तिरुपति लड्डू मामले में एक बार फिर आमने सामने हुए पवन कल्याण और प्रकाश राज​

 आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता ‘Mutual’ होनी चाहिए

तिरुपति लड्डू में कथित मिलावट को लेकर आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण और एक्टर प्रकाश राज के बीच चल रहा विवाद एक बार फिर से गरमा गया है. एक्टर-पॉलीटिशन पवन कल्याण जन सेवा के अध्यक्ष हैं और आंध्र प्रदेश और केंद्र में सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा हैं ने वाईएसआर कांग्रेस अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पिछली सरकार के दौरान लड्डू के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घी में कथित रूप से गोमांस की चर्बी, मछली के तेल आदि पशु वसा के अंश पाए जाने के बारे में बात की. बता दें कि यह आरोप मूल रूप से मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने लगाया था. 

प्रकाश राज ने कही ये बात

पवन कल्याण की इस टिप्पणी पर रिएक्ट करते हुए एक्टर प्रकाश राज ने कहा कि राजनेता सत्तारूढ़ पार्टी में हैं और इस वजह से उन्हें मामले की जांच की ओर ध्यान देना चाहिए न कि सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देना चाहिए. मंगलवार को कल्याण विजयवाड़ा में कनक दुर्गा मंदिर में मिलावट के लिए 11 दिवसीय प्रायश्चित दीक्षा के तहत शुद्धिकरण अनुष्ठान का दौरा किया और उन्होंने राज पर उनकी धर्मनिरपेक्ष साख पर सवाल उठाया.

पवन कल्याण ने कहा प्रकाश राज को सबक सीखना चाहिए

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक पवन कल्याण कहा, “मैं हिंदू धर्म की पवित्रता और खाद्य पदार्थों में मिलावट जैसे मुद्दों पर बात कर रहा हूं. मुझे इन मामलों पर क्यों नहीं बोलना चाहिए? मैं प्रकाश राज का सम्मान करता हूं और जब धर्मनिरपेक्षता की बात आती है तो यह म्यूचुअल होना चाहिए. मुझे समझ नहीं आ रहा है कि आप मेरी आलोचना क्यों कर रहे हैं. क्या मुझे सनातन धर्म पर हो रहे हमलों के खिलाफ नहीं बोलना चाहिए? प्रकाश को सबक सीखना चाहिए.”

सनातन धर्म को लेकर गंभीर हैं कल्याण

पवन कल्याण ने आगे कहा, “फिल्म इंडस्ट्री और अन्य लोगों को इसका मुद्दा नहीं बनाना चाहिए. मैं सनातक धर्म को लेकर बहुत सीरियस हूं. कई क्रिटिक्स ने अयप्पा और मां सरस्वती पर टार्गेट किया है. सनातन धर्म सबसे अधिक महत्वपूर्ण है. हर हिंदू को इसके संबंध में जिम्मेदारी लेनी चाहिए. अगर इस तरह की परेशानी किसी और धर्म में होती है तो वहां व्यापक आंदोलन हो सकता है.”

प्रकाश राज ने कहा उनकी बात को गलत लिया जा रहा

राज ने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी बात को गलत समझा गया है और वो शूटिंग से लौटने के बाद पवन कल्याण के सवालों का जवाब देंगे. अपनी वीडियो में उन्होंने लिखा, “पवन कल्याण गुरु, मैंने आपका प्रेस मीट देखा. मैंने जो कहा और आपने जिस संदर्भ में उसे समझा उससे मैं हैरान हूं. मैं अब्रोड में शूटिंग कर रहा हूं. मैं वापस आने के बाद आपके सवालों का जवाब देता हूं. तब तक मैं सराहना करूंगा अगर आप मेरे पिछले ट्वीट को देखें और समझें.”

20 सितंबर को भी दोनों के बीच हुआ था विवाद

20 सितंबर को कल्याण ने एक्स पर कहा था कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड को कई सवालों  के जवाब देने हैं . बता दें कि यह ट्रस्ट तिरुपति मंदिर को मैनेज करती है और वाईएसआर के शासन के दौरान वाईएसआर सरकार ने ही इसका गठन किया था. 

टीटीडी बोर्ड पर भी कल्याण ने उठाए थे सवाल

अपनी एक्स पोस्ट में उन्होंने लिखा था, “हम सभी तिरुपति बालाजी प्रसाद में पशु वसा मिलाए जाने की बात से बहुत परेशान हैं. तत्कालीन वाईसीपी सरकार द्वारा गठित टीटीडी बोर्ड को कई सवालों के जवाब देने होंगे… शायद वक्त आ गया है कि पूरे भारत के मंदिर से जुड़े सभी मुदिदों पर विचार करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सनातन धर्म रक्षण बोर्ड का गठन किया जाए. मुझे लगता है कि हम सभी को किसी भी रूप में सनातन धर्म के अपमान को रोकने के लिए एक साथ आना चाहिए.”

इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए राज ने कल्याण को “आशंकाएं फैलाने” से बचने की सलाह दी थी. 

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