January 8, 2025
प्रशांत किशोर पर एक और Fir दर्ज, इस बार लगे कानून तोड़ने के बड़े आरोप

प्रशांत किशोर पर एक और FIR दर्ज, इस बार लगे कानून तोड़ने के बड़े आरोप​

जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्द करवाने की मांग को लेकर दो जनवरी से आमरण अनशन पर हैं.

जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्द करवाने की मांग को लेकर दो जनवरी से आमरण अनशन पर हैं.

पटना सिविल कोर्ट परिसर में हंगामा करने और पुलिस जीप पर जबरन बैठकर मीडिया को संबोधित करने के आरोप में प्रशांत किशोर और उनके समर्थकों पर एक और एफआईआर दर्ज की गई है. पटना जिला प्रशासन की जांच रिपोर्ट में एक और खुलासा हुआ है कि अनशन के दौरान पटना के गांधी मैदान में दिखी प्रशांत किशोर की वैनिटी वैन भी बिना जरूरी रजिस्ट्रेशन के थी.

बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्द करवाने सहित पांच सूत्री मांगों को लेकर जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर दो जनवरी से आमरण अनशन पर हैं.

इस दौरान सोमवार को अचानक प्रशांत किशोर की तबीयत बिगड़ गई. फिर उन्हें पटना के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां वो आईसीयू में हैं.

बताया गया कि प्रशांत किशोर न्यायिक हिरासत से बाहर आने के बाद पटना स्थित अपने आवास पर आराम कर रहे थे. इसी बीच सुबह उनकी तबीयत बिगड़ गई. तत्काल मेदांता अस्पताल के डॉक्टर अजीत प्रधान अपनी टीम और एंबुलेंस के साथ उनके आवास पहुंचे और उन्हें अस्पताल ले जाया गया.

जानकारी के मुताबिक सोमवार की रात में ही उन्हें कमजोरी और डिहाइड्रेशन की समस्या आई थी. मंगलवार की सुबह डॉक्टर की टीम उनके आवास पहुंची. मेदांता अस्पताल के डॉ. अजीत प्रधान ने उनकी स्वास्थ्य जांच की और इसके बाद अस्पताल ले जाया गया. फिलहाल अस्पताल में उनके स्वास्थ्य की जांच की जा रही है.

उल्लेखनीय है कि इससे पहले पांच सूत्री मांगों को लेकर प्रशांत किशोर पटना के गांधी मैदान में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समीप आमरण अनशन पर बैठे थे. सोमवार की सुबह पटना पुलिस ने प्रतिबंधित क्षेत्र में धरना और आमरण अनशन करने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद चिकित्सकीय जांच के बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया. अदालत ने पहले उन्हें सशर्त जमानत दी, लेकिन उन्होंने सशर्त जमानत लेने से इनकार कर दिया, इसके बाद फिर उन्हें बिना शर्त की जमानत दे दी गई थी.

सोमवार की रात न्यायिक हिरासत से बाहर आने के बाद प्रशांत किशोर ने घोषणा करते हुए कहा था कि मैं पहले भी अनशन पर था, हूं और आगे भी रहूंगा. उन्होंने दोहराया कि जनबल के सामने कोई बल नहीं है. प्रशांत किशोर ने कहा था, “मेरा अनशन जारी था, जारी है, जारी रहेगा. मैं अनशन वापस नहीं ले रहा हूं. हम बैठक करेंगे और अनशन की जगह तय कर घोषणा की जाएगी. हम लोग बीपीएससी की दोबारा परीक्षा के लिए लीगल रास्ते भी अपनाएंगे.”

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