंगे. इससे साबित हो जाएगा कि हमने कोई गलत केस नहीं किया है.”
हमारा परिवार इसके लिए दोषी नहीं : निकिता के ताऊ
इस मामले में निकिता के ताऊ सुशील कुमार ने कहा कि एफआईआर में मेरा नाम भी दर्ज है. हम लोगों को इस केस का मीडिया से पता चला है. यह केस कोर्ट में चल रहा था. हमारा परिवार इसके लिए दोषी नहीं है. हम दूसरे मकान में रहते हैं. सुभाष ने जो आरोप लगाए हैं, वह निराधार हैं. निकिता जब आएगी तो वह हर चीज का जवाब देगी. उसके पास हर चीज का जवाब है.
मेरे बेटे के लगाए इल्जाम 100% सही : अतुल के पिता
इस मामले में अतुल के पिता पवन कुमार ने कहा कि मुझे अतुल बताता था कि जहां उसका केस चल रहा है वह कोर्ट देश के कानून से नहीं चलता है. वह कम से कम 40 बार बेंगलुरु से जौनपुर गया होगा. उस पर इतनी धाराएं लगाई गईं. एक केस खत्म हो जाता था तो दूसरा लगा दिया जाता था. इस बात से वह काफी डिप्रेशन में रहता था, लेकिन हमें उसने कभी महसूस नहीं होने दिया. मेरे बेटे ने जो इल्जाम लगाए हैं, वह 100 फीसदी सच हैं. उसका बड़ा हैरासमेंट हुआ. मेरी पत्नी चार महीने बेटे के साथ रही. इस दौरान वहां बेटे का तनाव देखकर उसे डायबिटीज बढ़ गया. हमारा लड़का कितनी टेंशन में था, यह हम नहीं बता सकते हैं.
न्याय की मांग और अतुल सुभाष ने कर ली आत्महत्या
उत्तर प्रदेश के निवासी अतुल सुभाष ने बेंगलुरु के मराठाहल्ली स्थित अपने फ्लैट में फांसी लगा ली. 34 साल के अतुल सुभाष बेंगलुरु की एक प्राइवेट फर्म में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में DGM के पद पर थे. आत्महत्या से पहले उन्होंने 24 पेज का एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें पत्नी और ससुराल वालों पर हैरेसमेंट के आरोप लगाए गए हैं. अतुल ने कहा कि पत्नी ने सेटलमेंट के लिए 3 करोड़ रुपये की डिमांड की थी. वहीं बच्चे की देखभाल और मेनटेनेंस के लिए अलग से रकम मांगी गई थी. अतुल ने न्याय की मांग की है.
पुलिस के मुताबिक, अतुल सुभाष की पत्नी ने हाल ही में उनके खिलाफ घरेलू हिंसा, हत्या की कोशिश, अननैचुरल और सेक्शन 498A के तहत मामले दर्ज कराए थे. इसकी वजह से अतुल का डिप्रेशन बढ़ गया था. सोमवार को सुबह 6 बजे पुलिस को कॉल आई थी, जिसमें बताया गया कि मंजूनाथ लेआउट इलाके में किसी ने सुसाइड कर लिया है. पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी तो कमरे में अतुल सुभाष पंखे के सहारे फंदे से लटक रहे थे.
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