तेलंगाना एसएलबीसी सुरंग हादसा: मंत्री ने कहा कि बचावकर्मियों की जान की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मंगलवार को बचाव अभियान की गति धीमी कर दी गई थी. उन्होंने कहा कि ढ़ह गयी सुरंग से पानी निकालने का काम जारी रहेगा और अंदर लगी ‘टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम)’ को गैस कटर की मदद से टुकड़ों में काटकर बाहर निकाला जाएगा.
तेलंगाना के सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी ने बुधवार को कहा कि एसएलबीसी सुरंग के शनिवार को आंशिक रूप से ढह जाने के बाद उसमें फंसे आठ लोगों को निकालने का समूचा बचाव अभियान तेज गति से काम करने के साथ ही दो दिनों में पूरा हो जाएगा.
मंत्री ने यहां प्रेसवार्ता में कहा कि उन्होंने अपने कैबिनेट सहयोगी कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी और सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य के अधिकारियों के साथ चर्चा की एवं स्थिति का आकलन किया.
उन्होंने कहा, ‘‘एनडीआरएफ, सेना, एसडीआरएफ के अधिकारियों, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक समेत सभी अधिकारियों के साथ पूरे अभियान की समीक्षा की गई है…हमने आज ठोस कार्ययोजना बनाई है कि हम (सुरंग में) कीचड़ के अंदर जाएंगे. अब हमें उम्मीद है कि हम दो दिन में समूचे अभियान को पूरा कर लेंगे. हमने कार्ययोजना और समयसीमा तय कर ली है एवं अब हम आगे बढ़ेंगे.”
मंत्री ने कहा कि बचावकर्मियों की जान की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मंगलवार को बचाव अभियान की गति धीमी कर दी गई थी. उन्होंने कहा कि ढ़ह गयी सुरंग से पानी निकालने का काम जारी रहेगा और अंदर लगी ‘टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम)’ को गैस कटर की मदद से टुकड़ों में काटकर बाहर निकाला जाएगा.
उन्होंने कहा कि इसके बाद सेना, नौसेना, ‘रैट माइनर्स’ एवं एनडीआरएफ की टीम लापता आठ लोगों को बचाने के लिए एक और गंभीर प्रयास करेंगी लेकिन बचावकर्मियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें अब भी आस है कि अंदर फंसे लोग जीवित हैं, तो उन्होंने कहा, ‘‘हमने आस पूरी तरह नहीं छोड़ी है. हम उन्हें बचाने और बाहर निकालने के इरादे से अपने काम पर आगे बढ़ रहे हैं.”
श्रीशैलम वाम तट नहर (एसएलबीसी) सुरंग परियोजना पर काम कर रहे आठ कर्मचारी 22 फरवरी को सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के बाद अंदर फंस गए थे.
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