दिल्ली की आबोहवा में घुला जहर, कई जगहों के AQI का बुरा हाल, देखिए किस एरिया में कितना ‘जहर’​

 दिल्ली में लगातार खराब होती आबोहवा के बीच अस्पतालों में श्वास संबंधी मामलों में 30 से 40 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है. सांस रोग एक्सपर्ट्स ने कहा कि बच्चे और बुजुर्ग प्रदूषण के दुष्प्रभावों के प्रति सबसे ज्यादा संवेदनशील हैं. उन्होंने लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने और धूल के संपर्क में आने से बचने की सलाह दी.

दिल्ली में ठंड की दस्तक के साथ ही राजधानी एक बार फिर वायु प्रदूषण की चपेट में है. शहर की हवा दमघोंटू हो गई है. लगातार एक्यूआई लेवल बढ़ रहा है जिससे दिल्ली वाले परेशान हो गए हैं.  दिल्ली एनसीआर के क्षेत्र में वायु की गुणवत्ता में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, बुधवार की सुबह 7 बजे दिल्ली की औसत एक्यूआई 340 दर्ज की गई है. फिलहाल ग्रैप टू के तहत कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं लेकिन इसके बावजूद शहर की आबोहवा में जहर घुला हुआ है.

ध्यान दें: एक हेल्थी बॉडी के लिए 0-50 AQI बेस्ट माना जाता है

दिल्ली का इलाका

AQI @ 7.00AM

कौन सा ‘जहर’

कितना औसतआनंद विहार392PM 10 का लेवल हाई338मुंडका368PM 10 लेवल हाई368वजीरपुर353PM 10 लेवल हाई353जहांगीरपुरी390PM 10 लेवल हाई367आरके पुरम359PM 10 का लेवल हाई359ओखला 322PM 2.5 लेवल हाई322बवाना383PM 10 का लेवल हाई383विवेक विहार284PM 10 लेवल हाई277नरेला363PM 10 लेवल हाई363अशोक विहार350PM 2.5 का लेवल हाई350द्वारका348PM 2.5 लेवल हाई348पंजाबी बाग249PM 2.5 का लेवल हाई249रोहिणी373PM 10 लेवल हाई373

ठंड की दस्तक के साथ ही दिल्ली की हवाई हुई जहरीलीजहरीली होती हवा के लोगों की हेल्थ पर बुरा असरबढ़ते प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए GRAP-2 लागूदीवाली के मौके पर शहर में और जहरीली होगी हवा

ठंड की शुरुआत के साथ ही राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. दिल्ली की हवा बेहद खराब स्तर तक पहुंच गयी है. पूरे एनसीआर में एक धुंध की चादर देखने को मिल रही है. सरकार की तरफ से GRAP-2 को भी लागू कर दिया गया है. प्रदूषण से घिरी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 23 अक्टूबर को रात में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 335 दर्ज किया गया है जो कि बहुत खराब श्रेणी का है.

0 से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बेहद खराब’ तथा 401 और 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है. 

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण और एयर क्वालिटी के बिगड़ते स्तर के बीच सोमवार को जीआरएपी के दूसरे चरण को लागू किया, जिसमें कोयले और लकड़ी के साथ-साथ डीजल जनरेटर के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया और पार्किंग शुल्क भी बढ़ा दिया गया. ये प्रतिबंध मंगलवार सुबह आठ बजे से प्रभावी हो चुके हैं. अब दीवाली नजदीक है, ऐसे में पटाखों की वजह से हवा और खराब हो सकती है.

दिल्ली की जहरीली होती हवा पर राजनीति

दिवाली से पहले दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है. एक तरफ आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि प्रदूषण के पीछे असली वजह बीजेपी है. वहीं, दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को आप सरकार का बचाव किया. उन्होंने बताया कि सभी एजेंसियों को, सभी विभागों को निर्देश दिए हैं कि सभी एजेंसियों के साथ मिलकर दिल्ली में ग्रैप-2 के नियमों को लागू करें, चाहे धूल प्रदूषण हो, वाहन प्रदूषण हो या बायोमास बर्निंग से होने वाला प्रदूषण हो, हम सभी इलाकों में ग्राउंड ड्यूटी कर रहे हैं.

 NDTV India – Latest