इजरायली सेना का कहना है कि हमास की तरफ से सौंपे गए चार शवों (Israel Hostages Death) में एक की पहचान नहीं हुई है. बच्चों के शव तो हैं लेकिन उनकी मां का शव भेजा ही नहीं गया.
इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम समझौता भले ही लागू है, लेकिन इनके बीच की टेंशन खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. हमास की कैद में चार इजरायली बंधकों (Israel Hostages Death) की मौत हो गई. हमास ने गुरुवार को इन चारों के शव काले ताबूत में बंद कर को इजरायल के हवाले कर दिए. हमास की इस हरकत से इजरायल (Israel Hamas) काफी गुस्से में है और इसे सीजफायर समझौते का उल्लंघन बता रहा है. वहीं हमास का कहना है कि चारों को उसने नहीं मारा. उनकी मौतें इजरायली हमले में हुई हैं. बता दें कि मारे गए लोगों में दो बच्चे, उनकी मां और एक अन्य शख्स शामिल है. लेकिन जो शव लौटाए गए हैं उनमें महिला का शव है ही नहीं. इजरायल ने इस पर भी हमास से जवाब मांगा.
हमास ने इजरायल को सौंपे चार बंधकों के शव
इजरायल ने कहा कि वापस दिए गए चारों शवों में एक अज्ञात है. उसकी पहचान किसी भी बंधक के तौर पर नहीं हुई है. जबकि मारे गए बच्चों के नाम एरियल और कफीर है. दोनों की पहचान इजरायली सेना ने कर ली है. उनका कहना है कि बच्चों की मां बिबास का शव वापस नहीं लौटाया गया. उसका शव भी वापस लौटाए जाए. वहीं हमास से ये भी पूछा कि सीजफायर समझौता होने के बाद भी ये मौतें हुईं कैसे. यूएन भी इसे सीजफायर समझौते का उल्लंघन बता रहा है. वहीं शिरी बिबीस का शव नहीं लौटाए जाने पर यूएन भी हमास पर दबाव बना रहा है.
काले ताबूत में भेजे गए बंधकों के शव
बता दें कि हमास ने चारों के शवों को काले ताबूतों में गाज़ा पट्टी पर भेज दिया. इन ताबूत के चारों तरफ बैनर लगे हुए थे. इनमें से एक बैनर पर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को भूत के रूप में दिखाया गया था. हमास के लड़ाकों ने ही इन ताबूतों को रेड क्रॉस के वाहनों तक पहुंचाया. जिसके बाद रेड क्रॉस के कर्मियों ने शवों को सफेद कपड़ों से लपेटकर वाहनों में रखा. इसके बाद रेड क्रॉस का काफिला इजरायल की ओर रवाना हो गया.
DNA टेस्ट से होगी शवों की पहचान
इजरायली अधिकारी डीएनए टेस्ट के जरिए इन शवों की औपचारिक पहचान करेंगे. ये परीक्षण पूरा होने में करीब दो दिन लग सकते हैं. पहचान प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही परिवारों को अंतिम सूचना दी जाएगी. इजरायली सेना ने भी उन चार बंधकों के शव मिलने की पुष्टि की है, जिनको हमास ने गाजा पट्टी में ‘रेड क्रॉस’ को सौंपा था.
NDTV India – Latest
More Stories
भारत में बीते 60 सालों में 250 भाषाएं विलुप्त हो गईं, अमेरिका में हैं 328 जीवित भाषाएं, जानिए ऐसे कई Unknown Facts
“बाघ की खाल पहनने से कोई भेड़िया… “: पुष्पा मूड में एकनाथ शिंदे, जानिए किस-किस को सुना गए
संडे को एक और क्रिकेट मैच, चीफ जस्टिस और सॉलिसिटर जनरल की टीमों का होगा आमना-सामना