October 30, 2024
धनतेरस के मौके पर भारत 'वापस' आया 102 टन सोना, Rbi ने इस वजह से लिया ये बड़ा फैसला 

धनतेरस के मौके पर भारत ‘वापस’ आया 102 टन सोना, RBI ने इस वजह से लिया ये बड़ा फैसला ​

सूत्रों के अनुसार भारत का 324 टन सोना, बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स में रखा गया है. बैंक ऑफ इंग्लैंड यूके और अन्य केंद्रीय बैंकों के सोने के भंडाल के लिए सेफ कस्टडी देता है और न्यूयॉर्क फेडरल रिजर्व के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा सोने का कस्टोडियन भी है.

सूत्रों के अनुसार भारत का 324 टन सोना, बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स में रखा गया है. बैंक ऑफ इंग्लैंड यूके और अन्य केंद्रीय बैंकों के सोने के भंडाल के लिए सेफ कस्टडी देता है और न्यूयॉर्क फेडरल रिजर्व के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा सोने का कस्टोडियन भी है.

धनतेरस का दिन आम तौर पर सोने की खरीददारी का होता है. लोगों खास तौर पर सोना अपने घर लाते हैं. आम लोगों की तरह ही इस धनतेरस पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने भी धनतेरस पर लंदन से 102 टन सोना भारत वापस शिफ्ट कर लिया है.आपको बता दें कि सितंबर के अंत में आरबीआई के पास कुल 855 टन सोना था. इसमें से 510.5 टन सोना देश में रखा गया है. इस बात का खुलासा विदेशी मुद्रा भंडार के प्रबंधन पर नवीनतम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है.

खास बात ये है कि आरबीआई सितंबर 2022 से अब तक 214 टन सोना विदेश से भारत वापस ला चुका है. बीते कुछ समय से दुनिया के दूसरे देशों में जैसे हालात हैं खास तौर पर इजरायल और हमास युद्ध के बाद से,उसे देखते हुए आरबीआई और भारत सरकार अपनी होल्डिंग को सुरक्षित करने में लगी है. सूत्रों के अनुसार भारत सरकार का भी मानना है कि ऐसे वैश्विक हालात के बीच में अपने सोने को देश के अंदर रखना ही ज्यादा सुरक्षति है.

विदेश में भारत का और कितना है सोना

सूत्रों के अनुसार भारत का 324 टन सोना बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स में रखा गया है. बैंक ऑफ इंग्लैंड यूके और अन्य केंद्रीय बैंकों के सोने के भंडाल के लिए सेफ कस्टडी देता है और न्यूयॉर्क फेडरल रिजर्व के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा सोने का कस्टोडियन भी है. आपको बता दें कि अगर बात बुलियन वेयरहाउस की करें तो इसे वर्ष 1967 में बनाया गया था. बाद इसका कई देशों में विस्तार भी किया गया है.

मई में ऐसे भारत आया 1 लाख किलो सोना

इसी साल मई में ब्रिटेन से एक लाख किलो सोना भारत लाया गया था. उस दौरान अधिकारियों ने बताया कि 100 टन सोने को भारत में लाने के लिए वित्त मंत्रालय, आरबीआई और स्थानीय अधिकारियों सहित सरकार की कई अन्य शाखाओं के बीच आपसी तालमेल शामिल था.सोना लाने की पूरी प्रक्रिया को सीक्रेट रखा गया, साथ ही सुरक्षा के पुख्‍ता इंतजाम किये गए. इसके लिए आरबीआई को सीमा शुल्‍क में छूट दी गई, केंद्र को इस सॉवरेन एसेट पर रेवेन्यू छोड़ना पड़ा लेकिन आयात पर लगने वाले एकीकृत जीएसटी से कोई छूट नहीं थी, क्योंकि कर राज्यों के साथ साझा किया जाता है. 1 लाख टन सोना किसी आम विमान में नहीं आ सकता था, इसलिए एक विशेष विमान की व्‍यवस्‍था की गई.

कहां रखा गया है 1 लाख किलो सोना?

बता दें कि देश के भीतर, मुंबई के मिंट रोड के साथ-साथ नागपुर में आरबीआई के पुराने कार्यालय भवन में सोना रखा जाता है. इन दोनों जगह पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहते हैं. 24 घंटे यहां सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि ब्रिटेन से लाया गया सोना भी यहीं रखा गया होगा. हालांकि, इसकी अभी तक कोई अधिकारिक सूचना नहीं दी गई है.

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