जीत अदाणी ने कहा, “हम दिव्यांगजनों की जिंदगी में पॉजिटिव बदलाव लाने के लिए हमेशा काम करते रहेंगे, खासकर कच्छ के मुंद्रा, खावड़ा और लखपत तालुका में हमारी कोशिश जारी रहेगी.”
अदाणी फाउंडेशन (Adani Foundation) और गुजरात के सामाजिक न्याय व सशक्तीकरण विभाग दिव्यांगों की जिंदगी को सुलभ और सशक्त बनाने के लिए एक मंच पर आए हैं. मंगलवार (3 दिसंबर) को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर अदाणी फाउंडेशन ने गुजरात के सामाजिक न्याय व सशक्तीकरण विभाग के साथ मिलकर एक खास पहल शुरू की. इस पहल का उद्देश्य गुजरात के 7055 से अधिक दिव्यांगजनों को सशक्त बनाना है.
यह कार्यक्रम मंगलवार को गांधीनगर स्थित नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में आयोजित किया गया. कार्यक्रम में अदाणी फाउंडेशन और गुजरात सरकार ने अपनी साझेदारी को और विस्तारित करने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की है. अदाणी एयरपोर्ट के डायरेक्टर जीत अदाणी ने कहा, “मैं यहां न सिर्फ अदाणी ग्रुप के नेता के रूप में खड़ा हूं, बल्कि यहां एक ऐसे शख्स के तौर पर मौजूद हूं; जो आप सभी दिव्यांग भाइयों-बहनों के अविश्वसनीय साहस और प्रेरणा से उत्साहित है.”
जीत अदाणी ने कार्यक्रम में मौजूद दिव्यांगों से कहा, “आपकी इस शक्ति को देखकर मुझे जिंदगी के सही मायने समझ में आते हैं. अदाणी ग्रुप की ओर से मैं आप सभी को भरोसा दिलाता हूं कि आपकी प्रगति और सशक्तीकरण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अटूट है.”
उन्होंने कहा, “मुझे गर्व है कि पिछले 10 साल में अदाणी फाउंडेशन स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम के जरिए दिव्यांगजनों की जिंदगी में सुधार करने में योगदान दे पाया है. हम आपके लिए रोजगार के मौकों, पढ़ाई और रोजमर्रा की जिंदगी को आसान बनाने के लिए डिवाइस बनाने में सहायक रहे हैं.”
जीत अदाणी ने कहा, “हम दिव्यांगजनों की जिंदगी में पॉजिटिव बदलाव लाने के लिए हमेशा काम करते रहेंगे, खासकर कच्छ के मुंद्रा, खावड़ा और लखपत तालुका में हमारी कोशिश जारी रहेगी. यह पहल दिव्यांगजनों के जीवन में एक नई ऊर्जा भरने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी.”
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर गुजरात सरकार के सामाजिक न्याय व सशक्तीकरण विभाग की मंत्री भानुबेन बाबरिया मौजूद रहीं. विशिष्ट अतिथि के तौर पर राज्य सरकार में मंत्री भिकुसिन्ह परमार, मोहम्मद शाहिद (प्रमुख सचिव), जीत अदाणी (डायरेक्टर अदाणी पोर्ट्स) और अदाणी फाउंडेशन की एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर दीवा शाह मौजूद थीं.
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