डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर चीन 8 अप्रैल तक 34 प्रतिशत की वृद्धि को वापस नहीं लेता है तो अमेरिका चीन पर 50 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ लगाएगा, जो 9 अप्रैल से प्रभावी होगा.
अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ को लेकर घमासान छिड़ा है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर अतिरिक्त 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया है. चीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति के रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने के आदेश के बाद जवाबी हमला बोलते हुए अमेरिका पर समान रूप से 34 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया था. हालांकि 48 घंटे से भी कम वक्त में ट्रंप ने पलटवार किया है. इससे अब अमेरिका द्वारा सभी चीनी वस्तुओं पर टैरिफ 84 प्रतिशत के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है.
यह 10 प्रतिशत वैश्विक टैरिफ के अतिरिक्त है, जिसके बारे में व्हाइट हाउस ने कहा है कि यह दुनिया भर के सभी देशों पर लागू होता है, जिससे चीन द्वारा ट्रंप के टैरिफ का आंकड़ा 94 प्रतिशत हो गया है. हालांकि राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को अमेरिका के खिलाफ लगाए अतिरिक्त टैरिफ को वापस लेने के लिए 24 घंटे का मौका दिया है, ऐसा नहीं करने पर चीनी वस्तुओं पर कुल 94 प्रतिशत टैरिफ लगेगा.
‘मैंने चेतावनी दी थी…’ : ट्रंप
राष्ट्रपति ट्रंप ने सुबह करीब 11:30 बजे (अमेरिकी समयानुसार – भारतीय समयानुसार रात 9 बजे) यह घोषणा की. उन्होंने चीन को दी गई अपनी पिछली चेतावनी का हवाला देते हुए अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने लिखा, “कल चीन ने 34 प्रतिशत का जवाबी टैरिफ जारी किया, जो पहले से ही रिकॉर्ड स्थापित करने वाले टैरिफ, गैर-मौद्रिक टैरिफ, कंपनियों की अवैध सब्सिडी और बड़े पैमाने पर दीर्घकालिक मुद्रा हेरफेर के अतिरिक्त है, जबकि मैंने चेतावनी दी थी कि कोई भी देश जो हमारे देश के पहले से मौजूद दीर्घकालिक टैरिफ दुरुपयोग से परे अतिरिक्त टैरिफ जारी करके अमेरिका के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करता है उसे तुरंत नए और काफी अधिक टैरिफ का सामना करना पड़ेगा, जो शुरू में निर्धारित टैरिफ से भी अधिक होंगे.”
ट्रंप ने दी है एक दिन की मोहलत
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि “अगर चीन कल 8 अप्रैल 2025 तक अपने दीर्घकालिक व्यापार दुरुपयोगों से ऊपर 34 प्रतिशत की वृद्धि को वापस नहीं लेता है तो अमेरिका चीन पर 50 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ लगाएगा, जो 9 अप्रैल से प्रभावी होगा.”
वैश्विक स्तर पर बढ़ते टैरिफ युद्ध के बीच नाराज अमेरिकी राष्ट्रपति ने चीन के साथ सभी वार्ता समाप्त करने की भी धमकी दी. उन्होंने यह भी कहा कि जिन देशों ने अमेरिकी आयात शुल्क का जवाब नहीं दिया है, उन्हें बातचीत का मौका दिया जाएगा.
उन्होंने लिखा, “चीन के बैठकों के अनुरोध के बाद भी बातचीत समाप्त कर दी जाएगी. अन्य देशों के साथ बातचीत, जिन्होंने भी बैठकों का अनुरोध किया है, तुरंत शुरू हो जाएगी. इस मामले पर आपका ध्यान देने के लिए धन्यवाद.”
दुनिया के शेयर बाजारों में गिरावट
राष्ट्रपति ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने के आदेश के बाद पिछले 72 घंटों से दुनिया के शेयर बाजारों और तेल की कीमतें गिर रही हैं. राष्ट्रपति ट्रंप ने बुधवार को अपनी घोषणा के दौरान कहा था, “जैसा कि नाम से पता चलता है, यह रेसिप्रोकल है – जिसका अर्थ है कि हम उनके साथ वैसा ही व्यवहार करेंगे जैसा वे हमारे साथ करते हैं.” चीन पर राष्ट्रपति ट्रंप ने बार-बार अमेरिका के खिलाफ दशकों से “टैरिफ दुरुपयोग” के लिए निशाना साधा है. चीन ने तुरंत जवाबी हमला किया और मौजूदा अमेरिकी टैरिफ को अतिरिक्त 34 प्रतिशत बढ़ा दिया, वही जो ट्रंप ने उन पर लगाया था. ट्रंप की घोषणा से पहले चीन ने चेतावनी दी थी कि पारस्परिक टैरिफ एक “दर्दनाक ट्रेड वार” को जन्म देगा, जिससे किसी को भी लाभ नहीं होगा.
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