एआई और क्रिप्टो की दुनिया में बड़े बदलाव के लिए ट्रंप ने PayPal के पूर्व चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डेविड सैक्स की महत्वपूर्ण पद पर नियुक्ति की है.
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने AI और बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करंसी पर नजर रखने के लिए एक महत्वपूर्ण नियुक्ति कर दी है. ट्रंप ने डेविड ओ सैक्स ( David O. Sacks) को व्हाइट हाउस का AI और क्रिप्टो जार बनाया गया है. ट्रंप ने सैक्स को जो जिम्मेदारी सौंपी है, वो अमेरिका के लिए काफी अहम है. ट्रंप की अगुवाई में सैक्स के ऊपर क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए एक कानूनी ढांचा खड़ा करने की बड़ी जिम्मेदारी होगी. दुनियाभर में एआई कितनी तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, ये किसी से छिपा नहीं है. जिन कामों को करने के लिए पहले काफी वक्त लगता था. वो सब काम अब एआई की वजह से चुटकियों में हो जाते हैं. वहीं क्रिप्टो करेंसी की बढ़ती दुनिया में अमेरिका अपनी पैठ और बढ़ाना चाहता है. इसी का नतीजा है कि ट्रंप ने डेविड ओ सैक्स को एआई और क्रिप्टो जार बनाया है.
कौन हैं डेविड ओ सैक्स
सैक्स इस साल की शुरुआत में ट्रंप के बड़े समर्थक बन गए थे. उन्होंने अपने सैन फ्रांसिस्को मेंशन में ट्रंप के लिए एक फंडरेजर भी आयोजित किया था. हालांकि, सैक्स ने 6 जनवरी, 2021 को कैपिटल दंगे के बाद ट्रंप की आलोचना की थी. उन्होंने अपने ऑल-इन पॉडकास्ट के एक एपिसोड में उस समय कहा था कि ट्रंप इस घटना के लिए स्पष्ट रूप से जिम्मेदार थे और उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर उम्मीदवार बनने से खुद को अयोग्य घोषित कर दिया था. एंटरप्रेन्योर के तौर पर सैक्स ने 2012 में यामर को माइक्रोसॉफ्ट को 1.2 बिलियन डॉलर में बेच दिया था. कथित तौर पर वह पेपैल माफिया से भी जुड़ा हुआ है, जो एलन मस्क और पीटर थील सहित फेमस टेक हस्तियों और निवेशकों का एक अनौपचारिक क्लब है.
सिलिकॉन वैली से AI और क्रिप्टो जार का नाता
डेविड सैक्स एक बेहद सफल इंटरप्रेन्योर और निवेशक रहे हैं, जिन्होंने सिलिकॉन वैली की कुछ सबसे नामचीन कंपनियों का निर्माण और निवेश किया है. डेविड PayPal के फाउंडर एरा के COO थे. डेविड ने तब एंटरप्राइज़ सॉफ़्टवेयर कंपनी, यामर की स्थापना की, जिसका Microsoft ने $1.2 बिलियन डॉलर में अधिग्रहण किया. इसके बाद उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में स्थित एक वेंचर कैपिटल फर्म क्राफ्ट वेंचर्स की स्थापना की. डेविड ऑल-इन पॉडकास्ट के को-होस्ट हैं, जो टेक में टॉप लेवल का पॉडकास्ट है, जहां वे और उनके दोस्त आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा करते हैं. डेविड के पास इन दो महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी में अमेरिका को महान बनाने के लिए नॉलेज, व्यावसायिक अनुभव, इंटेलिजेंस और व्यावहारिकता है.
डेविड ओ सैक्स के आने से क्या बदलेगा
अमेरिका टेक्नोलॉजी की दुनिया में बड़ा प्लेयर है, जब एआई को प्रयोग पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रहा है. तब अमेरिका इस मार्किट में अपनी पकड़ बरकरार रखने के लिए नई रणनीतियां अपना रहा है. अमेरिका को ये बात समझ में आ चुकी है कि वक्त के साथ एआई का उपयोग जितना बढ़ेगा उसका उतना फायदा उन्हें मिलेगा. वहीं बिटकॉइन इन दिनों गजब की बुलंदी पर है. वह एक लाख डॉलर को छू रहा है. दरअसल इसकी वजह भी है. ट्रंप का सपना अमेरिका को दुनिया की ‘क्रिप्टो कैपिटल’ बनाने का है. वह इसे जाहिर भी कर चुके हैं और इसकी लिए बकायदा टीम भी खड़ी कर रहे हैं. बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करंसीज के दीवाने ट्रंप ने पिछले दिनों ट्रंप ने क्रिप्टो के घोर समर्थक पॉल एटकिन्स सिक्यॉरिटीज ऐंड एक्सचेंज कमिशन (SEC) का नया मुखिया बनाया था. ट्रंप के इसी सपने का साकार करने के लिए डेविड ओ सैक्स अब काम करेंगे.
NDTV India – Latest
More Stories
टॉप-रेटेड ट्रॉली बैग से लेकर स्टाइलिश मेंस वॉलेट तक, Amazon पर बेहद सस्ते दामों में मिल रही हैं ये चीजें
रूस भागे असद ने सीरिया में छुपा रखे हैं रासायनिक हथियार! जानें दुनिया क्यों है परेशान?
60 करोड़ का बजट और 150 करोड़ की कमाई, 64 साल की उम्र में अब ये एक्टर ला रहा है इस ब्लॉकबस्टर का सीक्वल