March 6, 2025
चंडीगढ़ में किसानों को कूच, पुलिस ने रास्ते में रोका; जानें कहां कैसे हालात

चंडीगढ़ में किसानों को कूच, पुलिस ने रास्ते में रोका; जानें कहां कैसे हालात​

एसकेएम ने अब निरस्त किए जा चुके तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 2020 के आंदोलन का नेतृत्व किया था. एसकेएम कृषि विपणन पर राष्ट्रीय नीति रूपरेखा के केंद्र के मसौदे को वापस लेने, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी, राज्य की कृषि नीति को लागू करने और राज्य सरकार द्वारा एमएसपी पर छह फसलों की खरीद की मांग कर रहा है.

एसकेएम ने अब निरस्त किए जा चुके तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 2020 के आंदोलन का नेतृत्व किया था. एसकेएम कृषि विपणन पर राष्ट्रीय नीति रूपरेखा के केंद्र के मसौदे को वापस लेने, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी, राज्य की कृषि नीति को लागू करने और राज्य सरकार द्वारा एमएसपी पर छह फसलों की खरीद की मांग कर रहा है. पंजाब में किसानों का कूच: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के बीच बीते सोमवार को हुई बैठक बेनतीजा होने के बाद किसान आज से चंडीगढ़ में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के बैनर तले कई किसान यूनियन अपनी लंबित मांगों को लेकर बुधवार को पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ की ओर कूच कर रहे हैं.चंडीगढ़ में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त: किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर चंडीगढ़ में सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं. चंडीगढ़ पुलिस ने सभी रास्तों को सील कर दिया है और यात्रियों को इन रास्तों से बचने की सलाह जारी की है. हालांकि, सुरक्षाकर्मियों द्वारा जहां भी किसानों को रोका जाएगा, वे वहीं अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू करेंगे.जहां रोका जाएं वहीं प्रदर्शन की अपील: भारतीय किसान यूनियन (एकता-उघराहां) के अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उघराहां ने किसानों से अपील की कि वे सड़कों, राजमार्गों और रेलवे ट्रैक को अवरुद्ध न करें, क्योंकि इससे लोगों को असुविधा होगी. उन्होंने किसानों को सलाह दी कि वे सुरक्षा कर्मियों द्वारा आगे बढ़ने से रोके जाने के स्थान पर ही सड़क किनारे धरना प्रदर्शन करें. उन्होंने सभी किसान यूनियनों से अपील की है कि वे चंडीगढ़ पहुंचकर और वहां ‘पक्का मोर्चा’ में शामिल होकर बड़े पैमाने पर विरोध दर्ज कराएं.चंड़ीगढ़ में किसानों को कई जगहों पर रोका: कूच के लिए चंडीगढ़ में किसानों को कई जगहों पर रोका गया है. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि किसानों को शहर के प्रवेश बिंदु पर ही रोक दिया जाएगा. संयुक्त किसान मोर्चा ने पंजाब सरकार पर विरोध प्रदर्शन के अधिकार को दबाने का आरोप लगाया है.किन मांगों को लेकर किसानों का प्रदर्शन: संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की मांगों में कृषि नीति को लागू करने के अलावा, भूमिहीन मजदूरों और किसानों को भूमि वितरण जारी करना, कर्ज माफी शामिल हैं. इससे पहले सोमवार को पंजाब सरकार और संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के बीच वार्ता विफल होने के कुछ घंटों बाद पुलिस ने किसान नेताओं के आवासों पर छापे मारे थे.चंडीगढ़ जा रहे किसानों को रोका गया: संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) से जुड़े किसानों ने बुधवार को दावा किया कि उन्हें अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में नियोजित ‘धरने’ के लिए चंडीगढ़ की ओर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है. धरने के मद्देनजर चंडीगढ़-मोहाली सीमा पर अवरोधक लगा दिए गए और सुरक्षा बढ़ा दी गई है. एसकेएम 30 से अधिक किसान संगठनों का एक समूह है और उसने अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में पांच मार्च से चंडीगढ़ में एक सप्ताह तक धरना देने का आह्वान किया है.ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को पुलिस ने रोका:संगठन ने कहा कि बुधवार की सुबह ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और अन्य वाहनों से चंडीगढ़ के लिए रवाना हुए किसानों को पंजाब पुलिस रोक रही है. मोगा में क्रांतिकारी किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष जतिंदर सिंह ने कहा कि चंडीगढ़ जाते समय मोगा जिले के अजीतवाल में पंजाब पुलिस ने उन्हें रोक दिया. सिंह ने दावा किया कि उनमें से कुछ को पुलिस ने ‘हिरासत में’ भी ले लिया. NDTV India – Latest

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