November 15, 2024
किस तरह की फिल्में देखना पसंद करते हैं सैफ अली खान, हॉलीवुड फिल्मों पर बोले उनकी तुलना करने का कोई मतलब नहीं... 

किस तरह की फिल्में देखना पसंद करते हैं सैफ अली खान, हॉलीवुड फिल्मों पर बोले- उनकी तुलना करने का कोई मतलब नहीं… ​

बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान का एक वीडियो इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. इसमें वो अपने उन दिनों का जिक्र कर रहे हैं जब कविताओं की फंतासी दुनिया में समय बिताना अच्छा लगता था.

बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान का एक वीडियो इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. इसमें वो अपने उन दिनों का जिक्र कर रहे हैं जब कविताओं की फंतासी दुनिया में समय बिताना अच्छा लगता था.

बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान का एक वीडियो इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. इसमें वो अपने उन दिनों का जिक्र कर रहे हैं जब कविताओं की फंतासी दुनिया में समय बिताना अच्छा लगता था. इंटरनेट पर वायरल हो रहे एक पुराने वीडियो में एक्टर अपनी रुचियों के बारे में बात कर रहे हैं. सैफ ने कहा कि उन्होंने वेस्टर्न पोएट्री को खूब पढ़ा है. इस क्लिप की खास बात एक्टर का बेलौस अंदाज है. सवालों का ऐसा जवाब देते दिख रहे हैं कि वहां बैठे लोग हंसी नहीं रोक पा रहे हैं.

उन्होंने कहा, ‘फैज और गालिब. नहीं, मैं बकवास कर रहा हूं. मेरी दादी उन्हें पढ़ती थीं और मेरे पिता उन्हें पढ़ते हैं. क्या ये उम्र इन चीजों को पढ़ने की है? नहीं, मैंने बहुत सारी वेस्टर्न पोएट्री पढ़ी हैं. चूंकि मैं वहां पढ़ रहा था, तो मैं क्या कर सकता था? लेकिन मेरे पिता कहते हैं कि फैज एक बेहतरीन कवि हैं और अगर आप पढ़ने जाएं, तो कुरान भी एक बेहतरीन कविता है.’

उन्होंने आगे बताया, ‘जब मैं शूटिंग नहीं करता, तो मुझे कई चीजों में दिलचस्पी होती है. मैं गिटार और गाने बजाता हूं. कंप्यूटर गेम, इंटरनेट पर सर्फिंग, किताबें पढ़ता हूं और फिल्में देखता हूं. मैं बॉम्बे जिमखाना जाता हूं. वहां सब कुछ होता है. मुझे टारगेट शूटिंग में बहुत दिलचस्पी है. वर्ली में, मैं यह बहुत अच्छी चीज करता हूं और घर पर मुझे कंप्यूटर, किताबें, इन सभी चीजों में दिलचस्पी है.’

एक्टर ने यह भी बताया कि उन्हें किस तरह की फिल्में देखना पसंद है. उन्होंने कहा, ‘द गॉडफादर’ जैसी कई विदेशी फिल्में हैं. लेकिन विदेशी फिल्में हिंदी फिल्मों से इतनी अलग हैं कि उनकी तुलना करने का कोई मतलब नहीं है. एक समय था जब मैं सोचता था कि मुझे यह फिल्म बनानी चाहिए. लेकिन मैं ऐसा नहीं कर पाया. क्योंकि, वास्तव में, नायकों के बोलने का तरीका बदल गया है, जैसे कोई आम आदमी सड़क पर बोलता है.

उन्होंने कहा, ‘अगर आपका किरदार इस तरह बोलेगा तो हर कोई ध्यान से सुनेगा. हॉलीवुड फिल्मों की खास बात यह है कि वे अच्छी तरह लिखी जाती हैं. हर फिल्म में अलग-अलग डायलॉग होते हैं. हम सालों से एक ही तरह के संवाद बोलते आ रहे हैं. आज की दुनिया में यह बदल रहा है और स्वाभाविक रूप से लोग इसकी सराहना कर रहे हैं.’

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