नकली आवाज में फोन…एयरटेल के सुनील मित्तल के साथ कैसे हुई Deep Fake की कोशिश, खुद बताया किस्सा  ​

 Sunil Bharti Mittal Deep Fake Fraud: डीप फेक किस कदर बढ़ गया है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि टेलीकॉम कंपनी एयरटेल के मालिक सुनील भारती मित्तल से भी ठगी की कोशिश की गई. जानिए पूरा किस्सा…

Sunil Bharti Mittal Deep Fake Fraud: आम लोग सोचते होंगे कि उन्हीं के साथ डीप फेक जैसी घटनाएं होती हैं, मगर इससे टेलीकॉम कंपनी एयरटेल (Airtel) के मालिक सुनील भारती मित्तल (Sunil Bharti Mittal) भी नहीं बचे हैं. भारती एंटरप्राइजेज (Bharti Enterprises) के संस्थापक और चेयरपर्सन सुनील मित्तल ने NDTV वर्ल्ड समिट को संबोधित करते हुए बताया कि वो भी डीप फेक का शिकार हो चुके हैं. ये सुनकर समिट में बैठा हर शख्स चौंक गया. सुनील मित्तल ने बताया कि अभी कुछ ही समय पहले ही दुबई में उनक अफ्रीका मुख्यालय को संभालने वाले एक वरिष्ठ अधिकारी को उनकी आवाज और उनके टोन (बोलने के अंदाज) में एक फोन आया. फोन करने वाले ने अधिकारी को कहा कि तुरंत उसे एक बड़ी रकम ट्रांसफर (सुनील मित्तल ने रकम नहीं बताई) करे.

खुद मित्तल दंग रह गए

सुनील मित्तल ने आगे कहा कि चूंकि वो अधिकार फाइनेंस से जुड़े हुए थे और उन्हें पता था कि मैं कभी अपनी कंपनी में किसी को भी इस तरह से पैसे ट्रांसफर करने को नहीं बोलता हूं तो उन्होंने पैसे ट्रांसफर करने से मना कर दिया. इसके बाद उन्होंने मुझे फोन किया. जब मैंने अधिकारी को किए गए फोन कॉल की  वॉयस रिकॉर्डिंग सुनी तो मैं दंग रह गया. ये बिल्कुल मेरी आवाज थी. मेरी टोन थी. अगर कोई जानकार व्यक्ति नहीं होता तो जरूर मनी ट्रांसफर कर देता और कंपनी को काफी बड़ा नुकसान हो जाता.

कैसे बचें डीप फेक से

इससे बचने के तरीकों के बारे में बताते हुए सुनील मित्तल ने कहा कि हमें इस तरह की घटनाओं की शिकायतें पुलिस और संबंधित एजेंसियों को तत्काल देनी चाहिए. हमें अब अपनी दैनिक दिनचर्या में सतर्क रहना होगा. कल आप देखेंगे की आवाज की कॉपी करके ही नहीं, बल्कि आपके डिजिटल हस्ताक्षर की कॉपी करके भी ठगी की कोशिश होगी.ये भी हो सकता है कि कोई आपके चेहरे को कॉपी करके ज़ूम कॉल कर ठगी करे. आपको इन सब चीजों को सिक्योर करना होगा.

एआई के फायदे

सुनील मित्तल ने कहा कि हमें अपने समाज को एआई (AI) की बुराइयों से बचाना होगा और हमें एआई की अच्छाइयों का उपयोग करना होगा. इसका कारण ये है कि  जो कंपनियां एआई को नहीं अपनाएंगी, वे पीछे रह जाएंगी. इसलिए यह हर बार आपके लिए एक पहेली बनती रहेगी. नई तकनीक को लागू करने के अपने फायदे और नुकसान हैं.मैं एआई के उस लाभ के बारे में बहुत आशावादी हूं, जिसे मानव जाति हासिल करेगी और वह काम करने में सक्षम होगी जो अन्यथा बहुत कठिन होते हैं.

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