December 29, 2024
कश्मीर में बर्फ, दिल्ली में बारिश... टूटा 101 साल का रिकॉर्ड; जानें अपने शहर के मौसम का हाल

कश्मीर में बर्फ, दिल्ली में बारिश… टूटा 101 साल का रिकॉर्ड; जानें अपने शहर के मौसम का हाल​

मौसम विभाग के अधिकारी के अनुसार 1901 में आंकड़े दर्ज किये जाने के बाद से दिसंबर 2024 माह वार बारिश के मामले में अब तक का पांचवा सर्वाधिक वर्षा वाला माह रहा.

मौसम विभाग के अधिकारी के अनुसार 1901 में आंकड़े दर्ज किये जाने के बाद से दिसंबर 2024 माह वार बारिश के मामले में अब तक का पांचवा सर्वाधिक वर्षा वाला माह रहा.

राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को दिनभर बादल छाए रहे और ठंड रही, साथ ही 101 वर्षों में दिसंबर में एक दिन में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई. मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक के पिछले 24 घंटों में 41.2 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसके कारण दिनभर तापमान सामान्य से कम रहा. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में तीन दिसंबर 1923 को एक ही दिन में सबसे अधिक बारिश हुई थी, जो 75.7 मिमी थी.

मौसम विभाग के अधिकारी के अनुसार 1901 में आंकड़े दर्ज किये जाने के बाद से दिसंबर 2024 माह वार बारिश के मामले में अब तक का पांचवा सर्वाधिक वर्षा वाला माह रहा.

आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ आज सुबह 8.30 बजे समाप्त हुई 24 घंटे की संचयी वर्षा 1901 के बाद से दूसरी सबसे अधिक है. मासिक वर्षा पांचवीं सबसे अधिक है. 24 घंटे की संचयी वर्षा सुबह 8.30 बजे समाप्त हुए पिछले 24 घंटों के दौरान हुई वर्षा को संदर्भित करती है.”

दिल्ली में बारिश का भी असर

आईएमडी ने कहा कि सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं के साथ इसके संपर्क के कारण दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ रहे हैं. भारत मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में अधिकतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से 4.6 डिग्री कम है. शनिवार को न्यूनतम तापमान 12.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से छह डिग्री अधिक था.

वायु गुणवत्ता में सुधार

मौसम विभाग ने रविवार को घने कोहरे का अनुमान व्यक्त किया है तथा अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 17 और 9 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.इस बीच केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ और शनिवार शाम चार बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 135 दर्ज किया गया.

समीर ऐप के अनुसार 28 निगरानी केन्द्रों में से चार – आईएचबीएएस दिलशाद गार्डन, लोधी रोड और श्री अरबिंदो मार्ग में एक्यूआई ‘संतोषजनक’ श्रेणी में दर्ज की गई और यह 100 से नीचे रही. बाकी केन्द्रों में एक्यूआई ‘मध्यम’ और ‘खराब’ श्रेणियों में दर्ज की गई.

एक्यूआई को शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है.

कश्मीर में भारी बर्फबारी

कश्मीर में भारी बर्फबारी से हवाई, रेल, सड़क यातायात बाधित; उत्तर भारत में बारिश और ठंड का प्रकोपकश्मीर में शनिवार को मौसम की सबसे भारी बर्फबारी के कारण हवाई, रेल और सड़क यातायात प्रभावित हुआ तथा बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित रहीं, जबकि उत्तराखंड में बर्फबारी और रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण तापमान में गिरावट आई.

पश्चिमी विक्षोभ और अन्य मौसमी घटनाओं के कारण मध्य प्रदेश में रात भर बारिश हुई. पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में लगातार दूसरे दिन भी बारिश हुई, जबकि राजस्थान में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई.राष्ट्रीय राजधानी में सुबह 8:30 बजे समाप्त हुए 24 घंटों में 41.2 मिमी बारिश दर्ज की गई. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं के साथ इसके संपर्क के कारण दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ रहे हैं.जम्मू कश्मीर में तेज ठंड और बर्फबारी का दौर जारी है. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने उपायुक्तों को बर्फ हटाने के कार्यों की व्यक्तिगत तौर पर निगरानी करने का निर्देश दिया है.शुक्रवार से कश्मीर भर में मध्यम से भारी हिमपात दर्ज किया गया, जिसमें श्रीनगर शहर और अन्य मैदानी इलाकों में मौसम की पहली बर्फबारी भी शामिल है.

अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के मैदानी इलाकों में भारी से बहुत भारी हिमपात, जबकि मध्य कश्मीर के मैदानी इलाकों में मध्यम हिमपात हुआ. उत्तर कश्मीर के मैदानी इलाकों में हल्के से मध्यम हिमपात हुआ. हवाईअड्डे के अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर से आने-जाने वाला हवाई यातायात भी प्रभावित हुआ है और उड़ान परिचालन स्थगित कर दिया गया है. यातायात विभाग के अधिकारियों के अनुसार, हिमपात के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-44) यातायात के लिए बंद कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि नवयुग सुरंग में भारी हिमपात के कारण बर्फ हटाने के काम में बाधा उत्पन्न हुई है.

उत्तराखंड में बर्फबारी

उत्तराखंड में शनिवार को ऊंचाई वाले स्थानों पर हिमपात तथा कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रुक रुक कर बारिश हुई, जिससे पूरे राज्य में ठंड बढ़ गई, जबकि हिमालयी मंदिरों की ओर जाने वाले राजमार्ग अभी भी कई स्थानों पर बंद हैं.

आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने यहां बताया कि पहाड़ों के ऊपरी इलाकों में लगातार हिमपात और रुक-रुक कर हो रही हल्की बारिश तथा निचले इलाकों में चल रही ठंडी हवाओं के कारण अधिकांश पहाड़ी जिले भीषण ठंड की चपेट में हैं.

औली, हर्षिल, हेमकुंड साहिब, चोपता, दयारा, लोखंडी, सुक्की टॉप, मुनस्यारी और पिथौरागढ़ की ऊंची चोटियां बर्फ से ढक गई हैं.

मौसम विभाग ने शनिवार को चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, देहरादून, पौड़ी, पिथौरागढ़ और नैनीताल सहित पर्वतीय जिलों में 2,500 मीटर और उससे अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर कुछ जगहों पर भारी हिमपात की संभावना जताई है. अधिकांश स्थानों पर आसमान में बादल छाए रहे तथा रुक-रुक कर बूंदाबांदी भी हुई.

अधिकारियों ने बताया कि बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग, पांडुकेश्वर और बद्रीनाथ के बीच बर्फ जमा होने के कारण बंद है, जिसे साफ किया जा रहा है.

सीमा को चीन से जोड़ने वाला जोशीमठ-नीती राजमार्ग भी सुराईथोथा से आगे बंद है जबकि केदारनाथ और बद्रीनाथ को जोड़ने वाला चमोली-कुंड राष्ट्रीय राजमार्ग धोतीधार और मक्कू बेंड के बीच बंद है.

जोशीमठ और औली के बीच एक बड़ा पेड़ उखड़ जाने से सड़क अवरुद्ध हो गयी है जिसके कारण यातायात प्रभावित है.चमोली जिला आपदा प्रबंधन केंद्र ने बताया कि हिमपात से 65 से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं. बारिश के कारण कर्णप्रयाग के नौटी क्षेत्र के 10 गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है. देवाल विकासखंड के सभी गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित है.

राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को दिनभर बादल छाए रहे और ठंड रही, साथ ही 101 वर्षों में दिसंबर में एक दिन में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई. मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक के पिछले 24 घंटों में 41.2 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसके कारण दिनभर तापमान सामान्य से कम रहा.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में तीन दिसंबर 1923 को एक ही दिन में सबसे अधिक बारिश हुई थी, जो 75.7 मिमी थी.

आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ आज सुबह 8.30 बजे समाप्त हुई 24 घंटे की संचयी वर्षा 1901 के बाद से दूसरी सबसे अधिक है. मासिक वर्षा पांचवीं सबसे अधिक है. 24 घंटे की संचयी वर्षा सुबह 8.30 बजे समाप्त हुए पिछले 24 घंटों के दौरान हुई वर्षा को संदर्भित करती है.”

राजस्थान में ठंड का प्रकोप

राजस्थान के अनेक इलाकों में एक नए पश्चिमी विक्षोभ के असर से बीते 24 घंटे में बारिश व ओलावृष्टि हुई. इसके अलावा राज्‍य के अनेक इलाकों में शनिवार को भी कोहरा छाया रहा और कड़ाके की सर्दी जारी है. मौसम विभाग के प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि सुबह तक के 24 घंटे में पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में कई स्थान पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई.

इस दौरान सबसे अधिक बारिश झालावाड़ जिले में 86.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. इसके अलावा कोटा के सांगोद, बूंदी के नैनवा और बारां जिले के शाहाबाद में 40 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. अन्‍य स्‍थानों पर 10 से 30 मिलीमीटर तक बारिश दर्ज की गई.

राज्य में कुछ स्थानों पर घने से बहुत घना कोहरा दर्ज किया गया. दौसा, हनुमानगढ़ और अलवर सहित कुछ जिलों में ओले गिरे. पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में शनिवार को लगातार दूसरे दिन बारिश हुई, जिससे दोनों राज्यों में दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई.

पंजाब में ठंड से जनता परेशान

स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार चंडीगढ़ का अधिकतम तापमान 15.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पंजाब के अमृतसर में दिन का तापमान 14.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि लुधियाना में 15.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पटियाला में अधिकतम तापमान 15.7 डिग्री सेल्सियस, गुरदासपुर में 15 डिग्री और फिरोजपुर में 14.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

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