डॉक्टर ने बताया घर पर ब्लोटिंग दूर करने के लिए कैसे बनाते हैं मसाले वाली ड्रिंक, मेटाबॉलिज्म भी रहता है दुरुस्त ​

 Bloating Home Remedies: घर पर ही इस एक ड्रिंक को बनाकर पीना कर दिया शुरू तो पेट फूलने की समस्या से मिल जाएगी निजात. डॉक्टर बता रही हैं इस ड्रिंक को बनाने का तरीका. 

Stomach Health: हमारे खानपान का सीधा असर हमारे पेट पर पड़ता है. हम क्या खाते हैं, क्या पीते हैं और किस तरह की चीजों को अपनी डाइट का हिस्सा बनाते हैं इससे हमारा मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है. खानपान में थोड़ी भी गड़बड़ी होती है तो पेट से जुड़ी दिक्कतें होने लगती हैं, जैसे पेट फूलना (Bloating), एसिडिटी, पेट में दर्द और जी मितलाना आदि. अगर आप भी आएदिन पेट की ऐसी ही दिक्कतों से परेशान रहते हैं तो यहां जानिए डॉक्टर की बताई एक ऐसी होममेड ड्रिंक (Homemade Drink) के बारे में जो पेट फूलने की दिक्कत से निजात दिलाती है और मेटाबॉलिज्म बूस्ट करती है सो अलग. इस ड्रिंक को सिर्फ 3 मसालों से बनाकर तैयार किया जा सकता है. 

डॉक्टर ने बताया किन 10 शाकाहारी चीजों से मिलता है प्रोटीन, अंडे या मीट पर ही नहीं रहना पड़ेगा निर्भर 

ब्लोटिंग के लिए होममेड ड्रिकं | Homemade Drink For Bloating

इस होममेड ड्रिंक को बनाने का तरीका इंस्टाग्राम पर डॉक्टर अपराजिता लांबा ने शेयर किया है. अपराजिता डर्मेटोलॉजिस्ट हैं और स्किन या बालों ही नहीं बल्कि पूरे शरीर की सेहत दुरुस्त रखने के लिए टिप्स साझा करती रहती हैं. अपने ऐसे ही एक पोस्ट में डॉ. अपराजिता ने बताया पेट फूलने की दिक्कत से छुटकारा पाने के लिए 3 मसालों से बनने वाली ड्रिंक को बनाने का तरीका. 

ब्लोटिंग की दिक्कत दूर करने के लिए सौंफ (Fennel Seeds), जीरा और अजवाइन के दानों को मिलाकर ड्रिंक तैयार की जा सकती है. इस ड्रिंक को तैयार करने के लिए 400 से 500 मिलीलीटर तक पानी लें. इस पानी में एक छोटा चम्मच जीरा, सौंफ और अजवाइन डालें. अब इस पानी को रातभर भीगने के लिए रख दें. अगली सुबह हल्का गर्म करके इस पानी को पिया जा सकता है. इससे पेट फूलने की दिक्कत से तो निजात मिलता ही है, साथ ही हेल्दी गट प्रोमोट होता है और भूख बढ़ती है सो अलग. डॉक्टर के अनुसार इस ड्रिंक से पाचन भी दुरुस्त रहता है. 

इन मसालों के फायदे

सौंफ के दानों में एंटी-ऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है. एंटी-ऑक्सीडेंट्स शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं. इनमें विटामिन सी और फायदेमंद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणो भी होते हैं. इसके अलावा सौंफ के दाने शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं. जीरा (Cumin Seeds) एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट्स का भी अच्छा स्त्रोत होता है. इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण भी होते हैं. जीरा के सेवन से पाचन अच्छा रहता है और कब्ज जैसी दिक्कतों से छुटकारा मिल जाता है. अजवाइन के दाने फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट्स और विटामिन के साथ-साथ खनिजों के भी अच्छे स्त्रोत होते हैं. अजवाइन के सेवन से पेट को फायदे मिलते हैं और साथ ही कॉलेस्ट्रोल लेवल्स बेहतर होते हैं सो अलग. 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

 NDTV India – Latest