अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी (Gautam Adani) ने उस्ताद जाकिर हुसैन (Zakir Hussain) के निधन पर शोक जताया है. साथ ही कहा कि दुनिया ने एक ऐसी लय खो दी है, जिसकी भरपाई संभव नहीं है.
उस्ताद जाकिर हुसैन (Zakir Hussain) के निधन से देश-दुनिया में शोक की लहर है. हर वर्ग और हर उम्र के लोगों के लिए जाकिर हुसैन का चला जाना अपूरणीय क्षति है. अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी (Gautam Adani) ने भी उनके निधन पर शोक जताया है. साथ ही कहा कि दुनिया ने एक ऐसी लय खो दी है, जिसकी भरपाई संभव नहीं है.
गौतम अदाणी ने एक्स पर अपनी एक पोस्ट में कहा, “दुनिया ने एक ऐसी लय खो दी है जिसकी भरपाई वह कभी नहीं कर सकती. उस्ताद ज़ाकिर हुसैन हमारे उस्ताद, जिनकी तबले की थाप हमेशा भारत की आत्मा में गूंजती रहेगी, अपने पीछे कालातीत कला का अनोखा रूप छोड़ गए हैं. उनकी विरासत एक शाश्वत ताल है, जो आने वाली पीढ़ियों तक गूंजती रहेगी.”
The world has lost a rhythm it can never replace. Ustad Zakir Hussain, our maestro whose tabla beats will forever echo in the soul of India, leaves behind his inimitable form of timeless art. His legacy is an eternal taal, resonating through generations to come. RIP?? pic.twitter.com/AcnoJmwUNG
— Gautam Adani (@gautam_adani) December 15, 2024
73 साल की उम्र में उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन
बता दें कि प्रसिद्ध तबला वादक जाकिर हुसैन का 73 साल की उम्र में हृदय संबंधी समस्याओं के कारण निधन हो गया. हुसैन की मैनेजर निर्मला बच्चानी ने एक बयान में कहा कि उस्ताद रक्तचाप संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे. जाकिर हुसैन को हृदय संबंधी समस्याओं के चलते सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
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