Kota Suicide: जयपुर का रहने वाला 28 साल का सुनील बैरवा कोटा मेडिकल कॉलेज से MBBS कर रहा था. बुधवार को वह पूरे दिन दिखाई नहीं दिया तो उसके दोस्त रात को उसके कमरे पर पहुंच गए. दरवाजा खटखटाया तो भीतर से कोई जवाब नहीं मिला. जिसके बाद गेट तोड़ दिया गया. पढ़िए सुशांत की रिपोर्ट.
मां-बाप की उम्मीदों का बोझ क्या इतना भारी होता है कि मौत को गले लगाना ज्यादा आसान हैं? ये सवाल इसलिए क्यों कि कोटा में आए दिन छात्र जान दे रहे है. ये सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. कोटा से आए दिन इस तरह की खबरें सामने आती हैं. ज्यादातर मामलों में वजह एग्जाम में नाकामी होती है. या फिर ये बच्चे दिमाग पर पढ़ाई का इतना ज्यादा प्रेशर ले लेते हैं कि कुछ और सोच ही नहीं पाते. सवाल बस यही है कि बच्चों को ये क्या होता जा रहा है. क्या मौत का रास्ता जिंदगी से ज्यादा आसान है? एक बार फिर से कोटा (Kota Suicide) से परेशान करने वाली खबर सामने आई है. कोटा मेडिकल कॉलेज के MBBS छात्र सुनील ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी.
सुसाइड नोट में मां-बाप से मांगी माफी
उसके कमरे से एक सुसाइड नोट पुलिस के हाथ लगा है. जिसमें उसने माता-पिता से उनका सपना पूरा नहीं कर पाने को लेकर मांफी मांगी है. सुनील की आंखों में सुनहरे भविष्य के सपने ने न जानें कब दम तोड़ दिया और उसने ये खौफनाक कदम उठा लिया. सुनील ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी.
MBBS स्टूडेंट ने लगाई फांसी
महावीर नगर थाना पुलिस के मुताबिक, जयपुर का रहने वाला 28 साल का सुनील बैरवा कोटा मेडिकल कॉलेज से MBBS कर रहा था. कॉलेज के हॉस्टल नंबर तीन में रहने वाले ये छात्र बुधवार को जब पूरे दिन दिखाई नहीं दिया तो उसके दोस्त रात को उसके कमरे पर पहुंच गए. दरवाजा खटखटाया तो भीतर से कोई जवाब नहीं मिला. जिसके बाद दोस्तों ने कमरे का गेट तोड़ दिया. अंदर का नजारा देख वह सन्न रह गए. सुनील फंदे से लटका हुआ था.
कमरे से मिला सुसाइड नोट
उन्होंने घटना की खबर तुरंत महावीर नगर पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्र के शव को नीचे उतारकर मोर्चरी भिजवाया. छानबीन करने पर उसके कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ. जिसमें उसने लिखा था कि वह अपने माता-पिता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पा रहा है, इसलिए यह कदम उठा रहा है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज पुलिस ने आगे की जांच शुरू कर दी है. वहीं सुनील के परिवार को घटना की जानकारी दे दी गई है. आत्महत्या के पीछे पढ़ाई का दबाव था या कोई और वजह, इसको लेकर पुलिस विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है.
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